छत्तीसगढ़

डॉन रवि और मुनाब के सट्टा एवं गांजा के अड्डे गुलेगुलजार

Nilmani Pal
8 Dec 2022 6:22 AM GMT
डॉन रवि और मुनाब के सट्टा एवं गांजा के अड्डे गुलेगुलजार
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सटोरियों पर शिकंजा, 22 धरे गए

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी के गली-कूचे में धड़ल्ले से चल रहे सट्टे के खेल पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए रायपुर आइजी अजय यादव और एसएसपी प्रशांत अग्रवाल के निर्देश के बाद बुधवार को रायपुर पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू की। देर शाम तक सट्टा-पट्टी लिख रहे 22 सटोरियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 53 हजार रुपये से अधिक की नकदी बरामद की गई। हालांकि पकड़े गए सटोरियों में ज्यादातर उनके सहकर्मी हैं। ऐसे में पुलिसिया कार्रवाई पर भी सवाल उठने लगे हैं।

रायपुर जिले में सट्टा व जुआ पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाने के लिए अफसर लगातार सीएसपी, थानेदारों को निर्देश देते रहे हंै। थाना स्तर पर कभी-कभी दिखावे के तौर पर कुछ सटोरियों को पकड़कर खानापूर्ति भी की जाती रही है। इसी क्रम में बुधवार को एएसपी सिटी अभिषेक माहेश्वरी ने सभी थानों के प्रभारी और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की टीम को कार्य योजना तैयार कर अलग-अलग इलाकों में दबिश देने को कहा। इसके बाद पुलिस ने दबिश देकर मौके पर 22 सटोरियों को पकड़कर उनके कब्जे से 53 हजार 705 रुपये बरामद किए गए।

ये पकड़े गए

खरोरा थानाक्षेत्र के वार्ड नंबर 10, लोहारपारा निवासी पुरुषोत्तम यादव (26), वार्ड नंबर 22, तिल्दा बस्ती के सूरज साहू (24), कोटा निवासी प्रदुम यादव (23), छोटा रामनगर, गुढिय़ारी के विष्णु साहू (40), शीतला मंदिर के पास गुढिय़ारी के संजय सोनटेक (30), कलिंगनगर के सोनू टंडन (45), पार्वतीनगर, सतनामी चौक के विजय महिलांग (40), संतोषीनगर के शत्रुघन सोनी (40), बढ़ईपारा के उद्धव जाल (28), गोकुलनगर के रूपेश राव (23), काशीरामनगर के राकेश कन्नाौजे (40), नेहरू नगर के ईमरान खान (35), गांधीनगर, कालीबाड़ी के नरेश तांडी (23), नयापारा, गोलबाजार के रिजवान खान(45), बीएसयूपी कालोनी भाठागांव के पप्पू सोनी (30), काशीरामनगर, तेलीबांधा के शिवकुमार पोट्टा (49), गाडापारा, गोबरानवापारा के हरीश सोना (25), दिलीपी सतनामी (25), बादल जगत (28), कोड़ीपारा के बादल साहनी (21), भोईपारा के राजा राव (40) और राज सोना (20) शामिल हैं।

सटोरियों ने बनाया नया सट्टा एप, दूसरे राज्यों से चला रहे रैकेट

दुर्ग-भिलाई के बाद महासमुंद, जांजगीर-चांपा और भाटापारा के सटोरिए ने भी खुद का सट्टेबाजी का एप लांच कर दिया है। यहां के सटोरिए दूसरे राज्यों से अपना रैकेट चला रहे हैं। क्रिकेट के बाद अब फुटबाल के मैच में भी रोज लाखों के दांव ले रहे हैं। पुलिस को राज्य में चले रहे इन नए एप का इनपुट मिल गया है। खुफिया तरीके से सट्टेबाजी के नए एप की जांच शुरू कर दी है। इधर दुर्ग के चर्चित एप को संचालित करने वालों ने भी पुलिस को झांसा देने सट्टेबाजी का नया एप लांच किया है। पुलिस को जो इनपुट मिला है, उसके मुताबिक दुबई में इसकी लांचिंग के लिए एक ग्रैंड सेलिब्रेशन पार्टी आयोजित की गई थी। पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक इस पार्टी में शामिल होने कुछ राजनीतिक पार्टी से जुड़े लोगों के अलावा सराफा, सरिया और कोयला कारोबारी वहां गए थे। इस नए एप की आईडी बेची जा रही है। ऑनलाइन 100 रुपए जमा करते ही नए एप की आईडी मिल रही है। इसके साथ ही पासवर्ड भी दिया जा रहा है। पुलिस अफसरों के अनुसार छोटे-छोटे सटोरिए सिंडीकेट बनाकर एप चला रहे हैं। उसी से दांव ले रहे हैं। पहले दिल्ली, मुंबई और जबलपुर से लाइन ली जाती थी। अब एप के माध्यम से पूरा नेटवर्क चलाया जा रहा है। पुलिस अफसरों ने बताया कि ऑनलाइन पैसा जमा करने पर आईडी, पासवर्ड दिया जाता है। सट्टा खेलने के लिए भी सटोरियों के खाते में फिक्स पैसा जमा करना होता है। सटोरिए जितना पैसा खाते में जमा करेंगे, उतना ही दांव लगा सकेंगे। नए एप में भी यही सिस्टम रहेगा। खाते में जमा पैसे से ज्यादा रकम का दांव सटोरिये नहीं लगा पाएंगे। सटोरियों का पूरा नेटवर्क ऑनलाइन चल रहा है। अब वसूली के लिए एजेंट भी नहीं रखा जाता है। पैसों का लेन-देन ऑन लाइन ही किया जा रहा है। इससे सटोरिये के नेटवर्क को भेदने में दिक्कत आ रही है।

दुर्ग से चल रहे सबसे बड़े सट्टा एप गैंग के लीडर हर साल 2 दिसंबर को ग्रैंड पार्टी का आयोजन करते हैं। पिछले साल रायपुर के विधानसभा इलाके के एक होटल में पार्टी का आयोजन हुआ करता था। इस साल दुबई में पार्टी का आयोजन किया। इसमें दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़ समेत कई जगह के कारोबारी दुबई गए है। स्क्रैप का कारोबार करने वाले भी रवाना हुए हैं। इस बार कुछ नए लोगों को भी बुलाया गया है। उन्होंने आनन-फानन में पासपोर्ट और वीजा बनाया है।

रायपुर-दुर्ग में अब तक 160से ज्यादा गिरफ्तारी

दुर्ग-रायपुर पुलिस लगातार सट्टा पर कार्रवाई कर रही है। दोनों शहरों में आईडी चलाने वाले 160 लोगों से ज्यादा की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके बाद भी नेटवर्क टूट नहीं पा रहा है। उलटे बढ़ते जा रहा है। एक्सपर्ट की माने तो ऐसे रैकेट को तोडऩे के लिए एसटीएफ जैसे टास्क फोर्स या स्पेशल सेल बनाने की जरूरत है, जो फोकस होकर कार्रवाई करे, तभी नेटवर्क को तोड़ा जा सकेगा। हालांकि पुलिस रैकेट से जुड़े लोगों कुछ लोगों की पहचान होने के बाद भी पकड़ नहीं पा रही है। ऐसे लोग खुलेआम घूम रहे हैं।

राजनांदगांव में भी दो सटोरिए पकड़ाए

राजनांदगांव में जुआ, सट्टा, अवैध रूप से शराब बिक्री का मामला लगातार बढ़ते ही जा रहा है। ऐसा ही सट्टा लिखने के दो मामले सामने आए हैं, जिसमें दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली कि मटन मार्केट छुईखदान में आरोपी साहिल खान पिता समर खान (25) निवासी छुईखदान सट्टा पट्टी लिख रहा है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी साहिल से सट्टा पट्टी एवं नगदी 1600 रुपए जब्त किया गया। इसी प्रकार एक अन्य मामले में आरोपी फराज खान पिता जाकिर खान (32) निवासी पठान पारा छुईखदान को मटन मार्केट छुईखदान में सट्टा पट्टी लिखते पकड़ा गया। आरोपी से सट्टा पट्टी एवं नगदी 1400 रुपए जब्त किया गया। आरोपियों के खिलाफ जुआ एक्ट अपराध पंजीबद्ध किया गया और दोनों आरोपियों के विरुद्ध अलग-अलग धारा के तहत कार्रवाई की गई।

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