छत्तीसगढ़

कोरोना: राज्य के पांच जिलों में विशेष सावधानी की जरूरत: डॉ. हर्षवर्धन

jantaserishta.com
7 Nov 2020 5:41 AM GMT
कोरोना: राज्य के पांच जिलों में विशेष सावधानी की जरूरत: डॉ. हर्षवर्धन
x

रायपुर (जसेरि)। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से कोविड उपयुक्त व्यवहार के विषय पर वीडियो कांफ्रेंसिंग की। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने छत्तीसगढ़ के विषय पर कहा कि शहरी क्षेत्रों में लापरवाही की वजह से कोरोना के प्रकरण बढ़े हैं। दुर्ग, रायपुर, राजनांदगांव, रायगढ़, जांजगीर-चांपा पर उन्होंने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि त्यौहारों के मौसम में हमें विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। अगले वर्ष की प्रथम तिमाही में वैक्सीन का अनुमान लगाते हुए उन्होंने लोगों तक इसकी पहुंच सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकारों को कार्ययोजना तय करने के निर्देश भी दिए।

पारदर्शिता और जागरुकता हमारी प्राथमिकता : टीएस सिंहदेव : जिलेवार समीक्षा का उल्लेख करते हुए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि सितंबर-अक्टूबर महीनों की अनलॉक की प्रक्रिया शरू होने की वजह से कोरोना के प्रकरण बढ़े हैं। प्रदेश के वह जिले जो भौगोलिक स्थिति के कारण अन्य राज्यों के संपर्क में रहते हैं, वहां लोगों के आवागमन से कोरोना संक्रमण का प्रसार हुआ है। जब तक अंतरराज्यीय सीमाएं सील रहीं हैं,उस समय तक छत्तीसगढ़ के विभागीय अधिकारियों ने बेहतर प्रदर्शन कर कोरोना के प्रसार को नियंत्रित रखा।

1758 नए संक्रमित मिले, 53 मौतेें : प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 लाख के करीब पहुंच गई है। शुक्रवार को रायपुर में 135 समेत प्रदेश में 1758 कोरोना के नए मरीज मिले हैं। इस दौरान 58 मरीजों की मौत भी हुई है। नए केस मिलाकर प्रदेश में मरीजों की संख्या एक लाख 97 हजार 993 पहुंच गई है।

फिलहाल एक्टिव केस 23066 है। रायपुर में मरीजों की संख्या 42,178 है। कोरोना से अब तक प्रदेश में 2413 व रायपुर में 618 मौत हुई है।

आईएएस नीलकंठ टेकाम समेत उनके घर के दो सदस्य संक्रमित मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग के लगातार प्रयासों के बावजूद सैंपलिंग नहीं बढ़ रही है। रायपुर ही में रोजाना 2500 सैंपलिंग का लक्ष्य है, लेकिन रोजाना औसतन 2000 से 2200 सैंपलिंग हो रही है। इनमें जांच में जो पॉजिटिव आ रहे हैं, वे गंभीर निकल रहे हैं। ऐसे लोगों को आईसीयू में भर्ती कराने की नौबत आ रही है। दूसरी ओर प्रदेश में 80 फीसदी मरीज बिना व हल्के लक्षण वाले आ रहे हैं। इनमें ज्यादातर लोग होम आइसोलेशन को प्राथमिकता दे रहे हैं।

रायपुर, दुर्ग व बिलासपुर में मरीज कम हुए हैं, लेकिन बालोद, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ में मरीज बढ़े हैं। गुरुवार को जांजगीर व रायगढ़ में रायपुर से ज्यादा मरीज मिले थे। ग्रामीण जिलों में ज्यादातर मरीज गांवों के होते हैं, उनमें ज्यादातर बिना व हल्के लक्षण वाले होते हैं। इनमें 5 से 10 फीसदी मरीज ही गंभीर स्थिति में सामने आ रहे हैं। मौतें भी इन्हीं लोगों की हो रही है।

jantaserishta.com

jantaserishta.com

    Next Story