बिलासपुर। सिम्स मेडिकल कॉलेज के साथ ही जिले के शासकीय अस्पतालों में आई फ्लू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसकी वजह से अघोषित रूप से मोतियाबिंद सहित आंखों के अन्य ऑपरेशन टाल दिए गए हैं. बिलासपुर में 14 हजार ऑपरेशन होने थे, लेकिन जनवरी से अब तक 3838 ऑपरेशन हो पाए हैं. साथ ही रजिस्टर्ड मरीजों में ये संख्या दो हजार और बढ़ गई है, जिन्हें तत्काल ऑपरेशन की जरूरत है. आखों को खतरा होने और रोशनी जाने के अंदेशे से पूरे प्रदेश में अघोषित रूप से मोतियाबिंद का ऑपरेशन रुका हुआ है.
जिले में आई फ्लू का प्रकोप कम होने का नाम ही नहीं ले रहा. इस समस्या से हर चौथा व्यक्ति ग्रसित है और ज्यादातर यह समस्या बच्चों और बुजुर्गों में देखी जा रही है. आई फ्लू की वजह से मोतियाबिंद के मरीजों का ऑपरेशन भी नहीं किया जा रहा है. राज्य की स्वास्थ्य मंत्रालय ने मोतियाबिंद ऑपरेशन पर रोक लगा रखी है. यदि ऑपरेशन किया जाएगा तो इससे आंखों की रोशनी जाने का भी अंदेशा रहता है. यही वजह है कि मोतियाबिंद के मरीज का ऑपरेशन रुका हुआ है.