छत्तीसगढ़

पुलिस की सख्ती के बाद भी बाज नहीं आ रहे नशे के कारोबारी

Nilmani Pal
26 Dec 2021 6:05 AM GMT
पुलिस की सख्ती के बाद भी बाज नहीं आ रहे नशे के कारोबारी
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नशीली दवाइयों की तस्करी करते दो युवक गिरफ्तार, दो कार जब्त

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। टिकरापारा इलाके में नशीली दवाइयों की तस्करी करते हुए पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी कार में नशीली दवाइयों की तस्करी कर रहे थे। टिकरापारा इलाके में दवाइयों की सप्लाई करने गए थे। मुखबिर की सूचना पर छापा मारकर पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। दोनों कार की तलाशी के दौरान 150 बोतल सिरप मिला है। आरोपियों ने जनरेटर में भी सिरप छिपा रखा था। एक आरोपी नशीली दवाइयों की तस्करी में पहले भी जेल जा चुका है।

जेल से छूटने के बाद फिर से इस काम को करने लगा था। पुलिस ने बताया कि चौरसिया कॉलोनी निवासी सज्जाद हुसैन (32) और लाला ठाकुर उर्फ गेंदलाल (38) दोनों दोस्त हैं। दोनों नशीली दवाइयों की तस्करी करते हैं। दोनों अलग-अलग कार में नशीली दवाइयों की तस्करी करने निकले थे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने छापा मारकर सज्जाद को पकड़ लिया। उसकी कार की तलाशी के दौरान नशीली सिरप जब्त किया गया। उसके बाद लाला को पकड़ा गया। लाला की कार में भी नशीली दवाइयों की बोतल थी। आरोपी जनरेटर किराए पर देता है। उसमें भी दवाइयों छिपाकर रखा था। पुलिस ने जनरेटर भी जब्त कर लिया है।

पुलिस के अनुसार आरोपी ओडिशा से सिरप व टेबलेट लेकर आते थे। सौ रुपए के सिरप को 200-300 रुपए में बेचते थे। उसकी तरह टेबलेट व कैप्सूल को दोगुनी कीमत पर बेचते थे। पिछले कई महीनों से नशीली दवाइयों की तस्करी का काम कर रहे हैं। आरोपी सज्जाद को 6 माह पहले आजाद चौक पुलिस ने नशीली दवाइयों के साथ पकड़ा था। आरोपी को जेल भेजा गया था। वहां से छूटने के बाद फिर नशीली दवाइयों की तस्करी करने लगा। पुलिस को शक है कि आरोपी ने तस्करी के पैसे से ही कार खरीदी है। कार में ही घूम-घूमकर तस्करी करता था। उसी कार से ओडिशा से दवाइयां लाता था।

आरोपी एजेंटों को करते हैं दवाइयों की सप्लाई

पुलिस की पड़ताल में पता चला है कि दोनों आरोपी दवाइयों की बड़ी खेप लेकर आते है और एजेंटों को सप्लाई करते है। आरोपियों का कई बस्तियों और इलाके में एजेंट है। उन्हें सप्लाई करते है। पुलिस दोनों आरोपियों का मोबाइल जब्त की। नशीली दवाइयों की तस्करी करने वाले अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।

रायपुर जीआरपी ने दो चोरों को पकड़ा, 15 लाख के जेवर बरामद

ओडिशा के राउरकेला से रायपुर आते समय ट्रेन में अशोक कुमार अग्रवाल का 25 नवंबर को ट्राली बैग चोरी हो गया था। उसमें 15 लाख के सोने और हीरे के जेवर थे। रास्ते में जेवरों की चोरी होने के बाद ट्रेन जब रायपुर पहुंची तो अशोक अग्रवाल ने रायपुर जीआरपी में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई। अशोक ने जीआरपी पुलिस को बताया कि ट्राली बैग में परिवार का जेवर रखा था। जीआरपी को रिपोर्ट में अशोक ने बताया था कि परिवार के साथ रायपुर में शादी कार्यक्रम में आते समय रायगढ़ में बैग चोरी हो गया था। रायपुर जीआरपी ने मामला दर्ज कर उसे रायगढ़ जीआरपी को जांच के लिए भेज दिया था। जीआरपी ने रायगढ़ स्टेशन पर सीसीटीवी फुटेज में दो लोगों को ट्राली बैग लेकर आते देखा। हुलिया के आधार पर जीआरपी आरोपितों को पता लगाने में जुटी थी। जीआरपी ने रायगढ़ टाटानगर, हावड़ा रुट पर नजर रख रही थी। सही जानकारी मिलने के बाद जीआरपी ने बिहार के पटना निवासी सुनील कुमार गुप्ता और नदकिशोर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपितों ने चोरी करना स्वीकार किया और निशानदेही पर चोरी हुआ जेवर बरामद किया। बरामद जेवरों की कीमत जीआरपी ने 70 हजार रुपये बताई है। आरोपितों को पकडऩे और चोरी गए जेवरों की बरादमदगी करने वाले टीम को आईजी रेलवे एससी द्विवेदी व एसपी रेल रायपुर ने नकद पुरस्कार देने की घोषणा की। राउरकेला निवासी अशोक कुमार अग्रवाल ने बताया था कि हावड़ा-मुंबई मेल से एसी 2 बोगी में परिवार के साथ रायपुर आने के दौरान चोरी की घटना हुई थी। एसपी रेलवे रायपुर राजेश कुकरेजा ने आरोपितों का पता लगाने के लिए तीन टीमों को लगाया था। सीसीटीवी फुटेज में दो आरोपित जनशताब्दी ट्रेन से उतरकर जाते दिखे और रायपुर से रायगढ़ वापस आते दिखे थे।

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