दंतेवाड़ा जिला का विकासखंड कटेकल्याण अत्यंत दूरस्थ नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, जो भौगोलिक एवं आवागमन के दृष्टि से अत्यंत दुर्गम क्षेत्र है। जहाँ ग्रामों में युवा पढ़ लिख कर बेरोजगारी की दंश झेल रहे है। ऐसे में यहाँ के स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराकर समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। जिला कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा ग्राम स्वरोजगार केंद्र की परिकल्पना से गरीबी बेरोजगार युवाओं को शासन की ओर से आर्थिक सहयोग कर स्वयं के ग्राम में व्यवसाय करने की प्रेरणा दी गयी। योजना के तहत सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग को इस कार्य का नोडल बनाया गया। विभाग के द्वारा अपने अधीक्षकों को ग्राम नोडल स्तर पर तथा मंडल संयोजक को ब्लॉक स्तर का नोडल बनाया गया। इस प्रकार ग्राम नोडल अधीक्षकों के द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर बैठक कर इस योजना के बारे में जानकारी दी गयी। इच्छुक युवा बेरोजगारों का चयन कर रोजगार करने के लिए प्रेरित किया गया। इसी दौरान विकास खण्ड कटेकल्याण के ग्राम बेंगलुर में कुम्माराम कुड़ामी जो कि मोटर साईकल रिपेयरिंग का कार्य मे प्रशिक्षित था, आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण कोई व्यवसाय नही कर पा रहे थे। तब नोडल अधीक्षक सुंदर कश्यप द्वारा कुम्माराम कुड़ामी को इस योजना की विस्तृत जानकारी दी व ब्लॉक नोडल अधिकारी मंडल संयोजक दीपेंद्र शर्मा के मार्गदर्शन से श्री कुम्माराम कुड़ामी को 50 हज़ार रुपये का लोन स्वीकृत किया गया। ग्राम पंचायत बेंगलुर में उनके लिए एक दुकान की व्यवस्था कराई गयी और दुकान के संचालन हेतु आवश्यक सामग्री खरीदी गई। आज लगभग दुकान संचालन को 3 माह पूर्ण हो चुका है और श्री कुम्माराम कुड़ामी अब व्यवसाय करने में पूरी तरह सक्षम है और उन्हें प्रतिदिन 5 सौ से 6 सौ तक आमदनी होती है। जिससे वह अपने परिवार का पालन पोषण उत्तम तरीके से कर रहा है। साथ ही अन्य बेरोजगार युवाओं को शासन की इस योजना के बारे में जानकारी देकर प्रेरित कर रहा है। श्री कुम्माराम कुड़ामी ने कलेक्टर सोनी एवं सहायक आयुक्त आनंद सिंह को धन्यवाद किया है। साथ ही कहा कि आज मैं और मेरा परिवार शासन की इस योजना का लाभ पाकर सम्मान पूर्वक जीवन यापन कर रहे हैं।