रायपुर. दाजी और हार्टफुलनेस अभियान
हार्टफुलनेस संस्थान के चतुर्थ वैश्विक मार्गदर्शक पद्म भूषण से सम्मानित श्रद्धेय कमलेश डी पटेल, जिन्हें प्यार और सम्मान से सब दाजी पुकारते हैं, के नगर आगमन के पवित्र अवसर पर रायपुर नगरवासी आभार एवं कृतज्ञता से अभिभूत हैं| दाजी इस दुनिया के हर मनुष्य के दरवाजे तक हार्टफुलनेस ध्यान पहुँचाने के लिए कटिबद्ध हैं| 2019 में उनके आगमन के समय बूढ़ापारा स्टेडियम में उपस्थित हजारों युवा आज भी उनके सम्बोधन और ऊर्जामयी प्राणाहुति को नहीं भूले हैं | अब 2023 में भी आप उनके साथ ध्यान में सम्मिलित होने का आनंद ले सकते हैं |
योग और ध्यान के द्वारा शाश्वत आनंद का मार्ग भारतीय परंपरा का हिस्सा
पूज्य दाजी आजकल मध्यप्रदेश के दौरे पर जाने के लिए निकले हैं, तथा रायपुर की जनता के प्रेम और रुझान के कारण एक दिन के लिए यहाँ ठहरे हुए हैं | उनके करिश्माई नेतृत्व में हाल ही में 'एकात्म अभियान' - हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान’ नामक एक अभियान शुरू किया गया था जो 4 मई 2023 से शुरू हुआ और 21 जून 2023 तक चलेगा| जिसके अंतर्गत मध्य प्रदेश के एक करोड़ से अधिक निवासियों को हार्टफुलनेस योग और ध्यान अभ्यास, जीवन कौशल कार्यक्रम निशुल्क उपलब्ध करवाया जा रहा है | अब तक दाजी के गहन मार्गदर्शन में 10000 से अधिक स्वयंसेवकों और 12000 से अधिक मास्टर ट्रेनरों की सहायता से इस अभियान को मध्यप्रदेश के 40000 गाँवों के 52 जिलों, 313 ब्लॉकों में 90 लाख से अधिक लोगों तक पहुँचाया जा चुका है तथा 21 जून तक 1 करोड़ से अधिक जन-जीवन को हार्टफुलनेस से परिचित कराने का लक्ष्य लगभग पूरा हो ही चुका है।
स्वामी विवेकानंद ने कहा है – ‘जब भी हम सत्य को खोजने के प्रयास में असफल होते हैं तो शिकायत करने की बजाय हमारा पहला कर्तव्य होना चाहिए कि हम अपने अंतर्मन में झाँकें और देखें कि क्या हृदय की यह तड़प वास्तविक है? तब अधिकांश लोगों में पाएँगे कि न हम स्वयं ही सत्य को ग्रहण करने योग्य थे और न हममें आध्यात्मिकता को पाने की सच्ची तड़प थी|’ आध्यात्मिकता प्रत्येक मनुष्य का जन्मसिद्ध अधिकार है | भारतीय योग-दर्शन की इस महती परंपरा को गत 150 वर्षों से पूरी दुनिया तक पहुँचाने का असंभव सा लगने वाला कार्य, बड़े ही सशक्त तरीके से श्री रामचंद्र मिशन के मार्गदर्शकों द्वारा पहले सहजमार्ग और अब हार्टफुलनेस ध्यान के नाम से, सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया जा रहा है.