रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्कूलों में मोबाइल फोन को प्रतिबंधित कर देना चाहिए। ये बच्चों को बिगाड़ रहा है। ये कहना है छत्तीसगढ़ राज्य बाल आयोग की अध्यक्ष तेजकुंवर नेताम का। रायपुर में रविवार को एक लग्जरी होटल में बाल अधिकारों, पाक्सो एक्ट, पुलिस की कार्रवाई, बच्चों से जुड़े कानून और कोर्ट की प्रक्रियाएं कैसे जल्दी पूरी की जाएं ऐसे विषयों पर वकॅशॉप का आयोजन था।
इस दौरान राज्य बाल आयोग की अध्यक्ष तेजकुंवार नेताम ने अहम बयान दिया। नेताम ने बताया कि प्रदेश के बच्चों का भविष्य संवारा जा सकता है। मगर मोबाइल से बच्चों को दूर करना होगा। ऑनलाइन क्लासेस की वजह से बच्चों की पढ़ाई अच्छी तरह से नहीं हो पाई है। रेगुलर क्लासेस में पढ़ाई अच्छी तरह हो पाती है।
बाल आयोग ने रायपुर में प्रदेश स्तर की समीक्षा बैठक ली। इसमें ज्यूडशरी, पुलिस और सरकारी विभागों के लोग शामिल हुए। राज्य बाल आयोग ही इस समीक्षा बैठक और वर्कशॉप का आयोजक था। कार्यक्रम में खास तौर पर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष गौतम भादुड़ी, यूनिसेफ के राज्य प्रमुख जॉब जकारिया, आईजी पुलिस डॉ. संजीव शुक्ला और महिला एवं बाल विकास विभाग के विशेष सचिव पोषण चंद्राकर भी उपस्थित थे।