छत्तीसगढ़

ठेका-प्लेसमेंट प्रथा बंद कर नियमितिकरण की मांग

Nilmani Pal
11 Nov 2022 5:48 AM GMT
ठेका-प्लेसमेंट प्रथा बंद कर नियमितिकरण की मांग
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170 नगरीय निकायों के कर्मी 27 को धरना देंगे

चुनावी आहट के साथ ही अनियमित कर्मचारियों में जगी नियमितिकरण की उम्मीद

रायपुर (जसेरि)। कर्मचारियों में सरकार से अब कुछ हासिल करने के लिए उनका संगठन हाथपांव मारने लगा है। चुनावी आहट के साथ ही अनियमित कर्मचारियों में नियमितिकरण की उम्मीद जाग गई है, नए चुनाव को लेकर सरकार के समक्ष अपनी बात करने के लिए आंदोलन की ओर आगे बढऩे लगे। 5 लाख अनियमित कर्मचारियों के नियमितिकरण को लेकर पूर्व में 2018 में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में शामिल किया था, लेकिन अधिकारियों ने इसकी व्याख्या गलत कर दी जिससे वो सभी कर्मचारी लाभ से वंचित हो गए है। और अभी तक नियमितिकरण के लिए तरस रहे हैं।के इसी सिलसिले में अब प्रदेश के सभी 170 नगरीय निकायों में आगामी 27 नवंबर को एक दिन के लिए सफाई, पानी, बिजली आपूर्ति सहित अन्य प्रशासनिक कार्य बाधित रह सकता है। क्योंकि नगरीय निकायों में प्लेसमेंट पर तैनात सभी कर्मचारी ठेका प्रथा बंद कर नियमितीकरण की मांग को लेकर एक दिन का महाधरना देने जा रहे हैं। दरअसल शासन द्वारा नियमितीकरण की प्रक्रिया अपनाई गई है जिसमें नगरीय निकायों के प्लेसमेंट कर्मचारियों की जानकारी अभी तक नहीं गई है। मंत्रालय से जो जानकारी देने के लिए फार्मेट अन्य विभागों में भेजा गया है वह अभी निकायों में नहीं आया है। वहीं शासन ने करीब 45 हजार अनियमित मांग पत्र कर्मचारियों को नियमित करने के लिए सूची तैयार कर लिया है। इसमें निकायों के एक भी कर्मचारी शामिल नहीं है। बता दें कि प्रदेशभर के 170 निकायों में करीब 50 हजार कर्मचारी प्लेसमेंट पर तैनात है। इनमें से अधिकांश ऐसे हैं जो 10-15 साल से प्लेसमेंट पर ही काम कर रहे हैं। छग नगरीय निकाय प्लेसमेंट कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय ऐडे ने बताया कि ठेका प्रथा बंद कर नियमितीकरण की मांग को लेकर मुख्यमंत्री सहित विभागीय मंत्री व तीन केबिनेट मंत्रियों को ज्ञापन सौंपा जा चुका है लेकिन अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है। आदिवासी इलाका बस्तर और जशपुर के नगरीय निकायों में तैनात प्लेसमेंट कर्मचारियों में सबसे ज्यादा आक्रोश है।

इन इलाकों के निकायों में सफाई, पानी, बिजली सहित अन्य प्रशासनिक कार्यों के लिए प्लेसमेंट पर बड़ी संख्या में कर्मचारी तैनात किए गए हैं। इसी तरह रायपुर नगर निगम में भी करीब पांच हजार कर्मचारी प्लेसमेंट पर तैनात हैं, जिसमें सफाई, पानी, बिजली और कम्प्यूटर ऑपरेटर का काम शत. प्रतिशत यही लोग संभाल रहे हैं।

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