आरोपी ने कई लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिया था। इसमें सचिव स्तर के अधिकारियों की फर्जी हस्ताक्षर भी कर दिए थे। आरोपी खुद को निगम का बड़ी अधिकारी बताकर जालसाजी करता था। टीआई विरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़ित जसवंत राव निवासी जोन 3 से आरोपी ने उसके बेटे का आत्मानंद स्कूल में एडमिशन दिलाने के नाम पर 1.56 लाख की ठगी की। मुरारी शर्मा के बेटे और भतीजे को आत्मानंद स्कूल में शिक्षक बनाने का झांसा देकर 8 लाख रुपए ठग लिए। मीना देवी को पीएम आवास में मकान दिलाने का झांसा देकर 2.05 लाख रुपए हड़प लिए। महिला समूह संचालक निशा कौर को लोन दिलाने का झांसा देकर 2.55 लाख, धनेश्वर हिरवे और उसके समूह को लोन दिलाने का झांसा देकर 55 हजार, राहुल भुजाडे़ को निगम में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 2 लाख, आदित्य देवांगन को सीएमसी में फील्ड ऑफिसर की नौकरी लगवाने, सपना बाईन को स्कूल में नौकरी और रिंकु थापा को सीएमसी में कम्प्युटर ऑपरेटर की नौकरी दिलाने का झांसा देकर आरोपी ने पैसे लिए।