बिलासपुर। दिवाली की पूर्व संध्या पर सराफा बाजार, रेडिमेड और इलेक्ट्रानिक्स दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ देखते ही बन रही थी। खरीदारी का जुनून चरम पर पहुंच गया। पुष्य नक्षत्र में हुई जमकर खरीदारी के बाद से बाजारों की रौनक बनी हुई है। इस साल सबसे अधिक चांदी के सिक्के, पीतल और तांबे के बर्तन खरीदे गए।
जिनका पारंपरिक रूप से दीवाली पूजन में विशेष महत्व होता है। मिठाई की दुकानों पर भी खरीदारी का माहौल जोर पर था। प्रमुख मिठाई जैसे लड्डू, काजू कतली, बेसन की बर्फी, रसगुल्ले और अन्य ड्राई फ्रूट्स के गिफ्ट पैक की जमकर बिक्री हुई। श्रीकांत वर्मा मार्ग, गोल बाजार, तेलीपारा, दयालबंद, मंगला और सरकंडा जैसे मुख्य बाजारों में मिठाई की दुकानों पर दिनभर भीड़ का नजारा रहा। मिठाइयों के साथ ही दीवाली गिफ्ट पैक और ड्राई फ्रूट के पैकेट भी खूब बिक रहे हैं।
दिवाली पर फूलों का बाजार कुछ खास चमक रहा है। गेंदा फूल और केले के पेड़ की मांग काफी बढ़ गई है। इस बार विशेष रूप से कोलकाता, नासिक, बंगलुरु और नागपुर जैसे शहरों से फूल मंगवाए गए हैं। केसरिया गेंदे की लड़ी 80 से 140 रुपये, पीले गेंदे की लड़ी 60 से 80 रुपये, कोलकाता के विशेष पीले-लाल डिस्को गेंदा की लड़ी 100 रुपये, गुलाब के फूल 10 से 20 रुपये प्रति नग, जलवेरा पुष्प 20 से 25 रुपये, और पत्तों की लड़ी 80 रुपये प्रति पीस बिक रही है। त्योहारी माहौल में सजे इस फूल बाजार ने शहर की सड़कों पर एक रंगीन छटा बिखेर दी है, जिससे लोग दिवाली की खरीदारी का पूरा आनंद उठा रहे हैं।