छत्तीसगढ़

दीपावली पर्व में वेतन को तरसे कोटा डिपो के दैवेभो कर्मचारी

Nilmani Pal
31 Oct 2021 5:08 AM GMT
दीपावली पर्व में वेतन को तरसे कोटा डिपो के दैवेभो कर्मचारी
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  1. कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री, वनमंत्री से लगाई गुहार
  2. मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर से भी की मुलाकात

जसेरि रिपोर्टर

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ वन विभाग में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को दीपावली त्योहार सामने होने के बावजूद वेतन के लाले पड़ गया है। त्योहार होने के बाद भी वेतन नहीं मिलने से दैवेभो कर्मचारियों के घर चूल्हा जलना मुश्किल हो रहा है। कोटा डिपो के कर्मचारी पिछले दिनों मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर से मिलकर अपनी गुहार भी लगाई है साथ ही विश्व आदिवासी महोत्सव के दौरान मुख़्यमंत्री को भी आवेदन दिया गया है लेकिन आज दिनांक तक उन्हें बजट नहीं होने का हवाला देकर वेतन का भुगतान नहीं किया गया है इससे उनको आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है। कमोबेश यही स्थिति रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग वन मंडल सहीत प्रदेश का सभी वनमंड़लों का भी यही हाल है। इससे प्रदेश के सभी वनमंडल के कर्मचारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बावजूद बजट नहीं देने से कर्मचारी काफी परेशानी का सामना कर रहे हैं।

कोटा वन मंडल में दैनिक वेतन भोगियों को दो साल से अधिक हो गया है, तो एशिया के सबसे बड़े मानव निर्मित जंगल सफारी में दिन रात काम करने वाले कर्मचारियों कोभी कई माह से वेतन नहींमिलने की खबर है। वेतन न मिलने से कर्मचारियों को घर चलाना मुश्किल हो गया है। वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि तकनीकी कारणों से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है।

हजारों की तादात में दैनिक वेतन भोगी कर्मी

जिन दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है, उसकी जानकारी एकत्र कर जल्द से जल्द वेतन भुगतान कराया जाएगा। ज्ञात हो कि प्रदेश में कोटा, कांकेर, जगदलपुर, सरगुजा, दुर्ग, बिलासपुर और रायपुर वन विभाग में हजारों के करीब दैनिक वेतन भोगी काम करते हैं। इसमें बिलासपुर वन मंडल के बिलासतालपुरी के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को 27 माह से बेलगहना के कर्मचारियों को छह माह से, कोटा डिपो के कर्मचारियों को 10 महीने से तथा रायपुर वन मंडल में चार माह से और दुर्ग वन मंडल में तीन माह से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने की बात सामने आई है। वहीं दूसरी तरफ कांकेर, जगदलपुर और सरगुजा वनमंडल के दैनिक वेतन भोगियों को हाल ही वेतन जारी करने की जानकारी मिली है।

बजट नहीं मिलने से वेतन के लाले

जानकारी के मुताबिक, राज्य के ज्यादातर वन मंडलों में काफी तादात में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी कार्यरत हैं। इस वजह से भी कर्मचारियों को तय समय पर वेतन नहीं मिल पाता। इसके साथ ही दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए हर तीसरे महीने में वेतन की 25 प्रतिशत राशि जारी की जाती है। इस वजह से भी कर्मचारियों को निश्चित समय पर वेतन नहीं मिल पाता। दैवेभो कर्मचारी संघो ने मुख्यमंत्री,वन मंत्री और वन विभाग के प्रमुखों से गुहार लगाई है कि दीपावली त्यौहार को देखते हुए तत्काल वेतन दिया जाये ताकि इन दैवेभो कर्मचारियों का परिवार भी दीपावली का त्योहार मना सकें।

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