धमतरी। कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने आज जल जीवन मिशन के तहत कराए जा रहे रेट्रोफिटिंग जलप्रदाय, सिंगल विलेज, सोलर आधारित योजना तथा समूह जलप्रदाय योजना की कार्य-प्रगति की समीक्षा की। सुबह साढ़े दस बजे कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आहूत जिला जल एवं स्वच्छता समिति की 49 वीं बैठक में कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग श्री सोनकुसरे बताया कि रेट्रोफिटिंग जल प्रदाय योजना के तहत 262 कार्यों का कार्यादेश जारी किया गया, जिसमें से 256 योजनाएं प्रगतिरत है और छः योजनाओं का कार्य शेष है। सिंगल विजेल जल प्रदाय योजना के समीक्षा के दौरान बताया गया कि योजना के तहत 361 के लक्ष्य के विरूद्ध 360 योजना में प्रशासकीय स्वीकृति मिल गई, 214 योजनाओं में कार्यादेश जारी, 143 योजनाओं में से 31 योजनाओं में पुनरीक्षित योजना स्वीकृति के बाद, दर स्वीकृति की कार्रवाई की जाएगी। 107 योजनाओं में निविदा प्रक्रियाधीन और 05 योजनाओं का द्वितीय निविदा प्रकियाधीन है। इसी तरह सोलर आधारित पेयजल योजना के तहत 80 योजनाओं की प्रशासकीय स्वीकृति मिली है। साथ ही 80 योजनाओं के 82 सोलर पम्प स्थापना कार्य के लिए क्रेडा विभाग को कार्यादेश जारी किया गया, जिसमें से 80 सोलर पम्प स्थापित और दो प्रगतिरत हैं।
बैठक में समूह जल प्रदाय योजना की प्रशासकीय स्वीकृति की जानकारी देते हुए बताया गया कि उच्च कार्यालयों के निर्देश पर दो योजनाएं सलोनी एवं देवपुर को निरस्त कर रूद्री समूह में शामिल किया गया है। इसी तरह बेलरगांव समूह जल प्रदाय योजना स्वीकृति के लिए विचाराधीन है। उक्त दो योजनाओं का संबंधित एजेंसी द्वारा नियमानुसार सर्वे कार्य पूरा किया गया है। बताया गया है कि ईओआई के शर्त अनुसार अनुमानित लागत का 30 प्रतिशत सर्वे कार्य के लिए पात्र है। योजना की स्वीकृति नहीं होने की वजह से भुगतान के लिए केवल सर्वे कार्य की प्रशासकीय स्वीकृति की जरूरत होगी। बैठक में सपोर्ट मद में केवल सर्वे कार्य के लिए प्रशासकीय स्वीकृति जारी करने हेतु प्रस्ताव रखा गया। इसे सर्व सम्मति से पारित किया गया। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती प्रियंका महोबिया सहित समिति के सदस्य मौजूद रहे।