छत्तीसगढ़

छुटभैय्ये नेताओं के कारण कानून व्यवस्था से बेखौफ अपराधी

Admin2
20 July 2021 5:55 AM GMT
छुटभैय्ये नेताओं के कारण कानून व्यवस्था से बेखौफ अपराधी
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  • चाकूबाजी-मारपीट आम, हत्या-लूट की वारदात से सहमें प्रदेशवासी
  • गोलबाजार थाने के सामने युवक को मारा चाकू, मौत

रायपुर। राजधानी समेत पूरे राज्य में कानून की लचर व्यवस्था से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। आए दिन की चाकूबाजी, मारपीट से लेकर हत्या, लूट व बलात्कार जैसे संगीन वारदातों ने राज्य की फिजां में दहशत घोल दिया है। लोग राह चलते सशंकित हैं। राज्य के गृहमंत्री और पुलिस अधीक्षक राज्य में कानून व्यवस्था दुरूस्त होने की दुहाई दे रहे हैं लेकिन रोज हो रहे वारदातों ने कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है। राजधानी के मुख्य बाजार मालवीय रोड में गोलबाजार थाने के सामने एक युवक को सरेआम चाकू मार दी गई, युवक जान बचाकर थाने पहुंचा लेकिन अस्पताल पहुंचते ही दम तोड़ दिया। भिलाई में भी एक युवक को चाकू से गोदकर मार दिया गया। राजधानी में पिछले एक सप्ताह में ही चाकूबाजी और लूट की दर्जन भर वारदातें सामने आ चुकी हैं। पुलिस कह रही है कि वह अपराधियों पर लगातार कार्रवाई कर रही है और धरपकड़ जारी है फिर भी आखिर क्या वजह है कि अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। साफ है पुलिस की हलकी कार्रवाई और आसानी से जमानत मिलने के चलते अपराधियों पर कानून का भय समाप्त हो गया है। छुटभैय्ये नेताओं की दखलदांजी के कारण अपराधिओं के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं, दबाव के चलते पुलिस को मजबूरन जमानती धारा में थाने से ही जमानत देनी पड़ती है। कोरोना काल महामारी के कारण अदालत में भी गंभीर धाराओं के अपराध को छोड़ कर अधिकांश अपराधियों को जल्द से जल्द जमानत दे दी जाती है। इसी कारण अपराधिओं पर कानून का डर खत्म होता जा रहा है और युवा पीढ़ी नशे में चूर हो कर गंभीर अपराध को अंजाम दे रहे हैं। राज्य के डीजीपी एंव गृहमंत्री से प्रदेश की जनता ये आस लगाए हुए हैं की अब लॉकडाउन खत्म होते ही राज्य में कड़क कानून व्यवस्था और अपराध करने वालों पर कानून का डर पैदा किया जाए।

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर शहर के गोलबाजार थाने के ठीक पीछे सोमवार रात बाजार में दुकानदारों के सामने ही एक युवक की हत्या कर दी गई। युवक के गले पर हमलावर ने चाकू मारा तो वह घायल हालत में दौड़ता हुआ थाने पहुंच गया। अंदर घुसते ही उसने कहा कि वह मुझे मार देगा। पुलिस अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मरने वाले युवक का नाम भोला तांडी है। वह मारवाड़ी श्मशान घाट के आसपास का रहने वाला था। घटना बाजार में लगे ष्टष्टञ्जङ्क कैमरे में भी कैद हुई है।एडिशनल एसपी लखन पटले ने बताया कि मारा गया भोला तांडी पुराना बदमाश है। चोरी और जेब काटने के कुछ अपराध कोतवाली थाने में दर्ज है। वह नशे का भी आदी था। स्टेशनरी लाइन में वह अपने साथी के साथ थिनर लेने पहुंचा था। वह थिनर का नशा किया करता था। यहीं पर उसका कुछ लड़कों के साथ विवाद हो गया, जिसके बाद उन लोगों ने उसे चाकू मार दिया गया। हमला किसने किया इसकी जांच पुलिस कर रही है। भोला तांडी पर हुए हमले की खबर कुछ देर बाद घर वालों को मिली, तो वह भी गोलबाजार थाने पहुंच गए। मृतक की मां ने बताया कि भोला दोपहर के वक्त सुमित और रोहित नाम के अपने दो साथियों के साथ घर से निकला था। वह कहकर कि शाम होने से पहले घर लौट आएगा लेकिन काफी घंटों तक वह वापस नहीं आया। इसके बाद देर रात सुमित घर पहुंचा और बताया कि भोला को किसी ने चाकू मार दिया है। इसके बाद परिजन अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया।

3 बदमाशों ने एक युवक की चाकू मारकर की हत्या

भिलाई में चोरी के रुपये को बंटवारे को लेकर चल रहे विवाद के बाद तीन बदमाशों ने एक युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। आसपास के लोगों ने तीन आरोपितों को उसे मारते हुए देखा। घटना के बाद तीनों आरोपित वहां से फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने आरोपितों की पतासाजी शुरू की और एक को हिरासत में लिया है। बाकी के दो आरोपितों की पतासाजी की जा रही है। जानकारी के मुताबिक मृतक की पहचान रामनगर निवासी कार्तिक साहू (22) के रूप में की गई है। रविवार की रात को रामनगर के गायत्री मंदिर के पास उसके दोस्त सोहन व दो अन्य लोगों ने उसे बुलाया था। अस्पताल में कराया गया भर्ती आरोपितों ने रुपये के लेनदेन को लेकर विवाद शुरू किया और अपने पास रखे चाकू से उसके सीने व पेट में मार दिया। आसपास के लोग जब उधर पहुंचे तो तीनों आरोपित वहां से भाग गए। इसके बाद उसे फौरन रामनगर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। अस्पताल पहुंचने के पहले ही युवक की मौत हो गई। आसपास के लोगों ने मृतक की मां अंजली साहू को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद उसने पुलिस को बताया। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ हत्या की धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है।

माचिस नहीं देने पर चाकू से हमला

शहर के कमल विहार इलाके में माचिस नहीं देने पर एक युवक को चाकू से हमला कर दिया। मामले में जानकारी देते हुए टिकरापारा थाना प्रभारी संजीव मिश्रा ने बताया कि कमल विहार निवासी मंजीत एक छाता फैक्ट्री में काम करता है। जो रविवार की रात स्काई विला बिल्डिंग के पास अपने दोस्त मोहम्मद जावेद के साथ भोजन के बाद टहल रहा था। उसी समय बाइक पर सवार दो युवक पहुंचे। एक ने मंजीत से माचिस मांगी। उसने इनकार किया तो बाइक पर पीछे बैठा युवक नीचे उतरा और मारपीट शुरू कर दी। इसी बीच मंजीत को चाकू मार दिया और भाग निकले। हमले में मंजीत के सिर और पसली पर चोट आई और वह बेहोश हो गया।

घूरकर देखने से रोका तो चाकू से हमला

वही दूसरी घटना जिसमें रविवार को ही डंगनिया में रहने वाला अतित पांडे अपने एक दोस्त के साथ मोहबा बाजार की शराब दुकान पर बोतल लेने गया था। लौटते वक़्त रास्ते में दो लड़के उन्हें घूर रहे थे, फिर गालियां देने लगे। इस बात पर अतित ने उन्हें टोका तो बदमाशों ने चाकू निकाला और हमला कर दिया। इससे अतिति के बाएं हाथ का अंगूठा कट गया। अतित के साथी दीपक ने बीच बचाव किया तो उसे भी दोनों बदमाशों ने मिलकर पीटा और भाग गए।

आपसी रंजिश के कारण हुई मारपीट, अपराध दर्ज

राजधानी के आमानाका थाना क्षेत्र में आपसी रंजिश के चलते मारपीट और हत्या की कोशिश करने का मामला सामने आया है। जिसमें पूर्व विवाद को लेकर स्कूटी सवार व्यक्ति की हत्या करने की नियत से मारपीट व गला दबाकर जान से मारने की कोशिश करने की रिपोर्ट आमानाका थाने में दर्ज कराई गई है। मिली जानकारी के अनुसार भारत माता स्कूल टाटीबंध आमानाका निवासी अभिषेक सिंह 26 वर्ष पिता सुनील कुमार सिंह ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि रविवार को प्रार्थी स्कूटी से जा रहा था तभी टाटीबंध में राजीव चंद, उमेश चंद, कन्हैया, हर्षित और अन्य लोगों ने पूर्व विवाद को लेकर जान से मारने की धमकी देकर प्रार्थी के साथ मारपीट की। और गला दबाकर हत्या का प्रयास किया। मामले की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपराध कायम कर मामला दर्ज कर लिया है।

5 दिन में चाकूबाजी की 6 वारदात, सब में पुलिस के हाथ खाली

रायपुर का सबसे पुराना और प्रमुख बाजार है गोल बाजार। बाजार के ठीक सामने थाने की बिल्डिंग बनाई गई है। जिस चैंबर में थानेदार बैठते हैं, उसके ठीक पीछे स्टेशनरी की दुकान है। इसी जगह पर युवक की हत्या की गई। शहर में 14 जुलाई से अब तक यानी 5 दिन में चाकूबाजी की 6 घटनाएं हो चुकी हैं। हर बार पुलिस के हाथ खाली रहते हैं। देर रात गोलबाजार में हुई इस हत्या के अलावा, आमानाका और टिकारापारा पुलिस स्टेशन एरिया में वारदातें हुई हैं। सिविल लाइंस पुलिस के पास 14 जुलाई को ऐसे ही लूट की शिकायत पहुंची थी। 19 साल के पप्पू पाटले पर बाइक पर सवार दो लड़कों ने हमला कर दिया था। दोनों ने अपना चेहरा स्कार्फ से ढंककर रखा था। लुटेरों ने उसके साथ मारपीट की और पेंट की जेब में रखे मोबाइल को छीनकर भाग गए। युवक ने हमले के फौरन बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी।

16 जुलाई शुक्रवार को गोंदवारा इलाके में ऐसी वारदात हुई। 21 साल का नसीम अंसारी साइकिल से अपने मामा के घर जाने निकला था। इसी दौरान बाइक सवार तीन युवकों ने उसका पीछा शुरू कर दिया। कुछ दूर जाने पर बाइक लेकर नसीम के सामने आ गए और चाकू निकाल लिया। बदमाशों और उसके बीच धक्कामुक्की होने लगी। फिर चाकू मार दिया। 17 जुलाई को 70 साल के रमेश विश्वकर्मा खमतराई लुटेरों के हमले का शिकार हुए। वो अनुग्रह रेसीडेंसी में रहते हैं। गोंदवारा ओवरब्रिज के पास से दो युवकों ने इनका रास्ता रोक लिया। इनमें से एक युवक टाइम पूछा और फिर चाकू के वार करने लगा। बुजुर्ग के हाथ पर तीन जगह गहरे जख्म हुए हैं।

अपराधों पर प्रभावी रोकथाम के लिए आईजी करें आकस्मिक निरीक्षण: डीजीपी

डीजीपी डीएम अवस्थी ने राज्य के सभी रेंज के पुलिस महानिरीक्षकों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में चिटफंड के मामलों में निवेशकों को धन वापसी, आदिवासियों पर दर्ज प्रकरणों की वापसी एवं राजनैतिक प्रकरणों की वापसी, अवैध शराब, सट्टा के विरुद्ध की जाने वाली कार्रवाई एवं लंबित प्रकरणों का निराकरण रेंज स्तर पर अभियान चलाकर कार्रवाई हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। डीजीपी श्री अवस्थी ने सभी पुलिस महानिरीक्षकों को निर्देश दिये कि राज्य शासन के सर्वोच्च प्राथमिकता के बिंदुओं पर तत्परता से कार्रवाई करें। उन्होंने सभी महानिरीक्षकों को निर्देश दिये कि उपरोक्त बिंदुओं पर प्रत्येक माह पुलिस अधीक्षकों की समीक्षा बैठक आयोजित करें। उन्होंने कहा कि चिटफंड के प्रकरणों में शीघ्रता से कार्वराई करें जिससे निवेशकों को शीघ्रता से धन वापसी कराई जा सके। अवैध शराब, जुआ, सट्टा के कारोबार पर रोक लगाने हेतु प्रभावी कार्रवाई करें। अपराधों पर रोकथाम के लिये पुलिस महानिरीक्षक रेंज के सभी जिलों का आकस्मिक निरीक्षण करें । पुलिस की प्राथमिकता पीडि़तों को न्याय दिलाना है, इसके लिये लंबित प्रकरणों की शीघ्रता से जांच कराकर अपराधियों को सजा दिलायें। डीजीपी ने पुलिस विरूद्ध शिकायतों की अविलंब जांच के निर्देश दिये।

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