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> पिछले 24 घंटे में राजधानी में 10 की मौत, 336 नए केस
जसेरि रिपोर्टर । रायपुर। प्रदेश में शुक्रवार को रायपुर में 336 समेत प्रदेश में 2958 कोरोना के नए मरीज मिले हैं। प्रदेश में कोरोना से शुक्रवार को 38 मौतें हुई हैं, जिनमें 10 रायपुर के हैं। लेकिन अच्छी बात ये है कि डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढऩे से अब प्रदेश में स्वस्थ होने की दर यानी रिकवरी रेट 79.18 प्रतिशत से अधिक हो गया है। तकरीबन महीनेभर पहले यह 50 प्रतिशत से भी नीचे चला गया था। प्रदेश में अब तक कोरोना से 1197 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जिसमें 483 रायपुर के थे। पॉजिटिव केस 137572 है, जबकि 28734 मरीज अभी अस्पतालों में भर्ती हैं। रायपुर में मरीजों की संख्या 36877 है और अब तक 26866 स्वस्थ हो चुके हैं। प्रदेश में अस्पताल व होम आइसोलेशन मिलाकर 108935 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ में पिछले 3 दिनों से 2800 से 2900 के बीच तथा रायपुर में 300 से 400 के बीच कोरोना के नए मरीज मिल रहे हैं। पिछले 15 दिनों से प्रदेश में 3000 से कम व रायपुर में 500 से कम मरीज मिल रहे हैं।रायपुर में मरीजों की संख्या जरूर कम हुई है, लेकिन दूसरे जिलों में बढ़ी है। कई ग्रामीण इलाकों के जिलों में जहां 2 अंकों में मरीज मिल रहे थे, वहां अब 3 अंकों में मरीजों की संख्या पहुंच गई है। यही कारण है कि प्रदेश में मरीजों की संख्या में खास कमी नहीं आई है, और एक्टिव के भी 28 हजार से ऊपर ही हैं।
स्वस्थ होने वाले 65 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन वाले
मरीजों की संख्या में मामूली कमी और होम आइसोलेशन की वजह से स्वस्थ होने की दर यानी रिकवरी रेट जरूर 79 फीसदी के आसपास पहुंचा है। दरअसल अभी रोजाना जितने मरीज स्वस्थ हो रहे हैं, उनमें दो-तिहाई यानी 65 प्रतिशत से ज्यादा होम आइसोलेशन वाले हैं और अस्पताल से डिस्चार्ज होने वालों की संख्या एक-तिहाई है। विशेषज्ञों का कहना है कि यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में रिकवरी दर 80 फीसदी से ऊपर जा सकती है।
प्रदेश में 20 प्रतिशत एक्टिव केस
छत्तीसगढ़ में एक्टिव केस की संख्या 20.4 फीसदी है, जो कि देश के एक्टिव केस से 7 फीसदी ज्यादा है। प्रदेश में मृत्यु दर भी 0.8 से बढ़कर 0.9 फीसदी हो गई है। जबकि मरीजों की वृद्धि दर 2.1 फीसदी है। प्रदेश में 10 लाख लोगों में 44092 सैंपल लिए जा रहे हैं। दूसरी ओर देश में मृत्यु दर 1.5 फीसदी है और मरीजों की वृद्धि दर 1.1 फीसदी है। यानी छत्तीसगढ़ में मृत्यु दर तो कम है लेकिन एक्टिव केस व मरीजों की वृद्धि दर देश से ज्यादा है।
चार दिन में 37 लाख से अधिक घरों का सर्वे
कोविड-19 के मरीजों की पहचान के लिए कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम पिछले चार दिनों में 37 लाख 44 हजार 724 घरों तक पहुंच चुकी है। सघन सामुदायिक सर्वे अभियान के अंतर्गत घर-घर जाकर कोरोना के संभावित संक्रमितों की जानकारी जुटाने का काम प्रदेश में पांच अक्टूबर से शुरू किया गया है, जो 12 अक्टूबर तक चलेगा। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे सर्वे दलों का पूर्ण सहयोग करते हुए सही-सही जानकारी दें। संक्रमण के लक्षणों को न छुपाएं। समय पर जांच कराने और उपचार मिलने से मरीज पूरी तरह ठीक हो जाता है। अभियान के तहत ग्रामीण और शहरी इलाकों में मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका, बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग का मैदानी अमला घर-घर जाकर कोविड-19 के संभावित मरीजों की जानकारी जुटा रहा है। अभियान के पहले दिन पांच अक्टूबर को छह लाख 89 हजार, छह अक्टूबर को नौ लाख 83 हजार, सात अक्टूबर को 11 लाख 11 हजार और आठ अक्टूबर को नौ लाख 62 हजार घरों से जानकारी एकत्रित की।
रायपुर जिले में दो लाख से ज्यादा
कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग की टीम अब तक रायपुर जिले में दो लाख 48 हजार 845, बलौदाबाजार-भाटापारा में एक लाख 64 हजार 144, धमतरी में एक लाख 71 हजार 335, गरियाबंद में एक लाख पांच हजार 984, महासमुंद में एक लाख 65 हजार 609, बिलासपुर में एक लाख 81 हजार 564, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 49 हजार 403, जांजगीर-चांपा में दो लाख 72 हजार 917, कोरबा में एक लाख 80 हजार 988, मुंगेली में 86 हजार 889, रायगढ़ में दो लाख 45 हजार 053, बालोद में एक लाख 22 हजार 589, बेमेतरा में 99 हजार 111 और दुर्ग में एक लाख 70 हजार 540 घरों में पहुंची है।