धमतरी। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल और संस्कृति को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हरेली तिहार के दिन छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरूआत की। जिसमें जिले के प्रतिभागी उत्साह से भाग ले रहे है और ग्राम पंचायत, जोन, विकासखंड एवं नगरीय स्तर पर विजय होकर को आगे बढ़ रहे है। हरेली तिहार 17 जुलाई से ग्राम स्तर से शुरू किए गए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन आज डॉ शोभाराम देवांगन शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के खेल परिसर में किया जाएगा।
कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का जिला स्तर पर शासन से प्राप्त दिशा निर्देशों के अनुसार आयोजन की तैयारी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रोक्तिमा यादव के मार्गदर्शन में सम्पूर्ण तैयारी की जा रही है। जिले में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का प्रथम चरण 17 जुलाई से 22 जुलाई तक आयोजित किया गया। दूसरे चरण जोन स्तर की शुरूआत जिले में शुरू होकर 31 जुलाई को समाप्त हुई। इसके बाद विकासखंड एवं नगरीय क्लस्टर स्तर पर आयोजन किया। जिसमे विजेता प्रतिभागी अब जिला स्तर पर भाग लेंगे। जिला स्तर पर विजेता प्रतिभागी संभाग स्तर पर और फिर राज्य स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेल प्रतियोगिता में शामिल होंगे।
छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेल प्रतियोगिता दलीय व एकल दो श्रेणी में आयोजित किए जा रहे हैं। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद एवं कुश्ती शामिल हैं। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में आयु वर्ग को तीन वर्गों में बांटा गया है। इसमें प्रथम वर्ग 18 वर्ष की आयु तक, दूसरा वर्ग 18-40 वर्ष आयु सीमा तक और तीसरा वर्ग में 40 वर्ष से अधिक उम्र के प्रतिभागी शामिल हो रहे है । इस प्रतियोगिता में महिला एवं पुरुष दोनों वर्ग में प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।