छत्तीसगढ़

धरपकड़ के बावजूद राजधानी में धड़ल्ले से बिक रहा गांजा

Admin2
24 July 2021 6:12 AM GMT
धरपकड़ के बावजूद राजधानी में धड़ल्ले से बिक रहा गांजा
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गोंदवारा में रेल पटरी के आसपास गांजा बेचने वाले सक्रिय, वीडियो वायरल

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी के गोंदवारा इलाके की रेल पटरी में लोग खुलेआम गांजे की बिक्री कर रहे है, लगातार जनता से रिश्ता के पास इसकी जानकारी मिल रही थी। जनता से रिश्ता के प्रतिनिधि ने खुद जाकर गोंदवारा इलाके की रेल पटरी का एक वीडियो बनाया जिसमें कुछ लड़के पटरी में बैठकर गांजा बेचने के लिए ग्राहक का इंतज़ार कर रहे है। ऐसे कई इलाके है जहा गांजा, शराब, सट्टा-जुआ खुलेआम चलता है। पुलिस ऐसे मामलों में गंभीर नहीं हो रही है। रोजाना शहर भर में नशे का कारोबार बढ़ते जा रहा है। पुलिस नशे का कारोबार करने वालो के खिलाफ कार्रवाई करती है लेकिन कमजोर धाराओं और लचर कानून व्यस्था के चलते आरोपियों की जमानत हो जाती है।

गोंदवारा की पटरी में बिक रहा गांजा

गुढिय़ारी थाना इलाके के गोंदवारा ओवरब्रिज के ठीक नीचे पटरी में रोजाना खुलेआम गांजा बिक रहा है। पुलिस की लगातार कार्रवाई के बावजूद गांजे की बिक्री बढ़ती जा रही है। रोजाना पुलिस गांजे की तस्करी के बड़े खेप को पकड़ रही है, लेकिन उसके बाद भी गांजे की बिक्री पर रोक नहीं लग पा रहा है, गुढिय़ारी थाना क्षेत्र अंतर्गत रोज गांजे की बिक्री धड़ल्ले से हो रहा है। जनता से रिश्ता विगत 15 महीनों से गांजा तस्करी के नए तरीके और तस्करी के रास्तों के बारे में ख़बरें प्रकाशित करता आ रहा है। जिसका असर भी हो रहा है, लगातार पुलिस गांजे की बड़ी खेप को पकड़ ही रही है। रोजाना 2 किलो से ज्यादा गांजा पुलिस जब्त कर ही रही है। लेकिन उसके बाद भी गुढिय़ारी के गोंदवारा ओवरब्रिज के नीचे स्थित पटरी में खुलेआम गांजा बिक रहा है।

गांजा की हो रही बिक्री

राजधानी में शराब और गांजे की तस्करी का खेल खुलेआम चल रहा है। गुढिय़ारी के गोगांव और गोंदवारा इलाके में नशे के कारोबार को कैमरे में कैद किया। यहां गांजा का कारोबार धड़ल्ले से चलता है। शहर के अधिकांश लोग यहां से ही गांजा ले जाकर सप्लाई करते हैं। कई राज्यों से होती है। यहां गांजा उड़ीसा से, आता है। इस लिए तस्करों ने महिलाओं और बच्चों को नियुक्त कर रखा है। वो हर दो सप्ताह में ट्रेन व बस से माल लेकर रायपुर पहुंचाते है। तस्कर कई बार पकड़े भी जाते हैं, लेकिन छुटभैय्या नेताओं की मिलीभगत के चलते कार्रवाई नहीं की जाती।

नशेडिय़ों की हिम्मत बढ़ी

नशे के कारोबारियों की हिम्मत बढ़ी है तो उसका सबसे बड़ा कारण है कुछ छुटभैय्या नेता, क्योंकि कुछ छुटभैय्या नेताओं के संरक्षण की वजह से आज नशे का कारोबार और कारोबारी अपनी काली कमाई चरम सीमा पर है। रायपुर शहर में पुलिस जब से एक्शन मोड़ में आयी है तब से नशे के सौदागरों में एक अलग तरह का खौफ दिखने लगा है। बावजूद असामाजिक तत्वों ने अपने धंधों को चलाने के लिए जगह-जगह पर अब भी अपने अड्डे बना लिए हैं। शहर के भीतर नशे के सौदागरों ने अपने अड्डे बना लिए है। शहर में गांजा, शराब, सट्टा और जुआ का कारोबार जोर-शोर से चल रहा है। उनका संचालन बेखौफ किया जा रहा है।

शहर की हर गली में चलता सट्टा

रायपुर की गलियों में चल रहा सट्टा, जीतने के बाद बंट रहे पैसे। रायपुर जैसे शहर में सट्टा चलना आम बात है मगर ऐसी जगह सट्टा खिलाना जहां दिन भर यातायात पुलिस का बल ट्रैफिक की सेवा देते हैं उनके सामने इस तरह की अवैध कारोबारी चलाई जाती हैं। सट्टा खिलाने वाले आरोपी अपने आपको उस इलाके में सुरक्षित मानते हैं। और सट्टेबाजों के खिलाफ आज तक थाना में कोई शिकायत भी दर्ज नहीं हुई है, जिससे अपराधी सीना तानकर घूमते हैं। रायपुर में क्रिकेट को लेकर सट्टा और भी मैचों को लेकर भारी सट्टा खिलाया जाता हैं। सट्टा खिलाने के लिए सेवन स्टार नामक विशेष एप का भी इस्तेमाल किया जाता हैं। जब-जब रायपुर में आईपीएल क्रिकेट मैच चालू होता हैं उस वक्त सट्टा खिलाने वाले लोगों के प्यारे-न्यारे हो जाते हैं और खुलेआम अपने घरों में भी मोबाइल के जरिए सट्टा खिलाते हैं।

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