कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के उद्देश्य से कलेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य ने आज दोपहर नोडल अधिकारियों की वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक लेकर मैदानी गतिविधियों की जानकारी ली तथा लोगों को जागरूक कर शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने पर जोर दिया। कलेक्टर ने कहा कि हालांकि पिछले 2-3 दिनों में कोरोना वायरस का संक्रमण नियंत्रित प्रतीत हो रहा है, लेकिन इससे अधिक संतुष्ट होने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि सतर्कता और सतत् निगरानी को पहले से भी ज्यादा जारी रखें। उन्होंने आमजनता को कोरोना के प्रति जागरूक करने सकारात्मक सोच विकसित करने की बात नोडल अधिकारियों से कही।
एनआईसी कक्ष में आज दोपहर को आयोजित वी.सी. में कलेक्टर ने नोडल अधिकारियों से कहा कि वर्तमान में प्रशासन की सबसे अहम कड़ी मैदानी अमला है जो प्रत्यक्ष तौर पर लोगों से सम्पर्क कर उन्हें जागरूक करने का काम कर रहे हैं। पहले स्वयं की सुरक्षा प्रमुखता से करें उसके बाद सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने आगे कहा कि कोविड के प्रोटोकाॅल के अनुसार सही ढंग से मास्क लगाएं, सैनिटाइज करें तथा परस्पर दूरी बनाए रखें। कलेक्टर ने टीकाकरण के लिए लगातार लोगों को जागरूक करने, मितानिन किट का वितरण सुनिश्चित करने व अपने क्लस्टर का सतत् भ्रमण करने के लिए निर्देशित किया। मैदानी अमले का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, शिक्षक तथा समूह की महिलाएं हैं जो जिले में बेहद सकारात्मक भूमिका और दायित्व निभा रही हैं। वी.सी. में उन्होंने गांवों में विवाह के आयोजनों में अधिकतम 10 व्यक्ति की उपस्थिति, सार्वजनिक स्थलों पर कार्यक्रम आयोजित नहीं करने या भीड़ एकत्रित नहीं होने के संबंध में लगातार मुनादी कराकर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि ग्राम पंचायत स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष सक्रिय हो, जिससे कि नोडल अधिकारी सही ढंग से जानकारी लेते रहें। वहीं सामुदायिक जागरूकता के लिए सकारात्मक वीडियो-आॅडियो भी लोगों से साझा करने के निर्देश उन्होंने दिए।
इस दौरान उपस्थित जिला पंचायत के सी.ई.ओ. श्री मयंक चतुर्वेदी ने नोडल अधिकारियों से कहा कि एक मई से 18 से 44 आयुवर्ग के लोगों का टीकाकरण प्रारम्भ हो गया है। साथ ही पूर्व में लगाई गई वैक्सीन तभी सही ढंग से काम करेगी जब दोनों चरण का टीका सबको लगाया जाए, इसलिए वे इस बात पर भी निगरानी रखें कि पहला टीका लगवाने वाले लोग निर्धारित समय में दूसरा टीका लगवाने केन्द्र तक जरूर आएं। उन्होंने हाल ही में राज्य सरकार द्वारा जारी की गई फ्रंटलाइन वर्कर्स की सूची की जानकारी देते हुए बताया कि वैक्सीन के कुल उपलब्ध डोज को 20 प्रतिशत फं्रटलाइन वर्कर्स को, अंत्योदय राशन कार्ड/निराश्रित कार्ड/अन्नपूर्णा राशनकार्ड एवं निःशक्तजन कार्डधारकों को शेष 80 प्रतिशत का 15 प्रतिशत, बीपीएल राशन कार्डधारकों को 80 प्रतिशत वैक्सीन डोज से 65 प्रतिशत तथा शेष बची एपीएल श्रेणी के लोगों के लिए शेष 80 प्रतिशत वैक्सीन डोज का 20 प्रतिशत डोज उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि फ्रंटलाइन वर्कर्स की सूची में भोजन प्रदाय करने वाले एवं सब्जी विक्रेता, बस, ट्रक के डायवर व कंडक्टर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, पंचायत सचिव/कर्मी, पीडीएस दुकान प्रबंधक एवं विक्रेता, इंस्टीट्यूशनल केयर में रहने वाली महिलाएं, गांव के कोटवार व पटेल, राज्य सरकार एवं उसके अधीन उपक्रम के कर्मचारी, वृद्धाश्रम, महिला देखभाल केन्द्रों व बाल देखभाल केन्द्रों में कार्यरत व्यक्ति, श्मशान/कब्रिस्तान के कर्मी, दिव्यांग व्यक्ति, आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाली अर्धशासकीय संस्थाओं के कर्मचारी, कलेक्टर द्वारा ड्यूटी पर लगाए गए कर्मचारी के अलावा वकील एवं पत्रकार और उपरोक्त के परिवार के सदस्य, बंदी के अतिरिक्त राज्य शासन द्वारा परिभाषित किसी अन्य श्रेणी के व्यक्ति को इसमें शामिल किया गया है। सी.ई.ओ. ने यह भी कहा कि कि फ्रंटलाइन की श्रेणी में आने वाले ऐसे लोग जो बीपीएल, अंत्योदय अथवा अन्य प्राथमिकता वाले वर्ग में सम्मिलित हैं तो उन्हें इन्हीं आरक्षित श्रेणी के तहत टीका लगाया जाए। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों को अपने क्लस्टर के ग्रामों में हरसंभव प्रयास कर लोगों को जागरूक कर उनका टीकाकरण कराने पर भी जोर दिया। वी.सी. में नोडल अधिकारी सहित जिला एवं ब्लाॅक के अधिकारी जुड़े रहे।