सोसाइटी में भेदभाव : मजदूरों, नौकरों और मेड के लिए अलग किया लिफ्ट
मुंबई। भारत में वर्गवाद और भेदभाव कोई नई बात नहीं है. अफसोस की बात है कि ऐसे कई उदाहरण हैं जिनमें घरेलू कामों, डिलिवरी करने वालों आदि के साथ रोजाना भेदभाव किया जाता है और रोजमर्रा की जिंदगी में भेदभाव इतना आम हो गया है कि हम अपनी आंखों के सामने होने पर भी इसे नजरअंदाज कर देते हैं. ज्यादातर लोगों को यह बात पता ही नहीं चलता भेदभाव का बीज तो हमारे घर से बोया जाता है. सोशल मीडिया पर इसकी ताजा तस्वीर (NOTICE) के रुप में वायरल हो रही है. जिसे देखने के बाद शायद आप भी शायद यही कहेंगे कि लगता है इंसानों के बीच से इंसानियत खत्म हो चुकी है.
Segregating humans comes naturally to Indians.
— Sandeep Manudhane (@sandeep_PT) May 5, 2022
From one of the biggest, most posh societies of Pune
--> pic.twitter.com/O5QlfV66Up
वायरल हो रही तस्वीर पुणे की एक पॉश सोसाइटी की लिफ्ट का बताया जा रहा है. ये तस्वीर स्पष्ट रूप से दिखाता है कि कैसे उन लोगों में शर्म नाम की चीज नहीं बची जो खुले तौर पर अपने वर्गवादी विचारों को दिखाते हैं. इस पोस्टर में लिखा कि हाउस मेड केवल LIFT C और D का ही इस्तेमाल करेंगे, वहीं दूधवाले, पेपरवाले, धोबी और डिलीवरी वाले D लिफ्ट का इस्तेमाल करेंगे.
इस तस्वीर ट्विटर पर @sandeep PT नाम के अकाउंट द्वारा शेयर किया गया है. जिसके साथ उन्होंने कैप्शन लिखा, ' इंसानों को अलग करना भारतीयों को स्वाभाविक रूप से आता है। पुणे के सबसे बड़े, सबसे पॉश सोसाइटी में से एक.' खबर लिखे जाने इस ट्वीट को 2.5 हजार से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं तो वहीं नेटिजन्स ने बिल्डिंग अथॉरिटी के भेदभावपूर्ण रवैये की आलोचना की है.