दुर्ग। कसारडीह,गली नंबर 5, निवासी डॉ. अवध राम चंद्राकर के मरणोपरांत उनका मृत शरीर मानवता की भलाई के लिए चिकित्सा अध्ययन हेतु दान किया गया। डॉ.अवध रामचंद्राकार द्वारा अपने जीवन काल में देहदान के संकल्प लिया गया था।
99 वर्ष की अवस्था में उनकी मृत्यु के पश्चात उनके परिजनों की सहमति से प्रनाम के अध्यक्ष पवन केसवानी द्वारा देहदान की औपचारिकता संपन्न करवाई गई ! स्व. अवधराम चंद्राकार का मृत शरीर चिकित्सा अध्ययन हेतु अभिषेक मिश्रा मेमोरियल मेडिकल कॉलेज को दान किया गया। देहदान के पुनीत कार्य हेतु उनके पुत्र प्रफुल्ल चंद्राकर, पवन चंद्राकर ,अशोक चंद्राकर,चेतन चंद्राकर, मोनू, लालू, प्रज्ञा चंद्राकर, प्रतिभा चंद्राकर, तृप्ति चंद्राकर , पार्षद प्रकाश गीते,उत्तरियां ,विद्या चंद्राकर, चंद्रलेखा चंद्राकर, रेखा चंद्राकर, सिद्धार्थ,क्षितिज ,मानसी ,पूजा ,ज्योत्शना ,पीयूष ,मधुर ,अभिषेक, ईशा, केशव चंद्राकर इंद्रजीत चंद्राकर बृजेश चंद्राकर, नरेश चंद्राकर,भारत चंद्राकर ,हरि शंकर चंद्राकर, , विश्वास चंद्राकर, भीखम साहू, श्रद्धा चंद्राकर आदि ने अपनी विशेष सहभागिता प्रदान की।
देहदान के अभिनव पहल में विगत 17 वर्षों संस्था प्रणाम के द्वारा अभी तक 2108 लोगों को देहदान हेतु प्रेरित किया जा चुका है। जिसमें 228 लोगों के मरणोपरांत उनकी पार्थिव काया छत्तीसगढ़ के विभिन्न मेडिकल कॉलेज में अध्ययन एवं अध्यापन कार्य के माध्यम से मानवता की भलाई के लिए समर्पित की हो चुकी है।