छत्तीसगढ़

दुकानों के बाहर तस्करों के गुर्गों की भीड़, कोचिए खरीद रहे शराब

Admin2
6 Jun 2021 5:32 AM GMT
दुकानों के बाहर तस्करों के गुर्गों की भीड़, कोचिए खरीद रहे शराब
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रवि-आसिफ गैंग गली-मोहल्लों में कर रहा अवैध कारोबार

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में अवैध धंधों के लिए मशहूर रवि-आसिफ गैंग अब शराब भट्टियों के बाहर अब अपने गुर्गे को भीड़ में खड़े करने लगे है। और उसकी आड़ में कोचिए भीड़ का फायदा उठाकर शराब खरीदते है और शहर भर की गलियों में बेचते घुमते है। लॉकडाउन के समय तो रवि-आसिफ के गुर्गे तो अवैध शराब ही बेचते थे। लेकिन जब से लॉकडाउन में आंशिक छूट मिली है। रवि-आसिफ अपने गुर्गों को शराब भट्टियों के बाहर भीड़ लगाने के लिए खड़े करवा देते है। जिसकी आड़ में कोचियों को ज्यादा मात्रा में शराब मिलती है। जिसे कोचिए शहर भर की गलियों में बेचते घुमते है। रोजाना शराब दुकानों में लोगों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। जिस वजह से कोचिए भी इस भीड़ का फायदा उठाकर भारी मात्रा में शराब खरीद लेते है। उसके बाद गली-गली जाकर महंगे दामों में शराब बेचना शुरू कर देते है। जिससे पुलिस को भनक तक नहीं लगती की उनके थाना क्षेत्र में कौन-सा व्यक्ति अवैध शराब बेच रहा है।

शराब के बड़े कोचिए सक्रिय: शहर में हर गली मौहल्ले में अवैध शराब बेचने का धंधा खुलेआम चल रहा है। कोई घर में रखकर शराब बेच रहा तो कोई ब्रांच के नाम से थड़ी लगाकर। यह अवैध शराब बेचने का धंधा छुटभैय्या नेताओं मिलीभगत से ही फलफूल रहा है। बड़े तस्करों व खाईवालों पर कार्रवाई नहीं होने के कारण इनके हौसले बुलंद हैं। क्षेत्र में तस्कर लंबे समय से सक्रिय हैं, जो घूम-घूमकर अवैध शराब की सप्लाई कर रहे हैं। बड़े पैमाने पर अवैध शराब की खेप बाजार अतरिया रोज पहुंच रही है। वहीं कोचिया बेखौफ होकर शराब परोस रहे हैं। स्कूल के पीछे, अवंती चौक व अन्य जगहों खुलेआम शराब बेची जा रही है। शराब बेचने वाले कोचिए रोज हर गली-मौहल्ले में घुमते दिख जाते है। लेकिन इन पर पुलिस कार्रवाई करे भी तो कैसे ? छुटभैय्या नेताओं का साथ पाकर ऐसे कोचिए शहर भर में लोगों को शराब बेचते है।

लॉकडाउन में शराब अनलॉक : लाकडाउन में देसी व अंग्रेजी शराब दुकानें जब बंद थे तब भी अवैध रूप से महुआ शराब की बिक्री जमकर हो रही थी। शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रो में महुआ शराब बनाने और बेचने का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है। वहीं महंगे दाम में अवैध अंग्रेजी शराब भी बेचा जा रहा था। आबकारी और पुलिस विभाग की नाक के नीचे शराब की अवैध बिक्री अब भी धड़ल्ले से जारी है। शहर की हर गली में शराब बेचने वाले लोगों ने अपना कब्ज़ा कर लिया है। लोगों को महंगे दामों में शराब बेचते है.

शराब माफिया की जड़ें जमने लगी

शराब माफिया की जड़ें गहरी हो चुकी हैं। अभी तक शहर व गांवों की गलियों में अवैध शराब बेचने के मामले सामने आते रहे हैं, परंतु अब सामने आ रहा है कि शराब माफिया द्वारा जिले में धड़ल्ले से अवैध ठेके भी चलाए जा रहे हैं। शराब माफिया और पुलिस प्रशासन केॉ बीच लुकाछिपी का खेल रायपुर में तब से चल रहा है जब से रवि-आसिफ गैंग इस शहर में अपने कारोबार को चलाने के लिए अवैध कारोबार के धंधों में उतरी है। शराब माफिया काफी मजबूती से सक्रिय हैं। शराब घर-घर को उपलब्ध है। फोन करने पर घर तक डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध है। शराब की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। पुलिस प्रशासन द्वारा शराब तस्करों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई, गिरफ्तारियां, बरामदगी सब कुछ साफ कर देती है। शराब के तस्करों के हौसले नहीं टूट रहे। शराब खूब बरामद कर रही है पुलिस, लेकिन तब भी शराब की बिक्री कम नहीं हो रही। एक-दो दिन के लिए शराब का स्टॉक कम होता है लेकिन फिर से मिलना शुरू हो जाती है।

अंग्रेजी शराब भी धड़ल्ले से बिक रही

लाकडाउन के बाद से नशे की प्रवृत्ति के युवकों द्वारा पहले से ही स्टाक कर रखी गई अंग्रेजी शराब की ऊंचे दर पर अवैध बिक्री की जा रही है। आदतन शराबियों को उनकी मांग के अनुरूप अवैध शराब उपलब्ध कराए जाने का सिलसिला भी बदस्तूर जारी है। रायपुर शहर में कोचियों की कमी नहीं है। ये रवि-आसिफ गैंग के गुर्गे ही होते है जो शराब बेचने के लिए अपने गुर्गों को शराब भट्टियों के बाहर खड़ा करके भीड़ बढ़वा देते है। उसके बाद ये गुर्गे अपने कोचियों से भारी मात्रा में शारब की पेटियां खरीदकर खुद इन शराब की बोतलों को अपने अड्डों में छुपाते है। और हर दिन शहर भर की गलियों में बेचने के लिए निकलते है।

गांजा, दारु खुलेआम बिकता जगदीश गैंग शहरम में सक्रिय

रायपुर के गोलबाज़ार थाना क्षेत्र में एक नशे का करोबारी रहता है जिसका नाम है जगदीश। जिसके पास से लोग दारु, गांजा, सट्टा का कारोबार चला रहा है। पुलिस ने दो दिन पहले ही जगदीश को गिरफ्तार किया था। लेकिन उसके बाद उसे छोड़ दिया गया। अक्सर ऐसा ही होता है कि किसी भी अवैध कारोबार करने वाले की गिरफ्तारी होती है उससे पहले ही उसे बचाने के लिए 100 छुटभैय्या नेता खड़े हो जाते है। गोलबाज़ार थाना क्षेत्र में चलने वाले अवैध कारोबार करने वाले जगदीश को जब गिरफ्तार किया गया।

उसके तुरंत बाद से ही थाने में छुटभैय्या नेताओं की लाइन लग गई। अक्सर जगदीश का अवैध कारोबार शास्त्री बाजार के अंदर ही चलता है लेकिन भीड़ का फायदा उठाकर जगदीश हमेशा वहा से फरार हो जाता है। पुलिस को इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

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