रायपुर। अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण छ्ग शासन सदस्य,महिला कांग्रेस कमेटी प्रदेश महासचिव एवं अनुसूचित जाति कांग्रेस कमेटी प्रदेश उपाध्यक्ष,हिन्द सेना महिला ब्रिगेड राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं गुजरात विधानसभा चुनाव अहमदाबाद लोकसभा मुख्य पर्यवेक्षक रत्नावली कौशल कांग्रेस ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की गहमा-गहमी के बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग उठाई हैं.
कांग्रेस प्रदेश महासचिव रत्नावली कौशल ने कहा है कि वैसे तो सोनिया गांधी या फिर राहुल गांधी को ही पार्टी अध्यक्ष का दायित्व सम्हालना चाहिए था, लेकिन सोनिया जी ने अस्वस्थता के चलते दायित्व सम्हालने से मना कर दिया है और राहुल गांधी यह जिम्मेदारी सम्हालने से इंकार कर चुके हैं. राहुल गांधी देश के भावी प्रधानमंत्री हैं. ऐसे में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सर्वथा उपयुक्त उम्मीदवार साबित होंगे. श्री बघेल अध्यक्ष पद के लिए हर दृष्टिकोण से सर्वाधिक उपयुक्त साबित होंगे. बघेल में गज़ब की नेतृत्व क्षमता है. वे पार्टी के बड़े से बड़े और छोटे से छोटे नेता कार्यकर्त्ता को साथ लेकर चलने की काबिलियत रखते हैं. वे बड़े ही विनम्र और मिलनसार हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के तौर पर बघेल ने कांग्रेस की परंपरा और नीतियों के अनुरूप जिस तरह सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है, अल्प समय में ही राज्य को प्रगति के सोपान तक पहुंचा दिया है. उसी तरह पार्टी अध्यक्ष का दायित्व मिलने के बाद वे कांग्रेस को भी नए मुकाम तक पहुंचाने में जरूर सफल होंगे. रत्नावली कौशल ने कहा है कि है उसी प्रकार राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के बाद बघेल के नेतृत्व में हम सभी कांग्रेसजन नई ऊर्जा के साथ पार्टी को बुलंदियों तक पहुंचाएंगे. उन्होंने आगे कहा है कि कांग्रेस नेतृत्व ने भूपेश बघेल को ज़ब ज़ब जो - जो जिम्मेदारी दी है, तब - तब वे उन जिम्मेदारियों का पूरी निष्ठा के साथ सफलता पूर्वक निर्वहन करते आए हैं. श्री बघेल के पास कांग्रेस की राजनीति का अच्छा खासा तजुर्बा भी है. क्योंकि उन्होंने कांग्रेस में अपने सियासी करियर की शुरुआत छात्र जीवन से की थी. कांग्रेस तो श्री बघेल के रग रग में रची बसी है. भूपेश जी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के आधार स्तंभ रहे डॉ. खूबचंद बघेल के शिष्य हैं. इसलिए उन्होंने कई उतार चढ़ाव भी देखे, लेकिन कभी हार नहीं मानी और वे हमेशा कांग्रेस को आगे बढ़ाने में लगे रहे. एक छात्रनेता से शुरू किए गए अपने सफर में निरंतर आगे बढ़ते हुए वे आज मुख्यमंत्री के ओहदे तक पहुंचे हैं. इस बड़ी जिम्मेदारी को भी भूपेश बघेल सफलता पूर्वक निभाते आ रहे हैं. सुश्री कौशल ने कहा है कि एक मुख्यमंत्री के रूप में बघेल ने अल्प समय में ही छत्तीसगढ़ को विकास की बुलंदियों तक पहुंचा दिया है.
वे राजनीति में नए -नए प्रयोग करने में भी महारत हासिल कर चुके हैं. ऐसे ही नए प्रयोगों के तहत इस राज्य में उन्होंने गोधन न्याय योजना का सफल प्रयोग किया है. इससे छत्तीसगढ़ में जहां पशु पालन को प्रोत्साहन मिल रहा है वहीं गोबर और गोमूत्र की खरीदी कर उन्होंने हजारों महिलाओं और मजदूरों को आमदनी का बड़ा जरिया उपलब्ध कराया है, वहीं जैविक खेती को भी बढ़ावा दिया है. रत्नावली ने कहा है कि बघेल पिछड़ा वर्ग से आते हैं तथा एक सफल किसान भी हैं. इसीलिए वे किसानों, अनुसूचित जाति - जनजाति व पिछड़ा वर्ग के लोगों के दर्द को बेहतर ढंग से समझते हैं. यही वजह है कि इन वर्गों का उत्थान करने की दिशा में लगातार काम करते आ रहे हैं. भूपेश बघेल ने राहुल गांधी की मंशा के अनुरूप छत्तीसगढ़ में राजीव गांधी किसान न्याय योजना भी चला रखी है. इसके तहत किसानों को धान के बोनस की अंतर राशि का भुगतान किया जा रहा है. यह योजना किसानों में काफ़ी लोकप्रिय है. पूरे देश में छत्तीसगढ़ इकलौता राज्य है जहां राजीव गांधी किसान न्याय योजना लागू की गई है. किसी भी अन्य कांग्रेस शासित राज्य ने इस योजना को लागू करने के बारे में अब तक सोचा भी नहीं है.
निर्विवाद और सर्वमान्य हैं बघेल
कांग्रेस प्रदेश महासचिव रत्नावली कौशल ने कहा है कि भूपेश बघेल की एक सबसे बड़ी खासियत यह है कि वे पूरी तरह निर्विवाद छवि के नेता हैं. उन पर आज तक एक भी दाग नहीं लग पाया है. देश के सभी राज्यों के कांग्रेस नेताओं और पार्टी पदाधिकारियों के बीच श्री बघेल एक सर्वमान्य नेता के रूप में स्थापित हो चुके हैं. अगर उन्हें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए नामजद किया जाता है तो कहीं से भी उनका रत्तीभर भी विरोध नहीं होगा. सुश्री कौशल ने देश के सभी वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए भूपेश बघेल का नाम आगे बढ़ाने का आग्रह किया है.