रायपुर। जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भाजपा ने पीएचई मंत्री रूद्र गुरु को घेरा. विपक्ष के विधायक भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ एफआईआर की मांग करते रहे. मंत्री का कहना था कि भ्रष्टाचार के मामले में कार्यपालन अभियंता को सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन विपक्षी सवाल करते रहे और मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर वॉकआउट कर दिया. प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक रजनीश सिंह ने सवाल किया कि बिलासपुर संभाग में जल जीवन मिशन के कार्यों के लिए अधिकारियों के जांच मूल्यांकन दल का गठन किया गया है. यदि हां, तो किन किन अधिकारियों को शामिल कर कब आदेश जारी किया गया है.
मंत्री रूद्र गुरु ने बताया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता और सहायक अभियंता को शामिल कर 27 जनवरी 2023 को आदेश जारी किया गया. जनवरी और फरवरी में प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है. प्रतिवेदन में मुख्यत: कुछ स्थानों पर पाइप लाइन बिछाने में गहराई में कमी और कुछ स्थानों पर सामग्री की गुणवत्ता व कुछ स्थानों पर निर्माण कार्य के मानक मापदंड में कमियां पाई गई.
इस वित्तीय वर्ष में जल जीवन मिशन के कार्यों को लेकर बिलासपुर जिले में निविदाओं में अनियमितताओं को लेकर शिकायत प्राप्त हुई थी. इसमें प्राथमिक परीक्षण उपरांत तत्कालीन कार्यपालन अभियंता बिलासपुर को निलंबित कर आगे की कार्यवाही की जा रही है. जांजगीर चांपा जिले में शिकायतों की जांच के उपरांत प्राप्त कमियों का निराकरण किया गया है. विधायक रजनीश सिंह ने प्रतिप्रश्न किया कि किस तरह के पाइप का इस्तेमाल किया गया? नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि जल जीवन मिशन में गड़बड़ियां हुई हैं. जितने काम स्वीकृत किए गए हैं, उनमें कुछ ही शुरू हो पाए हैं. धरमलाल कौशिक ने कहा कि जल जीवन मिशन भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है. इसे लेकर जोरदार हंगामा हुआ. कौशिक ने कहा कि क्या गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ एफआईआर कराएंगे. इस पर मंत्री की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं आया. इस पर विपक्ष के विधायकों ने वॉकआउट कर दिया.