> प्रमुख सचिव से चर्चा के बाद देर रात खत्म किया धरना
रायपुर (जसेरि)। प्रदेश में शिक्षकों के साढ़े 14 हजार पदों पर जल्द भर्ती की मांग को लेकर चयनित अभ्यर्थियों ने स्कूल शिक्षा संचालनालय का घेराव किया। करीब दस घंटे के धरने के बाद देर रात प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला से चर्चा के बाद उन्होंने अपना धरना खत्म किया। उनकी अधिकांश मांगों पर सहमति बन गई है। इससे पहले छत्तीसगढ़ डीएड-बीएड संघ के नेतृत्व में सोमवार को सैकड़ों अभ्यर्थी नवा रायपुर पहुंचे। इंद्रावती भवन के गेट नंबर 1 के पास स्कूल शिक्षा विभाग के सामने धरने पर बैठ गए। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि सीएम भूपेश बघेल ने हफ्ते भर में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए कहा था लेकिन विभाग भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के स्थान पर फिर से सत्यापन की तैयारी कर रहा है। उनका कहना था कि विभाग की इस प्रक्रिया से भर्ती में देरी तो होगी ही साथ ही इसमें गड़बड़ी होने की भी संभावना है। इस आंदोलन पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि सरकार चयनितों के साथ अन्याय कर रही है। पहले जब सत्यापन हो चुका है तो उनको नियुक्ति मिलनी चाहिए। कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि सारी चीजें प्रक्रिया के तहत होती है। भर्ती करना सरकार की मंशा है। थोड़ा धैर्य रखना होगा। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेश में लॉक डाउन के पहले से शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया चल रही है।
स्कूल शिक्षा विभाग को 14 हजार 580 पदों पर भर्ती करनी है, लेकिन कोरोना के चलते पिछले 7 महीने से भर्ती अटकी हुई है। इससे पहले चयनित युवा 22 अगस्त को एक दिन के लिए धरना पर भी बैठे थे। सात सिंतबर को सभी ने सीएम हाउस का घेराव किया था। इस दौरान सीएम ने हफ्तेभर में भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए थे।