धमतरी। जिला शिक्षा अधिकारी रजनी नेल्सन ने पांच अगस्त को धमतरी विकासखण्ड के सांकरा और कण्डेल स्थित विभिन्न स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान सुबह 10.30 बजे तक स्कूल में उपस्थित नहीं होने वाले सात शिक्षक एवं एक कर्मचारी के वेतन काटने संबंधी आदेश जारी किए। इनमें सांकरा स्थित हाईस्कूल के देवकुमार साहू, प्राइमरी स्कूल के नोमेश कुमार साहू, दिनेश कोसरिया, धनंजय साहू, महानंद देवांगन तथा कण्डेल स्थित हायर सेकेण्डरी स्कूल के शिक्षक एके साहू, पीटीआई वंदना केरकेट्टा तथा सहायक ग्रेड 2 एमके पाण्डेय शामिल हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही एवं उदासीनता बरतने की वजह से यह कार्रवाई की जा रही है। इन आठ शिक्षक एवं कर्मचारियों का पांच अगस्त का वेतन काटा गया। इसके अलावा शासकीय प्राथमिक स्कूल पीपरछेड़ी के प्रधानपाठक रविकांत भोंसले को दो दिनों के भीतर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया है। दरअसल जिला शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण के दौरान सुबह 10.45 तक उक्त प्रधानपाठक स्कूल नहीं पहुंचे थे, कक्षा संचालित नहीं की गई, बच्चे बाहर घूमते पाए गए और स्कूल खोलने संबंधी पूर्व कार्ययोजना तैयार नहीं थी। साथ ही स्कूल में साफ-सफाई की कमी और सभी कार्य अव्यवस्थित पाए गए। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि प्रधानपाठक द्वारा पदीय दायित्वों के निर्वहन में उदासीनता एवं लापरवाही बरती गई है, जो कि छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 में प्रावधानित नियमों के प्रतिकूल है। इस कारण उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दो दिनों के भीतर अपना पक्ष जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रस्तुत उत्तर संतोषप्रद नहीं पाए जाने की स्थिति में नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कही गई।