भूपेश बघेल के सामने बोले कांग्रेस कार्यकर्ता - 5 सालों तक हम प्रताड़ित हुए
राजनांदगांव। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने ही मंच से एक कार्यकर्ता ने पिछली सरकार को खूब-खरी खोटी सुनाई। कार्यकर्ता ने कहा कि, 5 साल तक हमारी सरकार रही और तब सबसे ज्यादा हम ही प्रताड़ित रहे। मुख्यमंत्री से मिलना तक मुश्किल था। तब कार्यकर्ताओं की जरूरत नहीं थी। आज कार्यकर्ताओं की याद आई है।
इसके बाद जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष भागवत साहू ने कहा कि कार्यकर्ता को अनुशासनहीनता के आरोप में निष्कासित किया जा रहा है। हालांकि इसे लेकर देर रात PCC चीफ दीपक बैज ने खंडन कर दिया। उन्होंने निष्कासन की कार्रवाई को अफवाह बताया है।
वो अपने अहंकार में कहते रह गए, मैं हूँ तो भरोसा है।
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) March 18, 2024
उनके कार्यकर्ता उनके मुंह पर ही कह रहे हैं, 5 साल हमारी सुनी ही नहीं गई। हमें प्रताड़ित किया गया।
छत्तीसगढ़ की देवतुल्य जनता ने उनके धोखे को पहले ही पहचान लिया था और "मोदी की गारंटी" पर विश्वास अटूट रहा।
जो अपने दरी उठाने… pic.twitter.com/7ZQbOdhQXF
दरअसल, पूर्व CM भूपेश बघेल सोमवार को राजनांदगांव में कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। कांग्रेस ने उन्हें राजनांदगांव सीट से लोकसभा प्रत्याशी बनाया है। इस दौरान भूपेश अलग-अलग विधानसभाओं में जाकर कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं।
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ग्रामीण की ओर से कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस दौरान पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुरेंद्र दाऊ मंच पर आए और माइक संभालते ही फूट पड़े। उन्होंने कहा कि, पंच, सरपंच की दरी उठाने की ही जिम्मेदारी है क्या? अगर भिलाई-दुर्ग में पंचायत के चुनाव होंगे तो हम वहां भी काम करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि, 5 साल बहुत से हमारे नेताओं ने कहा कि कार्यकर्ताओं को लेकर चिंतन-मनन किया। क्या इसमें हम कार्यकर्ताओं को बुलाया गया। इन लोगों ने बंद कमरे में बैठकर चिंतन-मनन किया। हम इस बात को डंके की चोट पर कहते हैं कि किसानों को भाजपा की सरकार 3100 रुपए धान के दे पा रही है, वो भूपेश बघेल की देन है।
वो अपने अहंकार में कहते रह गए, मैं हूँ तो भरोसा है।
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) March 18, 2024
उनके कार्यकर्ता उनके मुंह पर ही कह रहे हैं, 5 साल हमारी सुनी ही नहीं गई। हमें प्रताड़ित किया गया।
छत्तीसगढ़ की देवतुल्य जनता ने उनके धोखे को पहले ही पहचान लिया था और "मोदी की गारंटी" पर विश्वास अटूट रहा।
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