छत्तीसगढ़

रायपुर में ढाई महीने के मासूम की मौत, होली की खुशियां मातम में बदली

Shantanu Roy
25 March 2024 2:58 PM GMT
रायपुर में ढाई महीने के मासूम की मौत, होली की खुशियां मातम में बदली
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छग
रायपुर। रायपुर की एक कॉलोनी सुनसान है। लाभांडी इलाके की संकल्प सोसाइटी में डायरिया फैला हुआ है। यहां रविवार को ढाई महीने के बच्चे की मौत भी हो गई। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने बयान दिया है कि, परिजन और बच्चे को उल्टी-दस्त की शिकायत नहीं थी। बच्चे की मौत ब्रेन में संक्रमण से हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कुछ दिन पहले बच्चे के परिजन को डायरिया की शिकायत थी। लाभांडी में डायरिया मरीजों की संख्या 85 पार हो गई है। लोगों में इतना खौफ है कि अब वे कॉलोनी छोड़ने की बात कह रहे हैं। स्थानीय लोगों ने इलाज की सही व्यवस्था नहीं होने का भी आरोप लगाया है। वहीं डायरियां का प्रकोप झेल रहे लोग इस बार होली का त्योहार नहीं मना रहे हैं।
लाभांडी क्षेत्र के संकल्प कालोनी कैंपस के ढाई महीने के बच्चे को देर रात 2 बजे गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि, बच्चा दूध नहीं पी रहा था एवं सुस्त था, बच्चे एवं परिवार के सदस्यों को उल्टी, दस्त की शिकायत नहीं थी। बच्चा शॉक की कंडीशन में था, जिसके कारण बच्चे को आईसीयू में भर्ती किया गया था। अस्पताल के चिकित्सकों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक बच्चे की मृत्यु का कारण ब्रेन में संक्रमण बताया गया।
लाभांडी में मरीजों की संख्या कम होने का नाम नही ले रही है। आज डायरियां के 3 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्थानीय लोगो का कहना है कि मरीजों की सेहत में कोई सुधार नही आ रहा है। लाभांडी के डायरिया से ग्रस्ति परिवार के लोगो ने बताया कि वे रोजाना काम करके अपना जीवन यापन करते है। तबियत खराब होने के कारण वे लोग काम करने नही जा रहे है। जिससे उनके परिवार में दो वक्त की रोटी के लिए परेशानी हो रही है। सभी पीड़ित परिवार के लोगो ने जिला प्रशासन से मदद की अपील की है।
23 मार्च को जिला अस्पताल में परिजनों के हंगामे और शिकायत के बाद देर रात रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू जिला अस्पताल पहुंचे थे और मरीजों का हाल चाल जाना। इस दौरान परिजनों ने ग्रामीण विधायक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जमकर सुनाया और कॉलोनी छोड़ने की धमकी भी दी थी। कॉलोनी के रहने वाले सूरज ने कहा कि आज हम सभी कॉलोनीवासी परेशान हैं। जितना लॉकडाउन में हम परेशान नहीं हुए थे उससे कई ज्यादा डायरिया के प्रकोप से परेशान हो रहे हैं। हालात इतने खराब हैं कि एक एम्बुलेंस में 7 से 8 मरीजों को भरकर लाया जा रहा है। अधिकारी सिर्फ मौके पर फोटो बाजी कर रहे हैं। अभी तक कॉलोनी से 80 से ज्यादा मरीज निकल गए हैं लेकिन विभाग के लोग सही आंकड़े को छिपा रहे हैं ।
रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में इलाज के दौरान ढाई महीने के बच्चे की मौत हो गई. बच्चे का इलाज अस्पताल के आईसीयू वार्ड में चल रहा था. मेकाहारा के डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे को वीकनेस और फीडिंग नहीं करने की शिकायत थी. बच्चे को शनिवार के दिन ही अस्पताल में भर्ती किया गया था. अस्पताल के डॉक्टरों ने दावा किया है कि बच्चे की मौत ब्रेन में हुए इंफेक्शन की वजह से हुई है. बच्चे का इलाज गहन चिकित्सा कक्ष में किया जा रहा था. बच्चे को जिस वक्त अस्पताल लगाया गया उस वक्त बच्चा काफी कमजोर था. लाभांडी इलाके में इन दिनों डायरिया का कहर है. डायरिया के 80 मरीज अबतक इलाके में मिल चुके हैं. लगातार डायरिया के बढ़ते मरीजों को देखते हुए इलाके में मेडिकल कैंप भी लगाया गया है. कैंप के जरिए लोगों का इलाज और दवाएं मुहैया कराई जा रही है।
वर्जन
"राजधानी रायपुर से लगे हुए लाभांडी के संकल्प सोसायटी इलाके में 20 मार्च से डायरिया फैला हुआ है. बीते 5 दिनों के दौरान डायरिया के 80 मरीज पाए गए हैं. जिसमें बहुत सारे मरीज इलाज के दौरान ठीक भी हो गए हैं. सीएमएचओ ने बताया कि डायरिया के लगभग 14 मरीज मेकाहारा हॉस्पिटल और पंडरी जिला अस्पताल में भर्ती है." - मिथिलेश चौधरी, सीएमएचओ, रायपुर
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