रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने दो दिवसीय दंतेवाड़ा प्रवास के पहले दिन गीदम विकासखण्ड के ग्राम हारम पहुंचकर बिहान महिला समूहों द्वारा संचालित डेनेक्स नवा दंतेवाड़ा गारमेंट फैक्टरी का उदघाटन किया। श्री बघेल ने फैक्ट्री का अवलोकन किया, वहां काम कर रही महिलाओं और बालिकाओं से बातचीत कर उनके कार्य के बारे में जानकारी ली, उनका उत्साहवर्धन तथा फैक्ट्री में तैयार किए जा रहे वस्त्रों की गुणवत्ता की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब दंतेवाड़ा की नारी शक्ति द्वारा इस फैक्ट्री में तैयार गारमेंट ब्रांड ''डेनेक्स'' का नाम देश-विदेश में चमकेगा। उन्होंने फैक्ट्री में काम कर रही बालिकाओं को अर्शीवाद भी दिया।
उल्लेखनीय है कि दंतेवाड़ा जिले में गरीबी, उन्मूलन के लिए जिला प्रशासन की पहल पर स्थानीय महिलाओं को प्रशिक्षण देकर इस गारमेंट फैक्ट्री शुरू की गई है। इस अत्याधुनिक फैक्ट्री में महिलाओं को नियमित रूप से रोजगार उपलब्ध कराने के मद्देनजर यहां के उत्पादों के बिक्री के लिए ट्राईफेड, सीआरपीएफ, एनएमडीसी के साथ एमओयू (अनुबंध) किया गया है। इस प्रोजेक्ट हेतु 1.92 करोड़ रू. की टेक्सटाईल यूनिट 5 एकड़ की भूमि पर लगाई गई है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि डेनेक्स में धुर नक्सल क्षेत्र दंतेवाड़ा में बहनों को फैक्ट्री में कुशलता के साथ वस्त्र तैयार करते देख आज सुखद आश्चर्य हो रहा है। दन्तेवाड़ा में जहाँ लगातार नक्सली घटनाएं होती थी और सिवाय खदान के रोजगार का कोई साधन नहीं होता था, वही आज हमारी बहनें प्रशिक्षण लेकर उच्च गुणवत्ता के जैकेट, शर्ट, कुर्ता सहित विभिन्न प्रकार के रेडीमेड गारमेंट बना रहीं हैं। हमारी बहनों के परिश्रम से जल्द ही दंतेवाड़ा की तस्वीर बदलेगी। धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में इतनी बड़ी फैक्ट्री संचालित की जा रही है, जितनी बड़ी फैक्ट्री राजधानी रायपुर में भी नहीं। आप सभी ने रोजगार के नए अवसर सृजित किये और यह बताया कि हमारी बहनें चाहे तो क्या नहीं कर सकती। नई शुरुआत की यह पहली जीत है। इससे लोगों को रोजगार मिलेगा और जिले की पहचान भी बनेगी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस फैक्ट्री के शुभारम्भ पर सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी।
बिहान की महिला सदस्यों ने मुख्यमंत्री को गारमेंट फैक्ट्री में कोसे से निर्मित जैकेट और टी-शर्ट भेंट किए। मुख्यमंत्री ने महिलाओं द्वारा तैयार किए जा रहे उत्पादों की गुणवत्ता की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों ने मेरे लिए जैकेट भी बनाया है यह देखकर अत्यधिक प्रसन्नता हो रही है। जब आपके द्वारा निर्मित ये उत्पाद देश और विदेश में जाएंगे तो आपके मेहनत की प्रशंसा होगी साथ ही आपके जिले का प्रचार भी होगा।
इस अवसर पर फैक्टरी की प्रशिक्षक श्रीमती रेनू एक्का ने बताया कि नवा दंतेवाड़ा गारमेंट फैक्ट्री के नाम से जिले में वस्त्र उद्योग की पहली यूनिट जिले के गीदम विकासखंड के हारम ग्राम पंचायत में खोली जा रही है,जहां दो पाली में 300 परिवारों को रोजगार प्रदान किया जाएगा। इसमें उन्हें शुरुआत में 45 दिन का प्रशिक्षण देकर कैंची पकड़ना, कटाई, सिलाई, फिनिशिंग, इस्त्री करना, पैकेजिंग जैसी बेसिक चीजें सिखाई जा रही है। जिससे प्रत्येक हितग्राही वस्त्र उद्योग की सभी बारीकियों में पारंगत हो सकें। फैक्ट्री में तमाम आधुनिक तकनीकों से काम किया जाएगा। इस भव्य फैक्ट्री में यहां कार्यरत लोगों के लिए प्रशिक्षण रूम, किचन, डाइनिंग रूम, रेस्ट रूम, प्राथमिक उपचार केन्द्र, बच्चों के खेलने के लिए रूम, गार्डन, शौचालय तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। भविष्य में हारम यूनिट के अतिरिक्त दंतेवाड़ा, बारसूर और बचेली में भी यूनिट स्थापित की जाएंगी। जिससे जिले के एक हजार परिवार को रोजगार मिलेगा। जो दंतेवाड़ा जिले में गरीबी उन्मूलन के लिए नींव का पत्थर साबित होगा।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री एवं दंतेवाड़ा जिले के प्रभारी मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, लोकसभा सांसद श्री दीपक बैज, बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और बीजापुर विधायक श्री विक्रम शाह मण्डवी, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष और नारायणपुर विधायक श्री चंदन कश्यप, संसदीय सचिव व जगदलपुर विधायक श्री रेखचन्द जैन, विधायक कोंडागाँव श्री मोहन मरकाम, विधायक श्रीमती देवती कर्मा, जिला पंचायत दंतेवाड़ा अध्यक्ष तूलिका कर्मा, नक्सल ऑपरेशन प्रमुख एडीजी अशोक जुनेजा, कमिश्नर श्री जी.आर. चुरेन्द्र, आईजी सुंदरराज पी., कलेक्टर श्री दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव सहित अन्य अधिकारी एवं क्षेत्र के गणमान्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।