धमतरी। जिले में कोरोना बीमारी के विरूद्ध टीकाकरण कार्यक्रम की शुरूआत के पहले उसकी तैयारियों के संबंध में आज ड्राई रन (मॉक ड्रिल) की गई। कलेक्टर श्री जय प्रकाश मौर्य ने स्थानीय शिव सिंह वर्मा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित मॉक ड्रिल का मुआयना किया। उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लेकर संतोष जताया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.डी.के.तुर्रे ने बताया कि सुबह नौ बजे धमतरी शहर में शिव सिंह वर्मा शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल सहित ग्रामीण क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भटगांव और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नगरी मॉक ड्रिल आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि टीकाकरण केन्द्र में आयोजित मॉक ड्रिल के दौरान कोल्ड चैन प्वाईंट से टीका लेकर पहुंचाया गया एवं 10 बजे के बाद से हितग्राहियों को टीका लगाने का अभ्यास किया गया। इस दौरान चिन्हांकित 25-25 हितग्राही कोरोना के नियमों का पालन करते हुए केन्द्र में आए। सत्यापन कराने के बाद टीका लगाने का रिहर्सल किया गया। टीका लगाने के बाद हितग्राही का नाम कोविन पोर्टल पर एंट्री किया गया।
इसके बाद हितग्राही को दूसरे टीकाकरण के लिए तिथि के बारे में अवगत कराया गया। साथ ही उसे टीकाकरण से संबंधित चार आवश्यक बातें समझाई गईं। उसके बाद उसे आधा घंटे के लिए ऑब्जर्वेशन रूम में विश्राम दिया गया। किसी तरह की प्रतिकूल घटना नहीं होने के बाद उसे घर जाने कहा गया। साथ ही समझाईश भी दी गई कि किसी भी प्रकार की तकलीफ होने पर वह चिकित्सा अधिकरी से फोन पर अथवा उनसे मिलकर सम्पर्क कर सकते हैं।
इस अवसर पर जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.बी.के.साहू ने बताया कि जिले में कम से कम 34 केन्द्रों पर लोगों को यह टीका लगाया जाएगा। इसमें कुरूद के 10, नगरी के 09, धमतरी, मगरलोड और धमतरी ग्रामीण के पांच-पांच केन्द्र शामिल हैं। प्रत्येक केन्द्रों में पांच स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। इसमें पहला स्वास्थ्य कर्मी सुरक्षा, दूसरा सत्यापन, तीसरा और चौथा टीकाकरण तथा पांचवां स्वास्थ्य कर्मी ऑब्जर्वेशन रूम में टीका लगने के बाद लोगों की निगरानी करने में मदद करेगा। उन्होंने बताया कि टीका लगने के बाद व्यक्ति को आधा घंटा बिठाया जाएगा। इसमें Cowin app की मदद ली जाएगी। इसके लिए सभी को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया है कि सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगेगा। इनमें चिकित्सक, मितानित सहित अस्पतालों में कार्य करने वाले सभी अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं।