राजिम पुन्नी मेले में भ्रष्टाचार, स्टाल बनाने फर्म ने वसूले मोटी रकम
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आरटीआई में खुलासा : कांग्रेस सरकार के समय से चल रहा है सिलसिला
रायपुर (जसेरि)। कांग्रेस सरकार के दौरान राजिम कुंभ कल्प का नाम बदलकर राजिम पुन्नी मेला कर दिया गया था। मेले के आयोजन के दौरान पिछली सरकार के समय भारी भ्रष्टाचार हुए। मेला स्थल पर निर्माण करने के लिए ठेका एजेंसियों ने मोटी रकम सरकार से वसूली। विभागों ने बिल की जांच किए गए बगैर ही मोटी रकम एजेंसियों को जारी किए। आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी में पिछले साल स्टाल निर्माण करने वाली एजेंसी द्वारा मोटी रकम वसूलने का खुलासा हुआ है।
आरटीआई कार्यकर्ता आशीष देव सोनी ने आरटीआई से मिली जानकारी के आधार पर बताया कि विगत वर्ष 2024 में राजिम कुंभ कल्प का आयोजन शासन द्वारा किया गया, जिसमें मेसर्स व्यापक इंटरप्राइजेस से स्टाल निर्माण कार्य कराया गया था। उक्त स्टाल निर्माण के लिए कलेक्टर कार्यालय गरियाबंद द्वारा लगभग 2000 वर्गफीट क्षेत्र दिया गया था। मेसर्स व्यापक इंटरप्राइजेस ने इसके भुगतान के लिए विभाग को भारी-भरकम बिल प्रस्तुत किया , जिसमें अधिक मात्रा दिखाकर शासन से करोड़ों वसूला गया है। स्टाल का साईज 2000 वर्गफीट था जिसके लिए विभाग ने उक्त एजेंसी को 4 करोड़ 36 लाख 60 हजार का भुगतान किया है।
आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार मेसर्स व्यापक इंटरप्राइजेस द्वारा जो स्टाल का निर्माण किया गया, उसका कुल क्षेत्रफल लगभग 2000 वर्गफीट था परंतु उक्त फर्म ने 2000 वर्गफीट स्थान में 36000 वर्गफीट का पुट्टी-पेंटिंग कार्य दिखाया है। राम मंदिर का लकड़ी का माडल ही 19000 वर्गफीट का बताया है, इसके साथ ही वुडन फ्लोरिंग 6000 वर्गफीट दर्शाया है। बिल में लाइट की संख्या इतनी दर्शायी गई है जिससे पूरा नगर ही रोशन हो सकता है। जैसे स्पाट लाइट-5000 नग, एलईडी मेटल लाईट 200 वाट-2200 नग, एलईडी मेटल लाईट 400 वाट-1200 नग, ट्यूबलाईट-1000 नग दिखाया गया है। 2000 वर्गफीट में रोशनी के लिए इतनी अधिक लाईट लगाना संभव ही नही है। इसके अलावा स्टाल के गेट का निर्माण ही 12000 वर्गफीट का बताया गया है एवं 2 अन्य एंट्री गेट 2400 वर्गफीट के भी बताए गए हैं। छोटे से स्टाल को अनवरत बिजली सप्लाई के लिए 125 केव्हीए क्षमता के 25 नग जनरेटर सेट लगाए गए। इतने जनरेटर सेट से राजिम कुंभ जैसे 5 मेलों को रोशन किया सकता है। जनरेटर सेट द्वारास्टाल में विद्युत सप्लाई के लिए 25 किलोमीटर केबल बिछायी गई। हैरानी की बात यह है कि फर्म ने सिर्फ ट्रांसपरेंसी शीट को ही 32300 वर्गफीट का बताया है। साथ ही फरवरी माह में 24 घंटे स्टाल को ठंडा रखने के लिए 2 टन क्षमता के 10 एसी लगाना भी दर्शाया गया हैे। उक्त स्टाल में 32 नग पगोड़ा टेंट लगाया गया जिसका किराया 20 लाख 48 हजार वसूला गया है, यह टेंट किस कारण लगाए गए इसका कोई स्पष्ट कारण भी नहीं दर्शाया गया है। इतना ही नहीं 2000 वर्ग फीट के उक्त स्टाल में 22 नग साउंड सिस्टैम लगाए गए िजसके लिए 30 लाख80 हजार का भुगतान किया गया है।