छत्तीसगढ़

जुआ-सट्टा और नशे के चलते राजधानी में बढ़ रहा अपराध

HARRY
19 Aug 2021 5:08 AM GMT
जुआ-सट्टा और नशे के चलते राजधानी में बढ़ रहा अपराध
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हिस्ट्रीशीटर्स-अड्डेबाजों पर नकेल कसने पुलिस सख्त

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में डी-कंपनी की तर्ज पर नशे का कारोबार करने वाले लोग कई अवैध धंधे चला रहे है, शहर के गुंडे खुद को बचाने के लिए बड़े कारोबारियों से ब्लैकमेलिंग करना लोगों से वसूली करना अपनी ताकत दिखाने के लिए बड़े व्यवसायियों से रुपए लेते रहते है। शहर और आसपास के क्षेत्रों में दिनदहाड़े लाखों रुपयों की हेरा-फेरी भी की जाती है। रायपुर में डी-कंपनी की तर्ज पर अब शहर के अवैध नशा कारोबारी काम करने लगे है। और नशे के कारोबार करते हुए एक दूसरे को मौत के घाट भी उतारने लगे है। रायपुर में इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है। राजधानी में रोजाना अड्डेबाजो और चाक़ूबाजों की संख्या बढ़ते जा रही है, रायपुर में पुलिस एक के बाद एक अड्डेबाजों का पत्ता साफ़ कर रही है। पुलिस रोजाना पेट्रोलिंग में जाकर संदिग्ध युवकों की पूछताछ करते है, अपराध रोकने पुलिस मुस्तैद और रात में सख्ती के साथ अपराधों को रोकने के लिए पुलिस ने घूमने वाले हिस्ट्रीशीटरों और अड्डेबाजो पर कड़ी कार्रवाई करती जा रही है।

राजधानी में रोज हो रहे वारदात : रायपुर में आए दिन चाकूबाजी, बलवा, मारपीट, और गाली-गलौज के मामले सामने आते रहते है। जिससे पुलिस भी एक हद तक परेशान हो ही रही है। मारपीट की वारदात में भी दो लोगों में कोई वाजिब मुद्दा नहीं होता फिर भी मारपीट होती है। और आपसी व पुरानी रंजिश के चलते भी युवक चाकू से हमला कर देते है। अपराधियों के ऐसे बर्ताव को देखते हुए पुलिस ने अब अपनी कमर कस ली है और आरोपियों के खिलाफ एक मुहीम चलाकर अपराध कम करने में जुटी हुई है।

अड्डेबाजों का गढ़ बना रायपुर : शहर में चाकूबाजी की वारदातें आए दिन बढ़ती जा रही है और पुलिस प्रशासन इन वारदातों रोकने का अथक प्रयास कर रही है। बावजूद अपराधी अपराध से बाज नहीं आ रहे है। और आपराधिक गतिविधि के लोगों ने तो हथियार खरीदने के लिए भी एक नया जरिया ढूंढ निकाला है और अपराधी लोग ऑनलाइन हथियारों की खरीदी बिक्री करते है और वरदातों को अंजाम देते है।

वही दूसरी तरफ युवा नशे और गुंडागर्दी के लिए किसी भी हद तक पार कर जाते है और हथियारों का मिलना भी आम बात हो गया है। जिससे युवा वर्ग की हिम्मत दो से तीन गुना बढ़ जाती है। हथियार रखना युवाओं के लिए एक फैशन बन गया है, नशे की पार्टियों में भी बड़े घरानों के युवक-युवतियां हथियार रखकर चलते है मगर उनके लिए हथियार रखना एक तरह का चलन बन गया है और एक नया फैशन भी बन गया है।

युवाओं में हथियार रखने का बढ़ रहा शौक

ऑनलाइन ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर मौत का सामान धड़ल्ले से बिक रहा है। राजधानी में एक के बाद एक घटनाओं ने इन वेबसाइटों पर हो रही बिक्री पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बिना किसी लाइसेंस के प्रतिबंधित चाकू और तलवारें 10 से अधिक बड़ी-छोटी वेबसाइट होम डिलेवरी कर रही हैं। यह पुलिस विभाग के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रही है। युवा ऑनलाइन चाकू-छूरी बुक करवा रहे है। जब वेबसाइट पर सामान डिलीवरी कंफर्म हो जाता है तो तब उसे कैंसिल कर दिया जाता है।

रायपुर में बढ़ रहे वारदात

चाकूबाजी की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। इसकी बड़ी वजह आदतन नशेडिय़ों और बदमाशों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं होना है। रोज कहीं-न-कहीं बदमाश चाकू की नोक पर लूट और मारपीट कर रहे हैं। चाकूबाजों के आतंक से आम लोग दहशत में हैं। राह चलते लोगों को चाकू मारकर घायल करके पैसा, मोबाइल लूटने की घटनाएं जहां लगातार हो रही हैं, वहीं पुरानी रंजिश का बदला लेने चाकू, तलवार का खुलकर इस्तेमाल किया जा रहा है। बदमाशों में पुलिस का खौफ दिखाई नहीं दे रहा।

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