श्रमिक नेता का पार्थिव शरीर मानवता को समर्पित, निधन के बाद की गई देहदान
भिलाई। बीएसपी के पूर्व श्रमिक नेता रमणीक लाल ठक्कर के मरणोपरांत उनका मृत शरीर उनकी इच्छा के अनुरूप चिकित्सा अध्ययन हेतु दान किया गया. स्वर्गीय रमणिकलाल ने गत वर्ष प्रनाम के अध्यक्ष पवन केसवानी के माध्यम से अपने अग्रज लवजी भाई ठक्कर और अपनी भाभी कांताबेन ठक्कर के साथ संयुक्त रूप से दान करने की वसीयत जारी की थी.
28 मई की सुबह 85 वर्ष की अवस्था में नींद के दौरान मृत्यु हो गई ! परिजनों द्वारा सुबह 4 बजे इसकी सूचना पवन केसवानी को दिए जाने के बाद प्रनाम द्वारा वाहन आदि की व्यवस्था के साथ देहदान की औपचारिकता संपन्न करवाई गई. स्वर्गीय रमणिकलाल की पार्थिव काया चंदखुरी स्थित राजीव लोचन आयुर्वेदिक कॉलेज के विद्यार्थियों को चिकित्सा अध्ययन हेतु दान की गई.
देहदान के इस पुनीत कार्य में उनके बड़े भाई लवजीभाई ठक्कर,कांता बेन ठक्कर, कुसुम ठक्कर, भावेश ठक्कर,दीपिका ठक्कर, अमित ठक्कर,बृजेश ठक्कर आदि परिजनों के अलावा विवेक रंजन सिंह, संजीत सोनी,गुजराती समाज सेक्टर-4 के अध्यक्ष कौशिक भाई दवे,गिरीश सावरिया,निखिलेश दावडा,मनोज ठक्कर , हेमंत भाई खत्री ,सुधीर आनंदपारा दीपक भट्ट आदि ने अपना विशेष योगदान दिया ! इस दौरान मौजूद समस्त प्रबुद्ध जनों ने स्वर्गीय रमणिकलाल ठक्कर के द्वारा मानवता की भलाई के लिए दिए गए उनके योगदान को याद करते हुए मौन श्रद्धांजलि दी.