छत्तीसगढ़

भानुप्रतापपुर में कांग्रेस का रास्ता हुआ आसान

Nilmani Pal
22 Nov 2022 5:53 AM GMT
भानुप्रतापपुर में कांग्रेस का रास्ता हुआ आसान
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पप्पू फरिश्ता

विधानसभा क्षेत्र से 'जनता से रिश्ता' की ग्राउंड रिपोर्ट

रायपुर। भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव में वहां राजनीतिक दमखम का जायजा लेने जनता से रिश्ता की टीम पहुंची। जनता से रिश्ता ने नाम वापसी के बाद आव्जर्वेशन में लोगों से उनकी राय जानने की कोशिश की जिसमें वहां से लोगों ने स्पष्ट तो कुछ नहीं कहा लेकिन इशारे-इशारेे में अपने मन की बात कह कर यह संकेत दे दिया है कि यहां कांग्रेस को ज्यादा माथाफोड़ी नहीं करनी पड़ेगी। नाम वापस लेने वाले 14 अभ्यर्थियों से सीधे कांग्रेस को फायदा मिलने वाला है। अब सात अभ्यर्थी चुनाव मैदान में हैं जो भाजपा के लिए बेरिकेटिंग का काम करेंगे।

मंडावी को सहानुभूति का फायदा

यहां कांग्रेस की प्रत्याशी सावित्री मंडावी के साथ महिलाओं की सहानुभूति साफ दिखाई दे रही है। महिलाएं अपने घरेलू काम से थोड़ा समय निकलाकर स्वत: ही सावित्री मंडावी के पक्ष में समर्थन मांगने निकल पड़ी है। जो कांग्रेस का मास्टर कार्ड साबित होगा। नामांकन वापसी के बाद रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा चुनाव लडऩे वाले अभ्यर्थियों को निर्वाचन प्रतीकों का आबंटन किया गया। भारतीय जनता पार्टी के अभ्यर्थी ब्रम्हानंद नेताम को कमल, इंडियन नेशनल कांग्रेस की सावित्री मनोज मण्डावी को हाथ का पंजा, गोंडवाना गणतंत्र पाटी के घनश्याम जुर्री को आरी, राष्ट्रीय जनसभा पार्टी के डायमंड नेताम को नारियल फार्म, आंबेडकराईट पार्टी ऑफ इंडिया के शिवलाल पुड़ो को कोट, निर्दलीय अभ्यर्थी अकबर राम कोर्राम को एयरकंडीशनर और दिनेश कुमार कल्लो को अलमारी प्रतीक चिन्ह आबंटित किया गया है।

नामांकन रैली और नाम वापसी तक सीएम भूपेश और पीसीसी अध्यक्ष की उपस्थिति से यह साबित हो चुका है कि भूपेश के नेतृत्व में इस पाचवें उपचुनाव में भी परचम लहराएंगे। मुख्यमंत्री उपचुनाव घोषणा होने के बाद से लगातार भानुप्रतापपुर से जुड़े हुए है। यह उप चुनाव वैसे भी आने वाले विधानसभा चुनाव का दोनों पार्टियों के लिए एक रिपोर्ट कार्ड साबित होने वाला है। इसलिए भाजपा नेता जहां केंद्र की मोदी सरकार की योजना का गुणगान कर रहे हैं वहीं कांग्रेसी भूपेश सरकार की जनकल्याणकारी योजना और चार साल में आदिवासियों के हित में किए गए कामों को लेकर जनता के पास पहुंच रहे हैं। यह चुनाव इसलिए भी अब प्रतिष्ठा पूर्ण बन गया जिसमें भाजपा के बड़े-बड़े नेता चुनाव प्रचार में आने वाले हैं, वहीं कांग्रेस पार्टी सीएम भूपेश बघेल स्वयं मोर्चा संभाले हुए हैं। देश के सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री के खिताब से नवाजे गए हैं। भूपेश सरकार की योजनाओं का पूरे देश में डंका बज रहा है। हाल ही में संघ के कार्यसमिति के सदस्य राम माधव ने रामपथ वनगमन की सराहना कर येन चुनाव के समय भूूपेश के शान में चार चांद लगा दिए है। बस्तर के विकास की बात कर सीएम भूपेश ने पहले ही भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार को कटघरे में खड़े कर चुके हैं।

14 दावेदारों ने नाम वापस लिया, चुनाव मैदान में अब सात उम्मीदवार

भानुप्रतापपुर विधानसभा उप चुनाव का मैदान साफ हो चुका है। नाम वापसी के अंतिम दिन 14 लोगों ने अपना नामांकन वापस ले लिया। इसके बाद कांग्रेस की सावित्री मंडावी और भाजपा के ब्रह्मानंद नेताम सहित कुल सात उम्मीदवार मैदान में रह गये हैं। इस उपचुनाव के लिए पांच दिसम्बर को मतदान होना है। आठ दिसम्बर को मतगणना के बाद नये विधायक का नाम सामने आ जाएगा। निर्वाचन कार्यालय से बताया गया, उप चुनाव के लिए कुल 39 लोगों ने नामांकन दाखिल किया था। स्क्रूटनी के बाद 18 लोगों का नामांकन रद्द हुआ। 18 नवम्बर को 21 नामांकन को वैध घोषित करते हुए सूची जारी हुई थी। सोमवार को नाम वापसी का अंतिम दिन था। उस दिन 14 निर्दलीय दावेदारों ने अपना नाम वापस ले लिया। इनमें अर्जुन सिंह, अयुनाराम ध्रुव, गौतम कुंजम, जीवन राम ठाकुर, दुर्योधन दर्रो, देवप्रसाद जुर्री, नागेश कुमार महला, प्रमेश कुमार टेकाम, बलराम तेता, महात्मा कुमार दुग्गा, रेवतीरमन गोटा, रोहित कुमार नेताम, लक्ष्मीकांत गावड़े और सेवालाल चिराम का नाम शामिल है। अब चुनाव मैदान में सात उम्मीदवार बच गये हैं। उनमें कांग्रेस उम्मीदवार सावित्री मंडावी, भाजपा उम्मीदवार ब्रह्मानंद नेताम, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के घनश्याम जुर्री, अंबेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया के शिवलाल पुडो, राष्ट्रीय जनसंघ पार्टी के हीरा नेताम, निर्दलीय अकबर कोर्राम और दिनेश कुमार कल्लो शामिल हैं।

करीब दो लाख वोटर चुनेंगे अपना प्रतिनिधि : भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में एक लाख 95 हजार 678 मतदाता पंजीकृत हैं। उनमें से एक लाख एक हजार 491 महिलाएं और 95 हजार 186 पुरुष हैं। एक मतदाता थर्ड जेंडर के तौर पर भी रिकॉर्ड में है। मतदाताओं में 3 हजार 490 ऐसे मतदाता भी हैं जिनकी आयु 18 से 19 साल के बीच है। वे पहली बार अपना विधायक चुनने जा रहे हैं। इस क्षेत्र में 19 महिलाओं और 529 पुरुषों को सर्विस वोटर के तौर पर चिन्हित किया गया है।

प्रमुख मुकाबला कांग्रेस-भाजपा के बीच : भानुप्रतापुर विधानसभा का उप चुनाव कांग्रेस विधायक मनोज मंडावी के निधन की वजह से हो रहा है। 16 अक्टूबर को सुबह दिल का दौरा पडऩे की वजह से मंडावी का निधन हो गया था। कांग्रेस ने मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी को मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने एक बार पहले भी विधायक रह चुके ब्रह्मानंद नेताम पर दावं लगाया है। दोनों के प्रत्याशियों ने 17 नवम्बर को नामांकन किया था। उसके बाद से दोनों दलों के वरिष्ठ नेता भानुप्रतापपुर और कांकेर में डेरा डाले हुए हैं। माना जा रहा है कि इस चुनाव का प्रमुख मुकाबला इन्हीं दो दलों के बीच होगा

बीजेपी प्रत्याशी के साथ रेप केस में आरोपी आरक्षक निलंबित

भानुप्रतापपुर से भाजपा विधायक ब्रह्मानंद नेताम पर सामूहिक दुष्कर्म और नाबालिग को देह व्यापार में धकेलने के आरोपों में कानूनी घेराबंदी बढ़ रही है। मामला उजागर होने के बाद रायपुर एसएसपी ने एक आरक्षक को निलंबित कर दिया। वह भी झारखंड में दर्ज पॉक्सो एक्ट के उसी मामले में आरोपी है, जिसमें भाजपा उम्मीदवार के शामिल होने के आरोप लग रहे हैं। एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने रविवार रात एक आदेश जारी कर आरक्षक केशवराम सिन्हा को निलंबित कर दिया। यह सिपाही रायपुर के न्यू राजेंद्र नगर थाने में पदस्थ था। निलंबन के बाद सिपाही को रायपुर पुलिस लाइन में अटैच कर दिया गया है। निलंबन आदेश के मुताबिक झारखंड के पूर्वी सिंहभूमि के टेल्को थाने में दर्ज नाबालिग से दुष्कर्म और अनैतिक देह व्यापार के मामले की एफआईआर में आरक्षक की संलिप्तता की जानकारी सामने आई है। नाबालिग पीडि़ता के साथ घटित अपराध की अत्यंत गंभीर धाराओं के आरोपी आरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। पुलिस अधिकारियों ने बताया, निलंबित सिपाही केशवराम सिन्हा भी कांकेर के चारामा का ही रहने वाला है। पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम भी चारामा के हैं। बताया जा रहा है, उस अपराध की चार्जशीट में इस सिपाही का भी नाम है। एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने इस मामले में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जांच के लिए बनी विशेष यूनिट-ढ्ढष्ट्रङ्खकी डिप्टी एसपी को मामले की जांच का आदेश दिया है। इसकी रिपोर्ट सात दिन के भीतर मांगी गई है।

आज निर्वाचन आयोग से शिकायत करेगी कांग्रेस

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने रविवार शाम कांकेर में प्रेस के सामने ब्रह्मानंद नेताम पर दुष्कर्म के अपराध में शामिल होने के आरोप लगाए थे। इसके साथ ही भाजपा ने भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ चौतरफा मोर्चा खोल दिया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने झारखंड और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों से नेताम की गिरफ्तारी की मांग की है। इसके साथ ही निर्वाचन आयोग से शपथपत्र में झूठी सूचना देने के आधार पर नामांकन निरस्त करने की शिकायत करने की भी तैयारी है। कांग्रेस नेता सोमवार को निर्वाचन आयोग से इसकी औपचारिक शिकायत करेंगे।

2019 का है यह पूरा मामला

कांग्रेस के आरोपों के मुताबिक 15 मई 2019 को झारखंड के जमशेदपुर में एक एफआईआर दर्ज हुई। इसमें एक 15 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म और जबरन देह व्यापार में धकेलने का अपराध दर्ज था। मामले में पांच लोग नामजद आरोपी बनाए गए थे। पुलिस ने विवेचना शुरू की तो छत्तीसगढ़ के दो लोगों को गिरफ्तार किया। उसके बाद जो चालान पेश हुआ उसमेें चारामा निवासी पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम का नाम भी शामिल है। मामले में पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और जांच अब भी जारी है।

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