छत्तीसगढ़

प्रेस क्लब चुनाव में दामू की चाल कामयाब, मिला स्टे

Nilmani Pal
16 Feb 2023 5:29 AM GMT
प्रेस क्लब चुनाव में दामू की चाल कामयाब, मिला स्टे
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रायपुर (जसेरि)। रायपुर प्रेस क्लब के निर्वाचन प्रक्रिया पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। ज्ञात हो कि इस संबंध में रजिस्ट्रार फम्र्स एवं संस्थाएं छत्तीसगढ़ के पत्र क्रमांक 1955 दिनांक 31 जनवरी 2023 अनुसार रायपुर प्रेस क्लब के निर्वाचन की कार्यवाही को लेकर उच्च न्यायालय बिलासपुर मे याचिका दायर होना पाया गया है। उच्च न्यायालय द्वारा निर्वाचन कार्यक्रम घोषित नहीं करने का आदेश पारित किया गया है। रजिस्ट्रार फम्र्स एवं संस्थाएं छत्तीसगढ़ के उक्त पत्र के परिपालन मे एतद् द्वारा प्रेस क्लब रायपुर के निर्वाचन संबंधी आगामी कार्यक्रम घोषित नहीं किये जायेंगे। गौरतलब है कि राजधानी के प्रेस क्लब का चुनाव पिछले 4 साल से विवादों में फंसा हुआ है, वर्तमान में क्लब में कोई निर्वाचित कमेटी कार्यरत नहीं है। पिछले 4 सालों से दामू आंबेडारे हाई कोर्ट से स्टे लेकर अकेले प्रेस क्लब का संचालन कर रहे है। एक पत्रकार ने स्टे लाकर चुनाव प्रक्रिया में अडंगे लगा दिया है। इस संबंध में जब दामू अंबेडारे से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि न तो मैं कोर्ट गया हूं और न ही स्टे लाया हूं।

प्रेस क्लब में चुनाव नहीं होने को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी तंज कस चुके है। दिसंबर में एक बार फिर विरोधी गुट सक्रिय हुआ और कलेक्टर से मिलकर क्लब का चुनाव संपन्न कराने और क्लब में विगत 4 साल से एक ही व्यक्ति के एकाधिकार को संवैधानिक तरीके से खत्म करने की मांग की। जिसके बाद कलेक्टर ने चुनाव अधिकारी की नियुक्ति कर चुनाव प्रक्रिया शुरू करने निर्देश दिए थे। चुनाव अधिकरी ने 10 फरवरी तक मतदाता सूची पर दावा-आपत्ति आमंत्रित किया था। समयावधि गुजरने के बाद चुनाव की तारीख घोषित होनी थी इससे पहले ही दामू आंबेडारे ने एक बार फिर हाईकोर्ट से स्टे लेकर चुनावी प्रक्रिया पर फिर से रोक लगा दी।

दामू आंबेडारे पिछले 4 साल से प्रेस क्लब का संचालन कर रहे है उसके साथ निर्वाचित अन्य पदाधकारियों ने मतभेदों के चलते अपने पदों से इस्तीफा दे दिए थे। पिछले 4 सालों से प्रेस क्लब का चुनाव नहीं होने को लेकर प्रशासन स्तर पर भी चर्चा है। प्रेस क्लब के ही एक कार्यक्रम में सीएम बघेल ने दामू आंबेडारे को नहीं हटा सकने को लेकर पत्रकारों पर चुटकी ली थी। आपको बता दें कि शासन एवं पत्रकारों का एक गुट ये चाहता था कि इस साल प्रेस क्लब में चुनाव हो मगर एक बार फिर से उनके मंसूबे पर पानी फिर गया है।

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