आरक्षक फरार, CISF की कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में धोखाधड़ी करने वाले 2 और चढ़े पुलिस के हत्थे
दुर्ग। CISF की कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में धोखाधड़ी करने वाले दो फरार आरोपियों को पुलिस ने आगरा से गिरफ्तार किया है। इनमें से एक सभी लिखित परीक्षा में शामिल रहा, जबकि दूसरे की भूमिका अभ्यर्थियों से दो लाख लेकर भर्ती केंद्र तक लाने की है। अब तक गिरोह के सरगना सहित 6 आरोपियों को पुलिस पकड़ चुकी है, जबकि एक अन्य आरोपी फरार है, जिसके 17वीं वाहिनी में आरक्षक होने की जानकारी सामने आई है।
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में आरक्षक जनरल ड्यूटी परीक्षा में मुन्नाभाई के खुलासे के बाद दुर्ग पुलिस ने आगरा से दो आरोपियों को पकड़ा है। इनमें से एक अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा में बैठता था। एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि आरोपी सत्यपाल सिंह (24 साल) के सभी परीक्षाओं में शामिल होने की पुष्टि हुई है। सत्यपाल आगरा के फतेहाबाद इलाके के खंडेर का रहने वाला है। इसी तरह अभ्यर्थियों से 2 लाख लेने वाले नत्थीलाल वर्मा (20 साल) को आगरा के निभौरा थाना क्षेत्र के शहाविद से पकड़ा गया है। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस टीम ने मुख्य आरोपी डीएस तोमर की गिरफ्तारी के लिए भिंड में भी दबिश दी थी। आरोपी की पहचान 17 वीं वाहिनी में आरक्षक के रूप में हुई है। आरोपी आरक्षक फरार होने के कारण गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है। संबंधित पुलिस को आरोपी के संबंध में जानकारी दी गई है।