54 आदिवासियों की मौत: ये दावा कर बीजेपी बोली - संवेदनहीन है छत्तीसगढ़ की सरकार
कांकेर । छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल इस समय बस्तर संभाग के दौरे पर हैं। आज कांकेर के सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता के दौरान नेता द्वय ने सरकार पर संवेदनहीन होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इंद्रावती नदी के उसपार 54 आदिवासियों को मौत हो गई है। 50 लोग अभी भी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार के कोई भी नुमाइंदे उन ग्रामीणों तक नहीं पहुंचे, न कवासी लखमा गए ना ही मोहन मरकाम गए। नेता प्रतिपक्ष ने ग्रामीणों की मौत की सूची गिनाई।
इस सूच में नारायणपुर, सुकमा, बीजापुर के ग्रामीणों के मरने वालों के नाम थे। नारायण सिंह चंदेल ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि भूपेश बघेल और टी एस सिंहदेव में आपसी संवाद नहीं होने से ऐसी परिस्थिति का निर्माण हो रहा है और ग्रामीणों की मौत की सूची ग्रामीणों ने ही उपलब्ध कराई है।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने सरकार के रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि इंद्रावती के उस पर 54 लोगों की मौत हो गई है। सरकार आज तक वहां नहीं पहुंच पाई है। स्वास्थ विभाग इंजन के पिस्टन की तरह बैठ गया है। गंभीर विषय है और आने वाले विधान सभा सत्र में हम इस मुद्दे को उठाएंगे और उच्च स्तरीय जांच करवाएंगे। इस दौरान पूर्व मंत्री केदार कश्यप, कांकेर के सांसद मोहन मंडावी, भानुप्रतापपुर के पूर्व विधायक देवलाल दुग्गा, कांकेर के पूर्व विधायक सुमित्रा मारकोले भी मौजूद रहे।