दिल्ली में ठेके पर मिली गार्ड की नौकरी को लेकर हुई लड़ाई में दोस्त को बचाने पहुंचे शख्स की ही आरोपियों ने हत्या कर दी. कथित तौर पर हत्यारों ने उसे 22 बार चाकुओं से गोदा और मरने के बाद ही छोड़ा. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या का मुख्य कारण विवाद को बताया है. दरअसल, मुकेश और राकेश दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में ठेके पर सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते थे. उन्हें दो अन्य युवकों रवि और कृष्ण की जगह नौकरी मिली थी. नौकरी हाथ से चले जाने और मुकेश-राकेश को नौकरी मिलने से दोनों युवक खफा थे जिसके चलते उनपर हमले की योजना बनाई.
बुधवार की रात को जब, मुकेश और राकेश अपने दोस्त नीरज के साथ ड्यूटी खत्म कर वापस लौट रहे थे तो रवि, कृष्ण अपने एक साथी के साथ उन्हें घेर कर मारपीट करने लगे. मुकेश और राकेश का दोस्त नीरज झगड़े में बीच-बचाव करने लगा लेकिन इसी दौरान आरोपियों ने उसे चाकू मार दिया. कथित तौर पर आरोपियों ने उसे करीब 22 बार चाकुओं से गोदा. नीरज की अस्पताल में मौत हो गई जबकि उसके दोस्त की मुकेश और राकेश को भी काफी चोटें आई हैं. पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान नीरज के रूप में की गई है और उसके दो घायल दोस्तों की पहचान मुकेश और राकेश के रूप में हुई है.
पुलिस ने बताया कि तीन आरोपियों में से दो कृष्ण और रवि भी सफदरजंग अस्पताल में काम करते थे, लेकिन उनकी जगह ठेकेदार ने मुकेश और राकेश कौ नौकरी दे दी थी. इसी कारण से कृष्ण और रवि ने मुकेश और राकेश पर हमला करने की योजना बनाई थी. पुलिस उपायुक्त प्रताप सिंह ने कहा कि हत्या का मामला दर्ज किया गया है और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं एक नाबालिग आरोपी को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है.