सरगुजा। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में युवक भरोस मझवार (28), अपनी मां फुलकुंवर और पिता बुधराम मझवार (55) के साथ अपने छोटे-से मकान में रहता था। बेटा भरोस मझवार अक्सर घर पर ही रहता था, कोई काम भी नहीं करता था। जबकि उसके पिता खेती करके घर चलाते थे। शनिवार-रविवार की रात उसके माता-पिता घर पर सो रहे थे। करीब 3 बजे भरोस घर पहुंचा और दरवाजा खटखटाया, माँ ने दरवाजा खोला। इसके बाद उसने बेटे से कह दिया कि तुम पागल हो क्या, इतनी रात को घर लौटे हो? ये कोई समय है घर आने का.... माँ ने इतना क्या कह दिया बेटा गुस्से से आग-बबूला हो गया। गुस्से में वह अपनी माँ को पीटने लगा।
पत्नी की चीख सुनकर पिता बुधराम भी कमरे से बाहर आ गए। पत्नी को पीट रहे बेटे को देखकर, वह बेटे को रोकने लगा। इसपर भोरम ने उल्टे अपने 55 वर्षीय पिता बुधराम को ही पीटना शुरू कर दिया। इधर माँ भी बीच-बचाव करने लगी इस दौरान उसने डंडे से दोनों की जमकर पिटाई की। फिर पिता वहां से भागने लगा तो बेटे ने दौड़ा-दौड़ा कर पिता की बड़ी ही बेरहमी से पिटाई कर दी। जिससे बुधराम अधमरा हो गया।
शोर सुनकर आसपास के लोगों की नींद खुली। जब उन्होंने बाहर आकर देखा तो पति-पत्नी लहू से लथपथ पड़े हुए थे। मौजूद लोगों ने तुरंत संजीवनी को इसकी जानकारी दी और अस्पताल पहुँचाया। अस्पताल में इलाज के दौरान पिता की मौत हो गई और माँ का इलाज जारी है। इसके बाद पुलिस को घटना की सारी जानकारी दी गई।आरोपी सनकी किस्म का हैसूचना मिलते ही पुलिस ने अस्पताल में जाकर महिला का बयान दर्ज किया। फिर पुलिस ने आरोपी बेटे भरोस मझवार को गांव से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी सनकी किस्म का है। वह कोई काम धाम नहीं करता था। घर पर ही रहा करता था। जबकि उसके पिता खेती-किसानी करते थे।