शराब कोचियों पर कार्रवाई की मांग, एसएसपी को सौंपा ज्ञापन
रायपुर। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर समय-समय पर थाना अमला द्वारा शराब कोचियों के खिलाफ किये जाने वाले पुलिसिया कार्यवाही बेअसर साबित हो रहा है । शराब की वजह से ग्रामों में व्याप्त हो रहे अशांति व अपराधों पर रोकथाम के लिये इनमें लिप्त तत्वों के खिलाफ सतत व सख्त प्रभावी कार्यवाही की जरूरत ठहराते हुये शराब विरोधी मुहिम में सक्रिय किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा ने रायपुर जिला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल को ज्ञापन सौंप आसन्न 28 जुलाई को संपन्न होने जा रहे हरेली त्यौहार पर ग्रामीण अंचल में इसकी वजह से अशांति रोकने लिप्त तत्वों के खिलाफ सघन अभियान चलाने की मांग की है ।
शर्मा के अनुसार वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर थाना अमला द्वारा चलाये जाने वाले पुलिसिया कार्यवाही का असर कुछ ही दिनों तक दिखलायी पड़ता है और स्थिति फिर जस का तस हो जाता है । सपड़ में आये कोचिये के साथ - साथ कार्यवाही के डर से दुबके कोचिये फिर सक्रिय हो ग्रामीण माहौल को अशांत करने लगते हैं और खासकर शाम ढले महिलाओं , नौनिहालों व सभ्य नागरिकों का राह चलना दूभर हो जाता है । मंदिरहसौद थाना का उदाहरण देते हुये उन्होंने बतलाया कि ग्रामीणों की शिकायत पर लिप्त तत्वों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है लेकिन इसका असर अधिक दिनों तक नहीं दिखाई पड़ रहा । कमोबेश जिले के सभी थाना क्षेत्रों का यह हाल होने की जानकारी देते हुये उन्होंने इस पर रोक लगाने सतत प्रभावी कार्यवाही की आवश्यकता प्रतिपादित की है । इस पर रोक लगाने के प्राथमिक दायित्व वाले आबकारी विभाग के रव्वैये पर तंज कसते हुये उन्होंने कहा कि शासन का राजस्व बढ़ाने के नाम पर वह प्रदेश के शराब को अधिकाधिक बिकवाने इसमें लिप्त तत्वों को अनदेखा कर महज प्रदेश के बाहर से आने वाले शराब को पकड़ने में मशगूल है व कानून व्यवस्था बनाये रखने के नाम पर पुलिस प्रशासन यह जिम्मेदारी निबाहना पड़ता है । अवैध शराब बिक्री की शिकायत पर कतिपय आबकारी अमला द्वारा अपनी खाल बचाने संबंधित ग्राम के सरपंच से भविष्य में शिकायत न बिकने देने की कोरा आश्वासन दे शराब न बिकने का लिखित प्रमाणपत्र लेने की शिकायत मिलने की जानकारी देते हुये उन्होंने जहां सरपंचों से ऐसा कोई प्रमाणपत्र न देने का आग्रह किया है वहीं संबंधित जिलाधीशों से ऐसे ग्रामों में ग्रामसभा से इसकी पुष्टि कराने के बाद ही झूठा पाये जाने पर संबंधित आबकारी अधिकारी पर कार्यवाही का आग्रह किया है । प्रत्येक वर्ष हरेली त्यौहार के दिन अवैध शराब बिक्री की वजह से ग्रामीण माहौल अशांत होने की स्थिति को देखते हुये उन्होंने पुलिस अधीक्षक अग्रवाल से कोचियों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही का आग्रह किया है।