छत्तीसगढ़

सुशील आनंद शुक्ला को हटाने की मांग, अरुण सिंह सिसोदिया ने दीपक बैज को लिखा पत्र

Nilmani Pal
2 May 2024 3:02 AM GMT
सुशील आनंद शुक्ला को हटाने की मांग, अरुण सिंह सिसोदिया ने दीपक बैज को लिखा पत्र
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रायपुर। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा मामले में पूर्व महामंत्री अरुण सिंह सिसोदिया ने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज क़ो पत्र लिखकर सुशील आनंद शुक्ला को हटाने की माँग की है। अरुण सिंह सिसोदिया ने पत्र में लिखा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस वैचारिक व राष्ट्रवाद व स्वतंत्रता संग्राम से निकली हुई 138 वर्ष पुराणी पार्टी है जिसका समाज में प्रत्येक वर्ग को सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक स्वास्थ व सामाजिक बराबरी एवम समरसता प्रदान करने का आज़ादी उपरान्त चरण बद्ध तरीके से प्रयास किया व भारत का सशक्त, समृद्ध व विश्व एक शक्ति साली राष्ट्र के रूप में स्थापित किया परन्तु जहा पर राहुल गाँधी सभी के न्याय की लड़ाई लड़ रहे है और आधी आबादी आधा हक व जिसकी जितनी आबादी उतना अधिकार प्रतिनिधि एवम व महिला सम्मान महिलाओ की न्याय के गारंटी के लिए कमरकस संघर्ष कर रहे है किन्तु उनके विचारो व योजनाओ पर प्रदेश के नेतृत्व की छाया में सगठन व पार्टी की नीतियों पर कुताराघात व नुकसान पंहुचा रहे है।

विदित हो कि AICC द्वारा नियुक्त मीडिया सयोजक से अभद्र व्यव्हार की घटना बेहद आपतिजनक है और कांग्रेस पार्टी मूल विचारो के विपरीत आचरण है मीडिया विभाग में घटित यह कृत्य कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुचाने वाला है व घोर अनुशासन हीनता है । अगर ऐसा कोई घटना हुई है तो निश्चित ही प्रदेश अध्यक्ष जी अनुशासन समिति के माद्ययम से जाच करने का दिशा निर्देष जारी करे साथ ही आपको अवगत कराना चाहता की ये वे लोग ही जिन्होंने पुरे सगठन पर कब्ज़ा जमा कर योग्य लोगो को कभी आगे आने नहीं दिया और और सरकार रहते खूब मनमानी किया और उस अहकारी कोटरी का हिस्सा है जिसके कारण सरकार चली गई, साथ ही इससे पूर्व भी इसी तरह के कई अनुशासन हीनता प्रदर्सन संरक्षण प्राप्त लोगो ने किया जिसके कारण सगठन निरंतर कमजोर होता चला गया और व्यक्ति मजबूत होते चले गए।

अतः कांग्रेस सगठन के पुर्नगठन शुद्धिकरण हेतु दोषी पाए जाने पर संचार प्रमुख उनके संरक्षक व पूरी कोटरी को पार्टी से बर्खास्त किया जाये जिनके चेहरे और भ्रष्टाचार के कारण सरकार चली गयी।

जनता से रिश्ता की टीम राधिका खेड़ा से संपर्क करने में लगी हुई है। लेकिन वे फोन नहीं उठा रहे है।




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