छत्तीसगढ़। रायपुर तहसील में लोगों की भीड़ लगी है. लोग चिटफंड कंपनी से धन वापसी के लिए आवदेन करने पहुंचे है. बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार ने चिटफंड कंपनियों पर लगाम कसना शुरू कर दिया है, लेकिन अभी यह नहीं पता चल पाया कि आखिर कितने निवेशकों ने अपने खून पसीने की कितनी धनराशि इन कंपनियों मेें जमा की है। इस आंकड़े का पता लगाने के लिए छत्तीसगढ़ शासन ने पहल की है। उन्होंने सभी जिले के कलेक्टर और एसपी को आदेशित किया है कि वह 2 से 6 अगस्त के बीच जागरुकता अभियान चलाएं और एक विशेष प्रारुप मेे निवेशकों से यह जानकारी लें कि आखिर उन्होंने किन-किन चिटफंड कंपनियों में कितनी-कितनी धन राशि जमा की है. जबकि जानकारों का कहना है कि यह आंकड़ा इससे दोगुना से भी अधिक है।
वही चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वाले जनसामान्य/निवेशकों के धन की वापसी के लिए जिले के अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) को नोडल अधिकारी अधिकृत किया गया है। संबंधित एसडीएम छत्तीसगढ़ शासन गृह विभाग द्वारा जारी निर्धारित प्रपत्र में चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वाले जनसामान्य/निवेशकों के धन की वापसी के लिए आवेदन पत्र छह अगस्त तक लेंगे।