छत्तीसगढ़

स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण सुधार का कार्य प्राथमिकता से करें : कलेक्टर

Shantanu Roy
8 Dec 2022 6:30 PM GMT
स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण सुधार का कार्य प्राथमिकता से करें : कलेक्टर
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छग
राजनांदगांव। कलेक्टर डोमन सिंह ने गुरुवार को महिला बाल विकास विभाग में संचालित योजनाओं की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि बच्चों, किशोरी बालिकाओं और महिलाओं में स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण सुधार की दिशा में प्राथमिकता से कार्य करें। कलेक्टर ने कहा कि बच्चों एवं महिलाओं के कल्याण के लिए जवाबदेही पूर्वक प्राथमिकता तय करते हुए कार्य करें। उन्होंने कहा कि विभागीय योजनाओं के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर समस्याओं को ध्यान में रखते हुए इसे दूर करने की दिशा में कार्यक्रम निर्धारित करें। कलेक्टर ने महिला बाल विकास विभाग अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र के संचालन के साथ ही कुपोषण मुक्ति और स्वास्थ्य सुधार के लिए अपनी महती भूमिका का निर्वहन करने कहा है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को इस दिशा में गर्म भोजन प्रदाय करने के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि गर्म भोजन 14 से 49 वर्ष की एनीमिक गर्भवती माताओं, किशोरी बालिकाओं को निर्धारित कार्ययोजना अनुसार समय पर प्रदाय करना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने कहा कि सभी पर्यवेक्षक, सेक्टरवार अपने प्रभार के आंगनबाड़ी केंद्रों का सतत निरीक्षण व भ्रमण करें। साथ ही अपने मुख्यालय में निवास करना भी निर्धारित करें।
कलेक्टर ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विभागीय प्रयास करते हुए शीघ्र भर्ती किया जाए। उन्होंने कहा कि जर्जर और भवन विहीन आंगनबाड़ी केंद्र के लिए प्रस्ताव शीघ्र भेजें। भवन विहीन आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन आसपास के सामुदायिक भवन में संचालित करने और जगह नहीं मिलने की स्थिति में शाला परिसर में नवीन आंगनबाड़ी केंद्र भवन बनाने के लिए सभी जरूरी मापदंड को पूरा करने कहा है। कलेक्टर ने इस बात पर विशेष ध्यान देने कहा कि सप्ताह में कम से कम एक दिन बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य रूप से किया जाए। स्वास्थ्य समस्या के आधार पर उनके उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग से समन्वय करने कहा है। बैठक में इस दौरान कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केंद्रों में आवश्यकता अनुसार बर्तन की व्यवस्था, एलपीजी गैस, बच्चों के बैठक व्यवस्था हेतु दरी की व्यवस्था व महिलाओं के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए परीक्षण टेबल की उपलब्धता की जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा की स्थानीय स्तर पर पर्यवेक्षक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पहल करते हुए दरी की व्यवस्था करें। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र से दूर की आंगनबाड़ी केंद्रों में महिलाओं के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए आकांक्षी जिले के अंतर्गत परीक्षण टेबल की व्यवस्था की जा रही है। इसी तरह जिन आंगनबाड़ी केंद्रों में एलपीजी गैस चूल्हा की व्यवस्था नहीं है वहां इसकी व्यवस्था के लिए शासन स्तर पर पहल किया जा रहा है। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि कुपोषित बच्चों को अंडा, अंकुरित अनाज अनिवार्य रूप से प्रदान करें। गर्भवती माता, किशोरी बालिकाओं को भी योजना में शामिल करें। कलेक्टर ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र परिसर में रिक्त जगह होने पर मुनगा का पेड़ अनिवार्य रूप से लगाएं। उन्होंने कहा कि अपने गांव के गौठन में एक निर्धारित स्थान का चयन करते हुए वहां साग-सब्जी लगाएं। जिससे इसका उपयोग आंगनबाड़ी केंद्र में सुपोषण अभियान के लिए किया जा सके। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास अधिकारी जांबुलकर उपस्थित थे।
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