छत्तीसगढ़
बर्फानी आश्रम में कोरोना की मार, नहीं होगा भंडारा और कन्या भोज
jantaserishta.com
13 Oct 2021 5:27 PM GMT
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कोरोना संक्रमण के खतरे और प्रशासनिक गाइडलाइन को देखते हुए बर्फानी आश्रम में इस बार भी भंडारा प्रसादी वितरण और कन्या भोज नहीं होगा। वहीं ज्योत जंवारा का विसर्जन भी मंदिर समिति के सदस्य ही करेंगे। मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की है।
संस्था के सचिव गणेश प्रसाद शर्मा ने बताया कि संक्रमण के खतरे को देखते हुए मंदिर समिति द्वारा ऐसा निर्णय लिया गया है। मंदिर में 13 अक्टूबर को महाअष्टमी पर हवन-पूजन होगा। जो की प्रशासनिक गाइडलाइन के मुताबिक पूरा किया जाएगा। वहीं 14 अक्टूबर को दुर्गा नवमी पर आयोजित होने वाले कन्या भोज को भी स्थगित किया गया है।
शर्मा ने बताया कि कुंवारी कन्या भोज व भंडारा का आयोजन इस बार भी नहीं किया जा रहा है। वहीं ज्योति कलशों का विसर्जन विधि-विधान से मंत्रोच्चार के साथ किया जाएगा। शर्मा ने बताया कि मंदिर समिति ने निर्णय लिया है कि ज्योत विसर्जन की परंपरा भी मंदिर समिति के सदस्य ही पूरा करेंगे।
शरद पूर्णिमा पर भी नहीं बंटेगी जड़ी बूटीयुक्त खीर
संस्था सचिव शर्मा ने बताया कि मां पाताल भैरवी सिद्धपीठ में पिछले 22 वर्षों से आयोजित किए जाने वाले शरद पूर्णिमा महोत्सव इस बार भी स्थगित रहेगा। 20 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा का पर्व मनाया जाना है। इस दिन हर साल की तरह स्वांस, दमा व अस्थमा पीड़ितों को जड़ी बूटी युक्त खीर प्रसाद का वितरण नहीं होगा।
पंडालों व मंदिरों में आज महाअष्टमी का होगा हवन
नवरात्रि की महाअष्टमी पर्व बुधवार को मनाया जाएगा। इस दिन सभी देवी मंदिरों से लेकर सार्वजनिक पंडालों में भी हवन-पूजन किया जाएगा। महाष्टमी को लेकर सभी समितियों और मंदिरों ने व्यापक तैयारी की है। गाइडलाइन को देखते हुए इस बार भी किसी मंदिर या पंडाल में भंडारा, प्रसादी वितरण या आयोजन नहीं होगा।
विसर्जन निर्धारित रूट से होगा
इधर विसर्जन को लेकर पुलिस भी विशेष सक्रियता बरत रही है। पहले ही गाइडलाइन जारी कर प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए रूट और समय निर्धारित कर दिया गया है। इसके अलावा रैली नुमा विसर्जन और डीजे-झांकी पर प्रतिबंध लगाया गया है।
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