नहीं मानी हार, चौथी बार एग्जाम देकर छग की युवती ने पास की UPSC परीक्षा
रायपुर। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएसएसी) में सफलता का परचम लहराने वालों में छत्तीसगढ़ की एक आदिवासी बेटी भी शामिल है। कंवर समाज से आने वाली रश्मि पैकरा ने यूपीएससी में 881वां रैक प्राप्त किया है। रश्मि की इस सफलता पर परिवार और जिला ही नहीं पूरा कंवर समाज गदगद है। बलरामपुर की रहने वाली रश्मि पैकरा इस वक्त जशपुर में महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी के पद पर पदस्थ है। रश्मि ने चौथे प्रयास में यूपीएससी में सफलता हासिल की है। रश्मि के पिता पिता रामधनी पैकरा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी हैं। रश्मि ने बलरामपुर जिले शंकरगढ़ में प्राइमरी स्कूल की पढ़ाई की। सूरजपुर जिले के बसदेई में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में मीडिल, हाई और हायर सेकेंडरी की पढ़ाई करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया और वहीं पर यूपीएससी की तैयारी करने लगी।
कंवर आदिवासी समाज की गौरव एवं कंवर समाज की बेटी सुश्री रश्मि पैंकरा के वर्ष 2023 संघ लोक सेवा आयोग नई दिल्ली के परीक्षा में सफ लता अर्जित कर 881वीं रैंक लाने पर कंवर समाज के प्रदेश अध्यक्ष हरवंश मिरी द्वारा रश्मि पैंकरा को दूरभाष पर सफलता के लिए उन्हें और परिवार को बधाई एवं शुभकामनायें देते हुए सतत आगे भी तैयारी करते रहने और समाज के अन्य बच्चों को प्रेरित करने के लिए कहा।
मिरी द्वारा बताया गया कि कंवर समाज छत्तीसगढ़ की दूसरी सबसे बड़ी जनजाति समाज है और छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्य के. लोकसेवा आयोग एवं अन्य परीक्षा में बड़ी संख्या में समाज के. बच्चे चयनित होते हैँ लेकिन संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा में समाज के तरफ से रश्मि पैंकरा दूसरी है इससे पहले हेमंत पैकरा जी वर्ष 2000 में चयनित होकर डिफेन्स में जॉब कर रहें हैँ, रश्मि पैंकरा की 881वीं रैंक आईं है तो उन्हें आईं आर एस की सेवा जरूर मिलनी चाहिए और हम सब समाज के तरफ से दुआ करते हैं कि रश्मि पैकरा आगामी वर्ष में और मेहनत कर आईं. ए.एस. या आईं.पी. एस. बन कर देश सेवा करें एवं अपने साथ अपने परिवार और समाज का नाम रोशन करें, उनके माता पिता को भी बहुत बहुत बधाई।