कोरबा। शिकायतें और परेशानी होने पर इनका तोड़ निकालने के लिए अलग-अलग फार्मूले अपनाए जाते हैं। इसलिए किसी ने सच कहा है- ए जिंदगी तुझसे शिकायतें तो हैं बहुत, लेकिन रहने दे आज शुक्रवार है। अगर मामला लोगों से जुड़ा है तो वह अपनी बात किसी से कह सकते हैं, साझा कर सकते हैं। किंतु नहीं बोल पाने वाले जीव दूसरे अंदाज में भी अपने भाव प्रदर्शित कर सकते हैं, ताकि संबंधित लोगों को पता चल सके उनकी पीड़ा के बारे में।
कोरबा जिले के पाली में बुधराम दिकसेना की छोटी सी गाय ने कुछ ऐसा ही किया। शायद उसे कोई परेशानी रही होगी और वह इसे बयां नहीं कर पा रही थी। इस दौरान उसे एक युक्ति सूझी... वह नगर पंचायत के वार्ड संख्या 3 में स्थित एक अनुपयोगी पानी टंकी में जा चढ़ी। 50 फीट ऊंचाई पर पहुंचने पर उसका माथा चकराया और वह बदहवास हो गई। दूसरी और गाय के नजर नहीं आने पर उसका मालिक यहां वहां तलाश में जुट गया। इसी दरमियान गाय के रंभाने की आवाज सुनाई दी तो वह इस इलाके में पहुंचा और नजारा देखकर उसके होश उड़ गए।
परेशानी यह थी कि अब गाय को नीचे कैसे लाया जाए। मामला गंभीर था, इसलिए पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी को जानकारी दी गई। अधिकारी इस बात से डरे हुए थे कि गाय को सामान्य रूप से नीचे लाने के दौरान कहीं वह गिरकर घायल ना हो जाए। इसलिए रणनीति बनाने के साथ काम किया गया। वेटनरी डॉक्टर ने ऊपर पहुंच कर गाय को ट्रेंकुलाइज किया और फिर कुछ लोगों की मदद से सुरक्षित नीचे उतार लिया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन के पूरा होने पर पशु चिकित्सा विभाग और पशुपालन विभाग सहित आसपास के लोगों ने राहत की सांस ली।