छुटभैय्ये नेताओं की साजिश: जमीन मालिक को खिलाई जेल की हवा

25 करोड़ की जमीन को 25 लाख में हड़पने का दुस्साहस
जबलपुर से गुंडे बुलाकर जमीन मालिक को धमकाया जा रहा
पुलिस की मिली भगत से जमीन हड़पने का षडयंत्र
पुलिस और गुंड़ों के हस्तक्षेप से बेकसूर जमीन मालिक फंस गया चंगुल में
एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने मामले को लिया संज्ञान में - मामला संज्ञान में आते ही जनता से रिश्ता ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर से जानकारी साझा की तब सच्चाई का पता चला कि भस्वामी ने कई अलग-अलग लोगों से भी सौदा कर रखे हैं जिसके तहत जमीन के लेवल अपने-अपने तरफ भूस्वामी को करने में लगे थे पुलिस के बीच बचाव के कारण मामले को सुलझाने का प्रयास किया गया जेल से छूटते ही भूस्वामी ने जबलपुर छिंदवाड़ा से आए लोगों के साथ जाना ही उचित समझा जिसका वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने खुद पूरा विवरण जनता से रिश्ता को दिया
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। जबलपुर के डॉन माफिया गुंडे ने छुटभैया कांग्रेसी नेता के साथ मिलकर की साजिश रची और रिम्स के सामने करोड़ों की भूमि को हड़पने का नाकाम प्रयास किया। झूठा केस बनाकर भूस्वामी को 420 में जेल भेजा । मजे की बात यह है कि जेल से बाहर आते ही भू-स्वामी को क्राइम स्क्वाड के वाहन उठाकर ले गई और गंज थाने में सौदेबाजी करने के लिए अनैतिक दबाव डालते रहे । गृहमंत्री के दबाव के बाद भू-स्वामी को सुरक्षा का हवाला देकर छोड़ दिया गया। गौरतलब है कि पूरा मामला करोड़ों की जमीन का है जिसको हड़पने के लिए जबलपुर के गुंडे बदमाश और भू-माफिया कांग्रेसी नेताओं की साजिश के चलते सीधे-साधे भू-स्वामी को जेल की हवा खानी पड़ी।
रायपुर से लगे ग्राम गोढ़ी तहसील मंदिर हसौद में रिम्स हास्पिटल के सामने ग्वालियर निवासी रमाकांत खराडक़र एवं विजय खराडक़र के स्वामित्व का खसरा नंबर 16/43 रकबा 1.59 हे. तथा ख.न. 15/87 रकबा 0.32 हे. कुल लगभग 5 एकड़ जमीन है। जो छत्तीसगढ़ बनने से पहले खरीदी गई थी। छत्तीसगढ़ बनने के बाद ग्राम गोढ़ी में रिम्स हास्पिटल बना और देखते ही देखते जमीन की कीमत करोड़ों में पहुंच गई । छुटभैया नेताओंं की पैनी नजर जमीन पर थी। उक्त जमीन मालिक रमाकांत एवं गोविंद खराडक़र के निधन होने के उपरांत अजय खराडक़र निवासी ग्वालियर व्दारा नामांतरण करने आवेदन स्थानीय तहसील कार्यालय में लगाया गया साथ ही ग्राम हरदुली तहसील खुरई जिला सिवनी निवासी मनोहर डहरवाल पिता चंद लाल डहरवाल तथा एक अन्य एडविंस के नाम से इकरारनामा जमीन की बिक्री का अधिकार पत्र बनावा कर हस्ताक्षर करा लिए जब श्री खराडक़र को इस बात की जानकारी लगी कि उनकी जमीन करोड़ों रूपए की है तो रायपुर से स्थानीय पेपर मे ंप्रकाशन करा कर उक्त क्रेता के पावर एवं एग्रीमेंट को निरस्त कर दिया तथा क्रेता से ली गई रकम को रायपुर निवासी मिश्रा को नकदी के रूप में लौटा दिया तथा नामांतरण के कार्रवाई के लिए स्वयं आना जाना करने लगा। इसी बीच 11 मई 2023 को नामांतरण की पेसी में रायपुर आए तो बाबा इसाई एवं मनोहर डहरवाल व्दारा छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश के छुटभैया नेता भानु पटेल की मदद से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार होने का फायदा उठाकर मंदिर हसौद पुलिस और रायपुर पुलिस को सेट कर अजय खराडक़र एवं उसकी पत्नी के विरूद्ध झूठी शिकायत कर अंदर करवा दिया। इसी बीच जबलपुर निवासी बाबा इसाई नामक कुख्यात गुंडा जिसके ऊपर अनेक मामले चल रहे है जो की क्रेता एडविंस का ममेरा भाई है। उसके व्दारा पुन:श्री खराडक़र को ग्वालियर से बुलाकर जमीन नामांतरण होने के पूर्व ही उक्त जमीन को विक्रय करने का पावर बनवा लिया। तथा जमीन की वास्तविक मूल्य को छिपाकर कम मूल्य पर रजिस्ट्री कराने का पावर बनवा लिया था।
बिल्डर की दबंगई, रोक के बावजूद कर रहा अवैध प्लॉटिंग
राजधानी रायपुर के अमलीडीह इलाके में मेडिशाइन हॉस्पिटल के समीप अलौकिक धाम से लगी करीब 10 एकड़ जमीन पर अवैध प्लॉटिंग की जा रही है. नगर निगम की टीम ने इस अवैध प्लॉटिंग पर रोक लगाते हुए नोटिस जारी किया था, लेकिन इस कार्रवाई के दो दिन बाद बिल्डर ने इस जमीन पर फिर से अवैध प्लॉटिंग शुरू कर दी है. इस जमीन के दो तरफ गिट्टी और मुरुम की लंबी सडक़ बना दी गई है. जबकि इस ममले में तहसील दफ्तर से भी रिपोर्ट तैयार कर निगम के जोन कमिश्नर को भेजी जा चुकी है. इस मामले में बिल्डर की दबंगई को देखते हुए जिला प्रशासन के अधिकारी अब इस भूमि संबंधित खसरा नंबर को ब्लॉक करने की तैयारी में है. जोन 10 क्षेत्र अमलीडीह में भू-माफिया का इन दिनों भारी दबदबा देखा जा रहा है. प्रशासन और नगर निगम की कार्रवाई के बावजूद भू-माफिया न केवल अवैध प्लॉटिंग कर रहे है, बल्कि ब्लॉक खसरा नंबरों की भूमि पर बेखौफ होकर सडक़, मकान एवं दुकानों का निर्माण भी करा रहे है. ऐसा मेडिशाइन हॉस्पिटल के समीप अलौकिक धाम से लगी करीब 10 एकड़ जमीन का सामने आया है. इस जमीन पर ललित चोपड़ा अपने अन्य बिल्डर पार्टनरों के साथ मिलाकर एक मंदिर बनाने के नाम पर यहां अवैध प्लॉटिंग करने में लगा हुआ है. इसकी शिकायत मिलने के बाद जोन कमिश्नर ने कार्रवाई करते हुए अवैध प्लॉटिंग पर तत्काल रोक लगाते हुए संबंधित बिल्डर को नोटिस भी जारी किया था. इस कार्रवाई के साथ जोन कमिश्नर ने संबंधित मामले को लेकर क्षेत्र के तहसीलदार को सूचना भी दी थी. इसके बाद तहसीलदार ने आनन्-फानन में जमीन का बिना बटांकन किए एक रिपोर्ट तैयार कर जोन कमिश्नर को भेज दी है. बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट में ले आउट पास कराए बिना यहां सडक़ बनाने की बातें तो सामने आई है. लेकिन बटांकन के दस्तावेज नहीं होने के कारण इस मामले में आगे की कार्रवाई नहीं हो पा रही है. एक तरफ जहां इस मामले की जांच चल रही है, वही दूसरी ओर बिल्डर व उसके पार्टनर इस जमीन के दो तरफ गिट्टी और मुरुम की लंबी सडक़ बनाकर लगातार कार्य जारी रखे हुए है. मामले में अपर कलेक्टर का कहना है कि खसरा ब्लॉक किया जाएगा। वही एसडीएम देवेंद्र पटेल ने कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजने की बात कही है. जोन कमिश्नर दिनेश कोसरिया बोले - अवैध प्लॉटिंग की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए इस पर रोक लगते हुए संबंधित बिल्डर को नोटिस जारी आकर तहसील को सूचना भेजी गई थी. एक रिपोर्ट आई है, जिसमें बटांकन के दस्तावेज नहीं है. बटांकन के दस्तावेज देखकर ही आगे की कार्रवाई करेंगे।