धनेली ढेबर परिवार की पुरानी प्रापर्टी जहां पहले था रोलिंग मिल, शाबास EOW
धनेली के खेत में एसीबी को मिले नकली होलोग्राम के पक्के सबूत
नकली होलो ग्राम के मामले में दर्ज मेरठ में केस में उपयोग करेगी उत्तरप्रदेश STF
ईओडब्ल्यू को धनेली फार्म हाउस में और भी कई रहस्य छुपे होने के अंदेशा
शराब घोटाले मामलें में नकली होलोग्राम जलाने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार
जमीन से 6 फीट नीचे पैसे और महत्वपूर्ण दस्तावेज छुपाकर रखने की बात सामने आई
जांच सरकार को गंभीरता से करना चाहिए
शराब घोटाले सहित अन्य कई घपलों का राज खुलेगा
निरस्त हुआ था छत्तीसगढ़ डिस्टलरी का लाइसेंस
बस्तर-ओडिशा बार्डर पर धनपूंजी, नगरनार में 2 अक्टूबर 2023 को 890 पेटी शराब पकड़ी गई थी। इसमें 42 हजार 720 शराब की बोतलों पर चस्पा होलोग्राम का नंबर एक समान ही था। जांच में पाया गया कि उस होलोग्राम का इस्तेमाल पहले ही मार्च 2022 में किया जा चुका है। इसके बाद आबकारी विभाग ने वेलकम डिस्टलरीज प्राइवेट लिमिटेड से जवाब तलब किया था। सही जवाब नहीं मिलने पर विभाग ने डिस्लरीज का लाइसेंस एक महीने के लिए निरस्त कर दिया था।
जुलाई 2023 को नकली होलोग्राम मामले में श्वष्ठ के डिप्टी डायरेक्टर ने नोएडा के कासना थाने में स्नढ्ढक्र दर्ज कराई थी। इस केस की जांच यूपी स्ञ्जस्न कर रही है। अब उस स्नढ्ढक्र को अरुण पति त्रिपाठी, निरंजन दास, अनिल टुटेजा और अनवर ढेबर ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में चैलेंज किया है। मामले में सुनवाई 9 जुलाई को होगी।
रायपुर raipur news। धनेली का Farm House Dhebar फार्म हाउस ढेबर परिवार की पैतृक प्रापर्टी है, पहले यहां उनका रोलिंग मिल हुआ करता था, बाद में उसे दूसरे कामों के लिए इस्ेतेमाल किया जाने लगा। ईओडब्ल्यू लगातार नकली होलोग्राम के केस में परत दर परत रहस्य खोलने की ओर बढ़ रही है। ईओडब्ल्यू ने शराब के नकली होलोग्राम का लिंक धनेली के फार्म हाउस के जोडक़र जांच की तो चौकाने वाले तथ्य उजागर हुए। जो मेरठ में दर्ज केस नकली होलोंगराम बनाकर शराब बेचने के मामले में ठोस सबूत केरूप में काम करेगी। इतना ही नहीं ईओडब्ल्यू ने आशंका जताई है कि धनेली फार्म हाउस में और भी चौकाने वाले रहस्य उजागर हो सकते है। अब पक्का हो गया है कि नकली होलो ग्राम के सबूत मिटाने के लिए धनेली के रोलिंग मिल का उपयोग किया गया। ईओडब्ल्यू की टीम अपने जांच में लगातार आगे बढ़ते हुए अनवर ढेबर पर शिकंजा कसते जा रही है। साथ ही इससे संबद्ध लोगों की भी कुंडली निकाल कर दबोचने के लिए गोपनीय टीम बनाई है जो देश के कोने -कोने में जाकर नकली होलोग्राम के सभी आरोपियों को ढूढ निकालेगी। ईओडब्ल्यू के चीफ अमरेश मिश्रा के नेतृत्व में टीम लगातार कार्रवाई कर रही है।
eow ईओडब्ल्यू ने बड़ी कार्रवाई
Chhattisgarh छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में ईओडब्ल्यू ने बड़ी कार्रवाई की है। आरोपी अनवर ढेबर के पिता के धनेली स्थित खेत में गड़ा नकली होलोग्राम का जखीरा बरामद किया है। सबूत मिटाने के लिए नकली होलोग्राम को जलाने की आशंका जताई जा रही है. इस मामले में ईओडब्ल्यू ने 3 आरोपियों को हिरासत में लिया है. आरोपी अनुराग द्विवेदी, अमित सिंह, दीपक से ईओडब्ल्यू पूछताछ करेगी, जिसमें बड़ा खुलासा हो सकता है. बताया जा रहा कि अमित सिंह गिरफ्तार अरविंद सिंह का भतीजा है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला के लिए नकली होलोग्राम का प्रयोग किया गया था. इस मामले की ईडी के बाद एसीबी भी जांच कर रही है. इस मामले में ईओडब्ल्यू ने हाल ही में 10 हजार से अधिक पन्नों का चालान कोर्ट में पेश किया है. अफसरों के अनुसार दोनों एजेंसियों की लंबी जांच के बावजूद अब तक नकली होलोग्राम किसी के हाथ नहीं लगा था।
सबूत मिटाने के लिए होलोग्राम को जलाने का प्रयास
छत्तीगसढ़ में हुए शराब घोटाला में इस्तेमाल किए गए नकली होलोग्राम एंटी करप्शन ब्यूरो ने बरामद किया है। ये होलोग्राम रायपुर शहर से लगे धनेली से जब्त की गई है। सबूत मिटाने के लिए होलोग्राम को जलाने का प्रयास किया गया है। एसीबी ने करीब 5 बाक्स जले हुए होलोग्राम जब्त किया है। ये होलोग्राम जहां से जब्त किए गए हैं, वह ढेबर के परिवार का है। एसीबी ने होलोग्राम जब्त करने के साथ ही 3 लोगों को भी गिरफ्तार किया है। प्रदेश में शराब घोटाला के लिए नकली होलोग्राम का प्रयोग किया गया था।
ईडी के बाद ईओडब्ल्यू भी कर रही जांच
इस मामले की ईडी के बाद एसीबी भी जांच कर रही है। ईओडब्ल्यू ने हाल ही में इस मामले में चालान कोर्ट में पेश किया है। अफसरों के अनुसार दोनों एजेंसियों की लंबी जांच के बावजूद अब तक नकली होलोग्राम किसी के हाथ नहीं लगा था। एसीबी के सूत्रों ने बताया कि आज मुखबीर के जरिये धनेली के एक खेत में होलोग्राम दबे होने की सूचना मिली। इसके आधार पर एसीबी की टीम ने वहां दबिश दी। मौके पर जेसीबी लगाकर खोदाई की गई। इस दौरान जमीन के नीचे से जले हुए होलोग्राम जब्त किए गए अफसरों ने बताया कि धनेली में जिस खेल से यह होलोग्राम जब्त किया गया है, वह रायपुर के महापौर एजाज ढेबर और अनवर ढेबर के पिता जहीर हाजी अहमद के नाम पर है।
ईओडब्ल्यू की चार्जशीट में पूर्व मंत्री-आईएएस के नाम
सूत्रों के अनुसार शराब घोटाला में ईडी के छापों के बाद ही इन होलोग्राम को जलाने का प्रयास किया गया था, लेकिन वे पूरी तरह जल नहीं पाए और आज एसीबी ने जब्त कर लिया। बता दें कि आरोप है कि पूर्ववर्ती सरकार के दौरान राज्य में नकली होलोग्राम के जरिये सरकारी शराब दुकानों ने शराब बेचे गए और उसका पूरा पैसा लोगों ने की जेब में गया। एसीबी की चार्जशीट में आईएएस निरंजनदास, अनिल टूटेजा, उनके पुत्र यश टूटेजा के साथ एके त्रिपाठी, विवेक ढांड और तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा का नाम शामिल है। शराब घोटला में ही अनवर ढेबर, अरविंद सिंह, विजय भाटिया के साथ ही एक दर्जन से ज्यादा आबकारी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं।
नोएडा में नकली होलोग्राम का केस दर्ज
शराब घोटाला में नोएडा में भी एक एफआईआर दर्ज है। यह एफआईआर ईडी की ही शिकायत पर नोएडा पुलिस ने दर्ज किया था। इसमें आबकारी विभाग के सचिव व विशेष सचिव समेत पांच लोगों को आरोपी बनाया गया है। यह एफआईआर नोएडा के कसाना थाना में आईपीसी की धारा 420, 468, 471, 473 और 120 बी के तहत दर्ज किया गया है।इस एफआईआर में ईडी की तरफ से नोएडा की कसाना पुलिस को बताया गया है कि ईडी की तरफ से छत्तीसगढ़ में शराब घोटला की जांच की जा रही है। इस जांच में ईडी को यह पता चला है कि नोएडा स्थित मेसर्स प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड को नियम विरुध्द तरीके से टेंडर दिया गया था, जबकि कंपनी टेंडर में शामिल होने के लिए पात्र ही नहीं थी। इसके बावजूद कंपनी ने छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग के अफसरों के साथ मिलकर टेंडर हासिल कर लिया। आरोप है कि छत्तीसगढ़ के अफसरों ने इस मामले में आठ पैसा प्रति होलोग्राम कमीशन लिया। एफआईआर में होलोग्राफी कंपनी के एमडी विदु गुप्ता का भी नाम है। त्रिपाठी बोला-छत्तीसगढ़ में अब भी बेची जा रही अवैध शराब यूपी एसटीएफ की पूछताछ में एपी त्रिपाठी ने नकली होलोग्राम से अब भी बिक्री का खुलासा किया। वहीं रायपुर में अनवर ढेबर के प्लॉट से इनके अधजले रोल बरामद किए गए।
छत्तीसगढ़ लिकर स्कैम के नकली होलोग्राम मामले में नया खुलासा हुआ है। आबकारी विभाग के विशेष सचिव रहे अरुण पति त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश में अब भी अवैध शराब बेची जा रही है। इसमें नकली होलोग्राम का इस्तेमाल हो रहा है। त्रिपाठी ने बताया कि नकली होलोग्राम का इस्तेमाल शराब निर्माता कंपनी कर रही हैं। अरुण पति त्रिपाठी फिलहाल यूपी स्ञ्जस्न की गिरफ्त में है। टीम उससे लगातार पूछताछ कर रही है। पूछताछ में यह भी बात सामने आई कि विधु गुप्ता की कंपनी के अलावा अन्य कंपनी की ओर से भी नकली होलोग्राम डिस्टलरी तक पहुंच रही है और उसका इस्तेमाल अब भी किया जा रहा है।
खास बात यह है कि इस बीच गुरुवार को ईओडब्ल्यू ने आरोपी अनवर ढेबर के रायपुर में धनेली स्थित खेत से नकली होलोग्राम के कई रोल अधजली हालत में जब्त किए हैं। इन्हें जमीन से 6 फीट नीचे दबाया गया था। ईओडब्ल्यू की मदद से खुदाई कर इन्हें बरामद किया है।
यूपी एसटीएफ की पूछताछ में अरुणपति त्रिपाठी ने बताया कि, नकली होलोग्राम के साथ अवैध शराब बिक्री का सिलसिला अब भी जारी है। प्रदेश की कई दुकानों में नकली होलोग्राम वाली शराब बिक रही है। अब भी डिस्लरीज के पास बहुत से नकली होलोग्राम स्टोर करके रखे हैं। जिसका वे समय-समय पर इस्तेमाल करते रहते हैं।
ईओडब्ल्यके मुताबिक, 2019-22 तक सरकारी दुकानों से डूप्लीकेट होलोग्राम लगाकर अवैध शराब बेची गई। आरोप है कि अनवर ढेबर और उसके सिंडीकेट ने इसके जरिए करोड़ों के राजस्व का नुकसान पहुंचाया। अनवर ढेबर के इस खेत पर ही अरविंद सहित अन्य लोग नोएडा से डूप्लीकेट होलोग्राम मंगाकर स्टोर करते थे।
यहीं पर डिस्टलरीज को वितरण, खाली बोतलों की सप्लाई और अवैध शराब की बिक्री से मिले कमीशन को जमा किया जाता था। ईडी के छापे के बाद डूप्लीकेट होलोग्राम नष्ट किए गए। इसकी जानकारी मिलने पर ईओडब्ल्य ने कार्रवाई कर उन्हें जब्त किया। वहीं इस मामले में आरोपी अनुराग द्विवेदी, अमित सिंह और दीपक दुआरी को गिरफ्तार किया है।
एक केस चलाने सुप्रीम कोर्ट में लगाया गया आवेदन
रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा के वकील पुरंजय भट्ट ने बताया कि तीन अलग-अलग एजेंसी एक तरह के मामले में ही जांच कर रही है। इनमें ईडी, ईओडब्ल्यऔर यूपी स्ञ्जस्न शामिल हैं। इसलिए हमने सुप्रीम कोर्ट में आवेदन लगाया है कि सिर्फ एक ही केस चलाया जाए। हालांकि स्ष्ट से सुनवाई की तारीख तय नहीं हुई है।