रायपुर (जसेरि)। राज्य सरकार के धान खरीदी नीति और धान के एकमुश्त दाम का मुद्दा बनाकर भाजपा कल रायपुर में बड़े प्रदर्शन की तैयारी में है। इससे एक दिन पहले कांग्रेस ने भाजपा पर बड़ा सियासी हमला किया है। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष गिरीेश देवांगन और संचार विभाग प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने आज सरकार को धान बेचने वाले 608 भाजपा नेताओं की सूची जारी की है। दोनों नेताओं ने कहा, राज्य सरकार का खरीदी सिस्टम इतना ही बुरा है तो भाजपा नेताओं ने निजी मंडियो में धान क्यों नहीं बेचा।कांग्रेस की ओर से जारी सूची में रायपुर के पूर्व सांसद व त्रिपुरा के राज्यपाल रमेश बैस, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, सांसद संतोष पाण्डेय, रमन सिंह के पुत्र और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह के खातों का भी जिक्र है। सूची के मुताबिक रमेश बैस ने करीब 17 एकड़ में बोई धान की फसल बेचकर 4 लाख 95 हजार 393 रुपए का भुगतान लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने दो बार में 343 क्विंटल धान बेचकर 6 लाख 41 हजार 457 रुपए लिए हैं। उनके पुत्र और राजनांदगांव के पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने 265 क्विंटल धान बेचकर 4 लाख 96 हजार 636 का भुगतान प्राप्त किया है।
कांग्रेस नेता शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा, भाजपा केवल राजनीति करने के लिए यह आंदोलन कर रही है। भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं ने दिसम्बर में ही धान बेच लिया। उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई। अब वे लोग धान खरीदी में दिक्कतों का हवाला देकर आंदोलन करने आ रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने कहा, छत्तीसगढ़ की धान खरीदी केंद्रों पर धान बेचने वाले भाजपा नेताओं को धान खरीदी पर आंदोलन में शामिल होने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
भाजपा नेताओं को केंद्र के कानूनों पर ही भरोसा नहीं : शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा, छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं को केन्द्र सरकार के किसान कानूनों पर विश्वास नहीं है। किसी भी भाजपा नेता ने न ही प्राईवेट मंडी में धान बेचा और न किसी अन्य राज्य में बेचने गए। अगर सरकारी खरीदी केंद्रों पर उन्हें परेशानी हो रही थी तो निजी मंडियों में अथवा बेहतर सुविधा वाले प्रदेशों में ले जाकर धान बेचना चाहिए था।