छत्तीसगढ़

क्या अब कांग्रेस को इस्तीफा देने वाले पदाधिकारियों की ज़रूरत नहीं

Admin2
7 Jan 2021 5:27 AM GMT
क्या अब कांग्रेस को इस्तीफा देने वाले पदाधिकारियों की ज़रूरत नहीं
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नियुक्तियों के विराध में नाराज कार्यकर्ताओं ने राजीव भवन में डाला डेरा

विधायक कुलदीप जुनेजा उतर आये हैं अपनी मनमानी पर

ज़ाकिर घुरसेना

रायपुर। रायपुर कांग्रेस में ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद उठा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह बवाल सिर्फ रायपुर तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में धीरे-धीरे धधकते हुए फैल रहा है। यह आंधी आगे चलकर सुनामी बन जाएगा जो कांग्रेस के बड़े-बड़े वटवृक्ष के लिए नुकसान देह साबित होगा जो अपने नीचे किसी को पनपने नहीं दे रहे है। बिलासपुर में नवनियुक्त ब्लॉक अध्यक्ष द्वारा विधायक शैलेश पांडे का कॉलर पकडऩे का मामला सहित सिमगा, कवर्धा, गरियाबंद, दुर्ग, भाटापारा, जगदलपुर, बिलाईगढ़, रायपुर के पुरानी बस्ती एवं गुरु घासीदास वार्ड सहित पुरे प्रदेश में मामला गरमाया हुआ है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री का पूर्व में दिए गए बयान का कोई औचित्य नहीं रह गया है, उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में पद रिश्तेदारों या चाटुकारों को नहीं दी जाएगी। लेकिन अभी ऐसा ही हो रहा है, रिश्तेदारों और चाटुकारों को ब्लॉक अध्यक्ष बना दिया गया है। जिसका सर्वत्र विरोध हो रहा है, कई जगह तो ऐसे लोगों को भी अध्यक्ष बना दिया गया है जो कभी कांग्रेस में रहे ही नहीं। पैराशूट लैंडिंग वालों की कांग्रेस में जमकर सिक्का चल रहा है, चित और पट दोनों तरफ उनका झांकी मंडप सजा हुआ है। भाटापारा हो या गुरु घासीदास वार्ड यहां तो नए नवेले और कांग्रेसी संस्कृति से दूर रहने वालों को ही अध्यक्ष बनाया गया है। हालांकि बिलासपुर मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने जांच कमेटी बनाई है, लेकिन क्या होगा? भाटापारा के कांग्रेसियों ने भी शिकायतों का पुलिंदा लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम के पास आने की तैयारी में है। वहां के कांग्रेसियों ने तो यहां तक आरोप लगाया है कि भाटापारा में ब्लॉक अध्यक्ष पद को भारी रकम लेकर बेचा गया है। तभी तो कांग्रेसियों के बजाय दूसरे दल के सक्रिय कार्यकर्ता को अध्यक्ष बनाया गया है, कमोबेश यही स्थिति रायपुर के गुरु घासीदास वार्ड की भी है, यहां भी ऐसे को ब्लॉक अध्यक्ष बनाया गया है जो ना तो कभी कांग्रेस भवन में कदम रखी है ना ही कांग्रेस के किसी कार्यक्रम में दिखीं है। इसके बावजूद अध्यक्ष पद पर उनको बिठाना शंकाओं को जन्म देता है। हालांकि वार्ड के कांग्रेसियों ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम से शिकायत भी की है, साथ ही जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे से भी शिकायत की है। वार्ड के कांग्रेसियों ने पार्टी प्रमुख को चेतावनी वाले अंदाज में कहाकि ऐसे लोगों को पद दिए जाते रहे और जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ न्याय नहीं हुआ तो थोक में इस्तीफा स्वीकारने के लिए तैयार रहे। नाराज कार्यकर्ताआं ने आगामी विधानसभा चुनाव में सहयोग नहीं करने का अभी से मन बना लिया है।

वादा खिलाफी का भुगतना पड़ेगा खामियाजा

वार्ड के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने विधायक कुलदीप जुनेजा पर सीधे तौर पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। जिसका खामियाजा उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा। एक प्रकार से देखा जाए तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मेहनत पर पानी फेरने में लगे हैं। हो सकता है ये किसी दूरगामी परिणाम के अंदेशा में ऐसा कर रहे हो। एक पुराने कांग्रेसी ने बताया कि जानबूझकर विधायक कुलदीप जुनेजा ने एक वर्ग को नाराज किया है ताकि यह वर्ग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ हो जाए और ये अपने एजेंडे में कामयाबी हासिल कर लें। वहां के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने मांग की है कि तत्काल ब्लॉक अध्यक्ष को हटाया जाए वरना सारे कांग्रेसी इस्तीफा देने में मजबूर होंगे।

पत्नी की सहेली बन गई ब्लॉक अध्यक्ष

गुरु घासी दास ब्लॉक में विधायक की पत्नी की सहेली को ब्लॉक अध्यक्ष बनाए जाने पर नाराज़ समस्त कार्यकर्ता शहर अध्यक्ष कांग्रेस के पास अपना इस्तीफा लेकर पहुच गए, समस्त पदाधिकारियों का कहना है कि वो कांग्रेस पार्टी के लिये काम करना चाहता है,किसी किटी पार्टी में नहीं, जिसे किसी ने आज तक देखा ही नहीं जिसे कोई जानता तक नहीं उसके साथ कार्य करना असंभव है, विधायक से जब इसकी शिकायत की गई तो विधायक बात टालने की कोशिश करते रहे और किसी को भी उचित जवाब न दे सके, जिस के बाद कार्यकर्ता औऱ भी नाराज़ हो कर विधायक के खिलाफ़ ही हल्ला बोल दिया,कहा विधायक को अपनी मनमानी महंगी पड़ेगी, अगर अपने रिश्तेदारों को ही पद देना था तो उन्ही के भरोसे चुनाव लडऩे की तैयारी भी कर ले, गुरु घासी दास के समस्त पदाधिकारियों को शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे ने आश्वासन देकर वापस भेजा कि प्रभारी चंदन यादव जी के आने पर इस विषय पर चर्चा की जाएगी, कार्यकर्ताओं ने आगे विधायक के खिलाफ मोर्चा जारी रखने की मंशा को ज़ाहिर कर दिया है।

राजधानी के तीन ब्लाकों सहित पूरे प्रदेश में विरोध

जोगी कांग्रेस से कांग्रेस में आए कांग्रेसी को पुरानी बस्ती ब्लाक अध्यक्ष बनाए जाने का काफी विरोध हो रहा है। साथ ही राजातालाब ब्लाक के कार्यकर्ता भी नाराज हैं। वहीं दुर्ग ग्रामीण में नए चेहरे को मौका देने से विरोध के स्वर मुखर हो गए है। विधायक खेमे के एक अध्यक्ष को हटाए जाने से समर्थक नाराज है, उन्होंने काफी हंगामा भी किया। कवर्धा और गरियाबंद में भी जोगी कांग्रेस छग के नेताओं को अध्यक्ष बनाए जाने का विरोध हो रहा है। सिमगा ब्लाक में भी ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष का विरोध हो रहा है।

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