छत्तीसगढ़

कोरोना वैक्सीन: छत्तीसगढ़ में 4 जनवरी को होगा ड्राई रन

Admin2
30 Dec 2020 6:03 AM GMT
कोरोना वैक्सीन: छत्तीसगढ़ में 4 जनवरी को होगा ड्राई रन
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वैक्सीनेशन की तैयारियों को परखने होगा ट्रायल

रायपुर (जसेरि)। साल 2020 के आखिरी दिनों में कोरोना वैक्सीनेशन पर प्रदेश के लिहाज से एक अच्छी खबर है। प्रदेश में नए साल में 4 जनवरी की संभावित तारीख को एक ही दिन कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया जाएगा। जिसके जरिए वैक्सीनेशन की तैयारियों को परखा जाएगा। प्रदेश में पांच संभाग रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर और सरगुजा संभाग में पच्चीस पच्चीस लोगों के जरिए इस ड्राई रन को अंजाम दिया जाएगा। यानी सवा सौ लोगों के साथ इस प्रयोग को अंजाम दिया जाएगा। हालांकि ड्राई रन में किसी को भी वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। बल्कि वैक्सीन लगाने की पूरी प्रक्रिया को करके देखा जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक पूरे देश में चुने हुए प्रदेशों में ड्राई रन के लिए मॉकड्रिल किया जा रहा है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में भी ये प्रयोग हो रहा है। कोरोना वैक्सीनेशन के लिए जो एसओपी बनाया गया है। उसमें बहुत से काम ऑनलाइन सिस्टम से सॉफ्टवेयर के जरिए भी किए जाने हैं। सिस्टम एप सही तरीके से काम कर रहा है, या नहीं टीके के लिए चरणबद्ध तरीके से जो प्रक्रिया अपनाई जानी है वो कितने समय में पूरी हो रही है। इसके साथ ही आपात स्थितियों को लेकर किस तरह की जमीनी अड़चन आ रही है, ये सब भी करके देखा जाएगा।

प्रदेश में एक दिन ही होगा ड्राई रन : डॉ. अमर सिंह ठाकुर, राज्य टीकाकरण अधिकारी के अनुसार प्रदेश में 4 जनवरी की संभावित तारीख को हम ड्राई रन कर रहे हैं। ये एक दिन के लिए होगा, जिसमें सवा सौ लोगों के जरिए इसका ट्रायल होगा। रायपुर में 228 समेत प्रदेश में 1134 मरीज, 17 मौतें भी : प्रदेश में मंगलवार को रायपुर में 228 समेत प्रदेश में कोरोना के 1134 नए मरीज मिले हैं। कोरोना से 17 लोगों की मौत भी हुई है। यूके से लौटे 2 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब तक 65 में 53 का सैंपल लिया गया है। इनमें छह की रिपोर्ट पॉजिटिव व 44 की रिपोर्ट निगेटिव है। तीन की रिपोर्ट बाकी है। प्रदेश में कोरोना के लिहाज से दिसंबर राहत देने वाला है। विशेषज्ञों की माने तो इस बार पूरे प्रदेश में महज 5 से 6 दिन कड़ाके की ठंड पड़ी। इस कारण भी कोरोना के केस नहीं बढ़े। 1 से 29 दिसंबर तक प्रदेश में 2000 से कम मरीज मिले। राजधानी में भी 17 दिसंबर को छोड़कर पूरे महीने 300 से कम मरीज मिले। डॉक्टरों के अनुसार लक्षण के बाद भी लोग कोरोना की जांच नहीं करा रहे हैं और गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुंच रहे हैं।

कोरोना के स्ट्रेन-2 का पता लगाने एम्स ने पुणे भेजे 70 सैंपल

एम्स की वीआरडी लैब ने सर्विलांस स्टडी के लिए 70 सैंपल एनआइवी पुणे की लैब में मंगलवार को भेज दिए। इसमें 60 सैंपल एम्स में उपचार प्राप्त कर रहे कोविड-19 रोगियों के हैं, जबकि 10 सैंपल ब्रिटेन से छत्तीसगढ़ लौटकर आए भारतीयों के हैं, जिन्हें आरटीपीसीआर टेस्ट में कोविड पाजीटिव पाया गया है। पुणे से रिपोर्ट मिलने के बाद ही स्ट्रेन-2 के बारे में प्रारंभिक जानकारी मिल सकेगी। एम्स प्रबंधन के अनुसार एम्स के लैब में अब तक ब्रिटेन से लौटे 10 भारतीयों के सैंपल कोविड-19 पाजीटिव पाए गए हैं। इन सभी को स्ट्रेन-2 कंफर्म करने के लिए पुणे लैब भेजा गया है। कुछ दिनों में रिपोर्ट मिलने के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। हालांकि इन रोगियों का आइसीएमआर की गाइडलाइन के अनुरूप उपचार किया जा रहा है। इसके लिए एम्स में पृथक बेड की व्यवस्था कर दी गई है। वीआरडी लैब में भी इस प्रकार के सैंपल रखने के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार के सैंपल को पूरी तरह से सुरक्षित रखने के लिए एम्स में पूरी व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं। इसमें ड्राय आइस भी शामिल है। आवश्यकता पडऩे पर लैब में भी ड्राय आइस बनाई जा सकती है।

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