छत्तीसगढ़

दिव्यांग ने किया छत्तीसगढ़ का नाम रोशन, बॉडी बिल्डिंग क्षेत्र में हासिल किया ऊंचा मुकाम

Nilmani Pal
17 Sep 2022 10:12 AM GMT
दिव्यांग ने किया छत्तीसगढ़ का नाम रोशन, बॉडी बिल्डिंग क्षेत्र में हासिल किया ऊंचा मुकाम
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राजनांदगांव। हौसला और जुनून अगर हो तो हर मंजिल को हासिल किया जा सकता है, कुछ इसी तरह अपनी शारीरिक कमजोरी को पीछे छोड़ते हुए अपने जुनून और हौसले के बदौलत राजनांदगांव शहर के चौखड़िया पारा निवासी महेंद्र यदु ने बॉडी बिल्डिंग के क्षेत्र में ऊंचा मुकाम हासिल किया है और दिव्यांग वर्ग के शरीर सौष्ठव प्रतियोगिता में उन्होंने मिस्टर छत्तीसगढ़ का खिताब जीत कर राजनांदगांव जिले को गौरवान्वित किया है। महेंद्र एक पैर से दिव्यांग है उनके बड़े भाई को बॉडीबिल्डिंग करता देख लगभग 20 साल पहले महेंद्र को भी इसी क्षेत्र में अपना नाम करने का जुनून आया और अपने शरीर की इस कमजोरी को अपनी ताकत से दूर करने की महेन्द्र ने ठानी और वे भी बॉडीबिल्डिंग में जुट गए।

हाल ही में रायपुर में आयोजित हुई प्रदेश स्तरीय शरीर सौष्ठव प्रतियोगिता में महेंद्र यादव ने हिस्सा लेते हुए दिव्यांग वर्ग में मिस्टर छत्तीसगढ़ बनने का मुकाम हासिल कर राजनांदगांव जिले को गौरवान्वित किया है। अपनी इस उपलब्धि को लेकर महेंद्र यादव कहते हैं कि उन्हें अपने परिवार का भरपूर सहयोग मिला है। परिवार आर्थिक रूप से काफी कमजोर है। बॉडी बिल्डिंग के क्षेत्र में बेहतर खानपान काफी आवश्यक होता है ताकि शरीर को खानपान की बदौलत हष्ट-पुष्ट बनाया जा सके लेकिन महेंद्र के पास ऐसी सुविधा भी नहीं थी।

महेंद्र राजनांदगांव शहर के चौखड़िया पारा निवासी है। अपने कड़े परिश्रम और अथक प्रयासों से महेंद्र ने कई शरीर सौष्ठव प्रतियोगिता में हिस्सा लिया है और राष्ट्रीय स्तर तक की प्रतियोगिता में उन्होंने अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।उनके परिवार का गुजारा भी बमुश्किल चल पाता है, वह दूध का व्यवसाय अपने एक दो मवेशी के साथ ही करते हैं और मवेशियों की देखभाल भी स्वयं महेंद्र करते हैं, इसके अलावा भी दूध बांटने भी जाते हैं।

महेंद्र ने अपनी शारीरिक कमजोरी को कभी अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। उन्होंने उससे लड़कर अपने शरीर को काफी मजबूत बना लिया। आज मिस्टर छत्तीसगढ़ का किताब हासिल करके महेंद्र यादव ने बता दिया कि शरीर की कमजोरी और अभाव के जीवन के बीच भी अपने मजबूत इरादों की बदौलत काफी कुछ हासिल किया जा सकता है।


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